हैदराबाद : दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी खिलाड़ी डीन एल्गर का मानना है कि कप्तानी देने का फैसला शीर्ष नेतृत्व द्वारा लिया जाता है. उन्होंने कहा कि ये नौकरी के इंटरव्यू की तरह नहीं है कि इसके लिए खिलाड़ियों को अर्जी देनी होगी. दक्षिण अफ्रीका टेस्ट टीम के कप्तान का पद फैफ डुप्लेसी के इस्तीफा देने के बाद से खाली पड़ा है और इस पद के लिए कई खिलाड़ी लाइन में हैं.
क्विंटन डि कॉक के ये जिम्मेदारी संभालने की उम्मीद थी, लेकिन क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने उन्हें यह कहते हुए कप्तानी पद की दौड़ से बाहर कर दिया कि वे अपने विकेटकीपर-बल्लेबाज का बोझ बढ़ाना नहीं चाहते. सीएसए अब भी टेस्ट कप्तानी के लिए खिलाड़ी ढूंढ रहा है.
एडिन मार्कराम और केशव महाराज ने इस रेस में आपने आप को शामिल किया है, लेकिन एल्गर को लगता है कि लोगों को इस दबाव वाले पद के लिए खुद से हाथ खड़े नहीं करने चाहिए. एल्गर ने कहा, "कप्तानी ऐसे नहीं है कि आप नौकरी के इंटरव्यू के लिए जा रहे हो जहां आपके हाथ में सीवी हो."
उन्होंने कहा, "आप इसके लिए हाथ नहीं उठाते. ये किसी और द्वारा तय किया जाता है और वही लोग सोचते हैं कि इसके लिए कौन सबसे उपयुक्त व्यक्ति है. खिलाड़ियों में आत्मविश्वास होना अच्छा है लेकिन जब आप ऐसा करते हो तो आप अपने आप क अलग स्थिति में ला देते हो."
बता दें कि कुछ वक्त पहले सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर ने दक्षिण अफ्रीका का नया टेस्ट कप्तान बनने में अपनी दिलचस्पी जाहिर की थी. उनका कहना था कि वो अगुवाई करने में सहज हैं और अगर उन्हें इस जिम्मेदारी को दिया जाता है तो वो इस पर गंभीरता से विचार करेंगे.
एल्गर ने कहा था, "टेस्ट कप्तानी निश्चित रूप से आसान नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि नेतृत्व करना मेरे अंदर है." टेस्ट क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका का प्रदर्शन पिछले कुछ समय में थोड़ा निराशाजनक रहा है।
उन्होंने कहा था, "मैं पहले भी कप्तानी कर चुका हूं, स्कूल से लेकर प्रांतीय स्तर की टीम तक और फ्रेंचाइजी स्तर तक. मैंने इसका लुत्फ उठाया और अगर मुझसे कप्तानी की जिम्मेदारी संभालने के लिए पूछा गया तो मैं निश्चित रूप से इसके बारे में गंभीरता से विचार करूंगा क्योंकि यह मेरे लिये काफी मायने रखेगी."