लंदन : पूर्व कप्तान नासिर हुसैन का मानना है कि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच जुलाई में होने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान खिलाड़ियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने दिमाग को फिर से तैयार करना, गेंद को नहीं चमकाना और विकेट मिलने के बाद सामूहिक रूप से जश्न मनाना है. वेस्टइंडीज को इंग्लैंड दौरे पर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है.
मानसिक तौर पर खुद को फिर से प्रशिक्षित करना होगा
नासिर हुसैन ने एक स्पोटर्स चैनल से कहा, "अपने दिमाग को प्रशिक्षित करने के लिए कुछ चीजें उन्होंने 10 साल तक की हैं. क्रिकेट की गेंद को चमकाना, विकेट मिलने पर जश्न मनाना, उनके लिए मुश्किल काम होगा. क्रिकेट बॉल को चमकाने के लिए वे पहले लार का इस्तेमाल करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं कर सकते. इसलिए उन्हें मानसिक तौर पर खुद को फिर से प्रशिक्षित करना होगा."
पूर्व कप्तान ने कहा, "टीमों के पास खाली स्टेडियम में खुद का माहौल बनाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है. लॉकडाउन के बाद शुरू होने वाले खेल के अन्य पहलुओं का होना खिलाड़ियों के लिए मुश्किल होगा." इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अनुसार, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज आठ जुलाई से शुरू होगी.
पहला मैच हैंपशायर के एजेस बाउल पर खेला जाएगा, जबकि दूसरा और तीसरा मैच ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर खेला जाएगा. इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान जो रूट वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच से बाहर रह सकते हैं. रूट की पत्नी कैरी जुलाई की शुरुआत में अपने दूसरे बच्चे को जन्म देने वाली हैं और पहला टेस्ट साउथैम्पटन में आठ जुलाई से शुरू होना है. इस दौरान उपकप्तान बेन स्टोक्स अंतरिम कप्तान की जिम्मेदारी संभालेंगे.