लंदन: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने बताया है कि इंग्लैंड के ज्यादातर खिलाड़ी अपने पूर्व साथी केविन पीटरसन से जलते थे क्योंकि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में उन्हें शानदार कॉन्ट्रैक्ट मिला था.
अब क्रिकेट को अलविदा कह चुके पीटरसन को 2009 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 1,550 डॉलर ( 9.8 करोड़ रुपये) में खरीदा था और इसी के साथ वह हमवतन एंड्रयू फ्लिंटॉफ के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा रकम पाने वाले आईपीएल खिलाड़ी बन गए थे.
आईपीएल अनुबंध के कारण पीटरसन जलते थे खिलाड़ी
वॉन ने एक इंटरव्यू में कहा, "मुझे लगता है कि उस समय खिलाड़ियों को काफी जलन हो रही थी और अब हालांकि खिलाड़ी इसे मना करेंगे, लेकिन मुझे लगता है कि यह वो समय था जब पीटरसन को बड़ा आईपीएल अनुबंध मिला था."
पीटरसन का तत्कालीन कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस से मतभेद भी हुआ था क्योंकि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) अपने खिलाड़ियों को आईपीएल खेलने की अनुमति नहीं दे रहा था.
आईपीएल के कारण शुरु हुए मतभेद
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान 45 वर्षीय वॉन ने कहा कि मतभेदों की शुरुआत आईपीएल को लेकर ही हुई थी. उन्होंने कहा कि पीटरसन का मानना था कि आईपीएल खेलकर बेहतरीन वनडे टीम बनाई जा सकती है.
उन्होंने कहा, "पीटरसन कहते थे कि वह इसलिए खेलना चाहते हैं क्योंकि इससे दुनिया के शीर्ष वनडे खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने का मौका मिलेगा और अपना खेल बेहतर होगा."
उन्होंने कहा कि कुछ खिलाड़ियों का हालांकि मानना था कि वह पैसे के लिए खेलना चाहते हैं. उन्होंने कहा, "पीटरसन का कहना था कि वह सिर्फ पैसा कमाना चाहता है. उसे बड़ा अनुबंध मिला था जबकि बाकियों को नहीं."
वॉन ने बताया, "यह काफी हद तक केविन और पूरी टीम के बीच का विवाद का कारण बन गया था.”
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने साथ ही कहा, "टीम में कई तरह की बातें और अफवाहें थीं. ग्रैम स्वान, जेम्स एंडरसन, टिम ब्रेसनेन, स्टुअर्ट ब्रॉड और मैट प्रायर का एक ग्रुप था. ऐसी खबरें थी कि यह लोग एक तरफ हैं और केविन अलग और अकेले हैं."
बता दें कि पीटरसन ने आईपीएल करियर में 36 मैच खेले जिनमें कुल 1001 रन बनाए. उन्होंने एक शतक और चार अर्धशतक भी जड़े. वह 2009, 2010, 2012, 2014 और 2016 के सीजन में खेले थे.