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'द्रविड़ हितों के टकराव में हैं, ये एथिक्स ऑफिसर का नजरिया है' - बीसीसीआई

सीओए के एक सदस्य ने कहा है कि बीसीसीआई के एथिक्स अधिकारी डी.के. जैन का मानना है कि राहुल द्रविड़ की एनसीए में की गई नियुक्ति हितों के टकराव में आती है तो ये उनका नजरिया है.

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Published : Aug 13, 2019, 8:53 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 10:00 PM IST

नई दिल्ली : प्रशासकों की समिति (सीओए) के एक सदस्य ने कहा है कि अगर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एथिक्स अधिकारी डी.के. जैन को लगता है कि पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ की एनसीए में की गई नियुक्ति हितों के टकराव में आती है तो ये उनका नजरिया है.

मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने बोर्ड को राहुल द्रविड़ के खिलाफ शिकायती पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने बोर्ड के नए संविधान के मुताबिक राहुल के हितों के टकराव के मुद्दे में शामिल होने की बात कही थी.

राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़

सीओए के एक सदस्य ने कहा कि समिति ने पहले ही जांच लिया था कि राहुल राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में आने के योग्य हैं या नहीं और अगर जरूरत पड़ी तो सीओए जैन को ये तफ्सील से बताने को भी तैयार है कि राहुल को लेकर हितों के टकराव का मुद्दा नहीं बनता है.

सीओए सदस्य ने कहा, "अगर उनको लगता है कि हितों के टकराव का मुद्दा है तो ये उनका नजरिया है. ठीक है, हम इसका जवाब दे देंगे. हमने राहुल की नियुक्ति को हरी झंडी दे दी और हम एथिक्स अधिकारी को भी बता देंगे कि उनकी नियुक्ति क्यों हितों के टकराव के घेरे में नहीं आती."

ये भी पढ़े-..तो क्या चौथे नबंर के लिए श्रेयस अय्यर है बेस्ट च्वाइस ?

बीसीसीआई हाल ही में राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अंतर्गत आया है. सदस्य से जब पूछा गया कि क्या इस मुद्दे पर भी आने वाली बैठक में चर्चा होगी तो सदस्य ने कहा कि अब यह मुद्दे खत्म हो चुका है.

सदस्य ने कहा, "बीसीसीआई ने पहले जो किया हम उसे लेकर चिंतित नहीं है. सरकार ने हमसे कहा था और हमने देश के नागरिक होने के नाते वही किया. हमें नियमों का पालन करना था."

इस फैसले की हालांकि बीसीसीआई के अधिकारियों ने काफी आलोचना की थी.

नई दिल्ली : प्रशासकों की समिति (सीओए) के एक सदस्य ने कहा है कि अगर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एथिक्स अधिकारी डी.के. जैन को लगता है कि पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ की एनसीए में की गई नियुक्ति हितों के टकराव में आती है तो ये उनका नजरिया है.

मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने बोर्ड को राहुल द्रविड़ के खिलाफ शिकायती पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने बोर्ड के नए संविधान के मुताबिक राहुल के हितों के टकराव के मुद्दे में शामिल होने की बात कही थी.

राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़

सीओए के एक सदस्य ने कहा कि समिति ने पहले ही जांच लिया था कि राहुल राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में आने के योग्य हैं या नहीं और अगर जरूरत पड़ी तो सीओए जैन को ये तफ्सील से बताने को भी तैयार है कि राहुल को लेकर हितों के टकराव का मुद्दा नहीं बनता है.

सीओए सदस्य ने कहा, "अगर उनको लगता है कि हितों के टकराव का मुद्दा है तो ये उनका नजरिया है. ठीक है, हम इसका जवाब दे देंगे. हमने राहुल की नियुक्ति को हरी झंडी दे दी और हम एथिक्स अधिकारी को भी बता देंगे कि उनकी नियुक्ति क्यों हितों के टकराव के घेरे में नहीं आती."

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बीसीसीआई हाल ही में राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अंतर्गत आया है. सदस्य से जब पूछा गया कि क्या इस मुद्दे पर भी आने वाली बैठक में चर्चा होगी तो सदस्य ने कहा कि अब यह मुद्दे खत्म हो चुका है.

सदस्य ने कहा, "बीसीसीआई ने पहले जो किया हम उसे लेकर चिंतित नहीं है. सरकार ने हमसे कहा था और हमने देश के नागरिक होने के नाते वही किया. हमें नियमों का पालन करना था."

इस फैसले की हालांकि बीसीसीआई के अधिकारियों ने काफी आलोचना की थी.

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द्रविड़ हितों के टकराव में हैं, ये एथिक्स ऑफिसर का नजरिया है : सीओए





 



सीओए के एक सदस्य ने कहा है कि बीसीसीआई के एथिक्स अधिकारी डी.के. जैन का मानना  है कि राहुल द्रविड़ की एनसीए में की गई नियुक्ति हितों के टकराव में आती है तो ये उनका नजरिया है.





नई दिल्ली : प्रशासकों की समिति (सीओए) के एक सदस्य ने कहा है कि अगर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एथिक्स अधिकारी डी.के. जैन को लगता है कि पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ की एनसीए में की गई नियुक्ति हितों के टकराव में आती है तो ये उनका नजरिया है.



मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने बोर्ड को राहुल द्रविड़ के खिलाफ शिकायती पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने बोर्ड के नए संविधान के मुताबिक राहुल के हितों के टकराव के मुद्दे में शामिल होने की बात कही थी.



सीओए के एक सदस्य ने कहा कि समिति ने पहले ही जांच लिया था कि राहुल राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में आने के योग्य हैं या नहीं और अगर जरूरत पड़ी तो सीओए जैन को ये तफ्सील से बताने को भी तैयार है कि राहुल को लेकर हितों के टकराव का मुद्दा नहीं बनता है.



सीओए सदस्य ने कहा, "अगर उनको लगता है कि हितों के टकराव का मुद्दा है तो ये उनका नजरिया है. ठीक है, हम इसका जवाब दे देंगे. हमने राहुल की नियुक्ति को हरी झंडी दे दी और हम एथिक्स अधिकारी को भी बता देंगे कि उनकी नियुक्ति क्यों हितों के टकराव के घेरे में नहीं आती."



बीसीसीआई हाल ही में राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अंतर्गत आया है. सदस्य से जब पूछा गया कि क्या इस मुद्दे पर भी आने वाली बैठक में चर्चा होगी तो सदस्य ने कहा कि अब यह मुद्दे खत्म हो चुका है.



सदस्य ने कहा, "बीसीसीआई ने पहले जो किया हम उसे लेकर चिंतित नहीं है. सरकार ने हमसे कहा था और हमने देश के नागरिक होने के नाते वही किया. हमें नियमों का पालन करना था."



इस फैसले की हालांकि बीसीसीआई के अधिकारियों ने काफी आलोचना की थी.


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Last Updated : Sep 26, 2019, 10:00 PM IST
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