हैदराबाद: रैना ने कहा, 'पूर्व कप्तान इस साल होने वाले वर्ल्ड कप में भारत के निचले मध्यक्रम की रीढ़ होंगे.' भारत को 2011 के वर्ल्डकप फाइनल में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले धोनी ने जब श्रीलंका के गेंदबाज नुवान कुलशेखरा की गेंद पर छक्का मारकर टीम को जीत दिलाई थी वो लम्हा अभी भी सभी भारतीयों की यादों में ताजा होगी.
लेकिन इस बार धोनी के खेलने को लेकर बहस हो रही है. बहस ये है कि धोनी को इस वर्ल्डकप में खेलना चाहिए या नहीं क्योंकि वो अब 37 साल के हो चुके हैं. क्रीज पर हार्ड-हिटिंग राइट-हैंडर के सामने कोई भी लक्ष्य पहुंच से बाहर नहीं होता है.
आईपीएल में धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का हिस्सा रहे रैना ने कहा, "एमएस के लिए आदर्श स्थिति पांच या छह नंबर की होगी." वह खेल को अच्छे से पढ़ना जानते हैं. जरुरत के समय वह एक बड़ी पारी बना भी सकते हैं और फिर उनका अनुभव अभी भी बेजोड़ है.
धोनी ने भारत के लिए 340 एकदिवसीय मैच खेले हैं और केवल 51 के औसत से 10,000 से अधिक रन बनाए हैं। एक फिनिशर के रूप में उनकी भूमिका भारत के विश्व कप अभियान के लिए महत्वपूर्ण है जिसमें टीम की नंबर चार बल्लेबाजी की स्थिति अभी भी असंमजस में है. रैना ने सुझाव दिया है कि कप्तान कोहली को अपने तीसरे स्थान की जगह नीचे आकर बल्लेबाजी करने चाहिए.
भारत के 2011 विश्व कप टीम का सदस्य रहे रैना ने कहा, "मुझे लगता है कि नंबर तीन या चार (कोहली के लिए) अच्छा होना चाहिए." "अगर शीर्ष क्रम जल्दी से गिर जाता है, तो कोहली जैसे खिलाड़ी के नीचे रहने से स्थिति संभल सकती है.
रैना ने धोनी और कोहली को वर्ल्डकप में इस जगह खेलने की दी सलाह, कहा- धोनी जैसा कोई नहीं
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 मैचों की वनडे सीरीज खेली जा रही है. वर्ल्डकप से पहले भारतीय टीम की ये आखिरी वनडे सीरीज होगी और यही समय है जब खिलाड़ियों को अपना नाम वर्ल्डकप की टीम में शामिल करने का मौका होगा. वहीं टीम से बाहर चल रहे सुरैश रैना ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी की फिनिशिंग स्किल्स बेमिसाल है.
हैदराबाद: रैना ने कहा, 'पूर्व कप्तान इस साल होने वाले वर्ल्ड कप में भारत के निचले मध्यक्रम की रीढ़ होंगे.' भारत को 2011 के वर्ल्डकप फाइनल में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले धोनी ने जब श्रीलंका के गेंदबाज नुवान कुलशेखरा की गेंद पर छक्का मारकर टीम को जीत दिलाई थी वो लम्हा अभी भी सभी भारतीयों की यादों में ताजा होगी.
लेकिन इस बार धोनी के खेलने को लेकर बहस हो रही है. बहस ये है कि धोनी को इस वर्ल्डकप में खेलना चाहिए या नहीं क्योंकि वो अब 37 साल के हो चुके हैं. क्रीज पर हार्ड-हिटिंग राइट-हैंडर के सामने कोई भी लक्ष्य पहुंच से बाहर नहीं होता है.
आईपीएल में धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का हिस्सा रहे रैना ने कहा, "एमएस के लिए आदर्श स्थिति पांच या छह नंबर की होगी." वह खेल को अच्छे से पढ़ना जानते हैं. जरुरत के समय वह एक बड़ी पारी बना भी सकते हैं और फिर उनका अनुभव अभी भी बेजोड़ है.
धोनी ने भारत के लिए 340 एकदिवसीय मैच खेले हैं और केवल 51 के औसत से 10,000 से अधिक रन बनाए हैं। एक फिनिशर के रूप में उनकी भूमिका भारत के विश्व कप अभियान के लिए महत्वपूर्ण है जिसमें टीम की नंबर चार बल्लेबाजी की स्थिति अभी भी असंमजस में है. रैना ने सुझाव दिया है कि कप्तान कोहली को अपने तीसरे स्थान की जगह नीचे आकर बल्लेबाजी करने चाहिए.
भारत के 2011 विश्व कप टीम का सदस्य रहे रैना ने कहा, "मुझे लगता है कि नंबर तीन या चार (कोहली के लिए) अच्छा होना चाहिए." "अगर शीर्ष क्रम जल्दी से गिर जाता है, तो कोहली जैसे खिलाड़ी के नीचे रहने से स्थिति संभल सकती है.
हैदराबाद: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 मैचों की वनडे सीरीज खेली जा रही है. वर्ल्डकप से पहले भारतीय टीम की ये आखिरी वनडे सीरीज होगी और यही समय है जब खिलाड़ियों को अपना नाम वर्ल्डकप की टीम में शामिल करने का मौका होगा. वहीं टीम से बाहर चल रहे सुरैश रैना ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी की फिनिशिंग स्किल्स बेमिसाल है.
रैना ने कहा, 'पूर्व कप्तान इस साल होने वाले वर्ल्ड कप में भारत के निचले मध्यक्रम की रीढ़ होंगे.' भारत को 2011 के वर्ल्डकप फाइनल में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले धोनी ने जब श्रीलंका के गेंदबाज नुवान कुलशेखरा की गेंद पर छक्का मारकर टीम को जीत दिलाई थी वो लम्हा अभी भी सभी भारतीयों की यादों में ताजा होगी.
लेकिन इस बार धोनी के खेलने को लेकर बहस हो रही है. बहस ये है कि धोनी को इस वर्ल्डकप में खेलना चाहिए या नहीं क्योंकि वो अब 37 साल के हो चुके हैं. क्रीज पर हार्ड-हिटिंग राइट-हैंडर के सामने कोई भी लक्ष्य पहुंच से बाहर नहीं होता है.
आईपीएल में धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का हिस्सा रहे रैना ने कहा, "एमएस के लिए आदर्श स्थिति पांच या छह नंबर की होगी." वह खेल को अच्छे से पढ़ना जानते हैं. जरुरत के समय वह एक बड़ी पारी बना भी सकते हैं और फिर उनका अनुभव अभी भी बेजोड़ है.
धोनी ने भारत के लिए 340 एकदिवसीय मैच खेले हैं और केवल 51 के औसत से 10,000 से अधिक रन बनाए हैं। एक फिनिशर के रूप में उनकी भूमिका भारत के विश्व कप अभियान के लिए महत्वपूर्ण है जिसमें टीम की नंबर चार बल्लेबाजी की स्थिति अभी भी असंमजस में है. रैना ने सुझाव दिया है कि कप्तान कोहली को अपने तीसरे स्थान की जगह नीचे आकर बल्लेबाजी करने चाहिए.
भारत के 2011 विश्व कप टीम का सदस्य रहे रैना ने कहा, "मुझे लगता है कि नंबर तीन या चार (कोहली के लिए) अच्छा होना चाहिए." "अगर शीर्ष क्रम जल्दी से गिर जाता है, तो कोहली जैसे खिलाड़ी के नीचे रहने से स्थिति संभल सकती है.
Conclusion: