नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह ने उस समय को याद किया है जब उन्हें पता चला था कि वह विश्व कप-2019 का हिस्सा नहीं होने वाले हैं.
युवराज ने भारतीय टीम के लिए अंतिम मैच 2017 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था. उस साल उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी और 11 वनडे मैचों में 372 रन बनाए थे जिसमें कटक में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई 150 रनों की पारी शामिल थी.
एक मीडिया हाउस ने युवराज के हवाले से लिखा है, "मैंने जब वापसी की तो विराट कोहली ने मेरा समर्थन किया. अगर वह मेरा साथ नहीं देते तो मैं वापसी नहीं कर पाता, लेकिन वो महेंद्र सिंह धोनी थे जिन्होंने 2019 विश्व कप को लेकर मेरे सामने सच रखा और मुझसे कहा कि चयनकर्ता तुम्हारी तरफ नहीं देख रहे हैं."
युवराज ने कहा कि धोनी को 2011 विश्व कप तक उन पर काफी भरोसा था लेकिन जब वह चोट से लौटे तो चीजें बदल गईं. युवराज 2015 विश्व कप टीम का भी हिस्सा नहीं थे.
युवराज ने कहा, "2011 विश्व कप तक धोनी का मुझ पर काफी भरोसा था और वो मुझसे कहते थे कि तुम मेरे मुख्य खिलाड़ी हो. लेकिन चोट से वापस आने के बाद चीजें बदल गईं और टीम में कई तरह के बदलाव हुए. इसलिए जहां तक 2015 विश्व कप की बात है तो आप किसी एक चीज को लेकर कुछ नहीं कह सकते. यह काफी व्यक्तिगत फैसला है."
उन्होंने कहा, "मैं समझ गया कि एक कप्तान के तौर पर आप हमेशा हर चीज को सही नहीं ठहरा सकते क्योंकि अंत में आपको देखना है कि टीम कैसा प्रदर्शन कर रही है."