हैदराबाद :IPL का आगाज 23 मार्च से डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेजर्स बैंगलोंर के बीच होने वाले मैच से होने वाला है. जहां चेन्नई की टीम पिछला टूर्नामेंट जीतकर आत्मविश्वास से भरी हुई नजर आ रही है वहीं दूसरी तरफ रॉयल चैलर्जर्स बैंगलोंर अपनी अभी तक की नाकामयाबी को भुलाकर नए सिर से शुरुआत करना चाहेगी.
चेन्नई और ब टीमों की ताकत की बात करें तो चेन्नई के पास सबसे बड़ी ताकत है उनका आत्मविश्वास और एक चैंपियन टीम का रूतबा जिस पर ये टीम जरूर पहले मैच में इतराती नजर आएगी वहीं कोहली एंड कंपनी के चेन्नई के इस घमंड को तोड़कर इस आईपीएल में अपना विजयी आगाज करना चाहेगी.
अब बात आती है कप्तानों की तो एक तरफ ऐसे कप्तान है जिनकी क्रिकेट की समझ के आगे शातिर से शातिर चालें भी मुंह के बल गिरी और धोनी हमेशा अपनी चालों से चैंपियन बने और हर बार खुद को साबित किया.
दूसरी तरफ हैं टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली, जिनके अंदर किसी भी मैच में जीत भूख किसी से छिपी नहीं है. इनको किसी भी कंडिशन में बस जीत चाहिए जो मैदान में इनकी हरकतों से साफ झलकता है.
आंकड़ों की बात करें तो चेन्नई का पलड़ा भारी है. दोनों टीमें अभी तक 23 बार आमने-सामने भिड़ चुकी हैं. जिसमें 15 बार चेन्नई ने बाजी मारी है तो वहीं 7 बार बैंगलोर जीत हासिल करने में सफल हुई है.
वो कहते हैं न फर्स्ट इंप्रैशन इज लास्ट इंप्रैशन, तो दोनों ही टीमें चाहेंगी कि पहले ही मैच में खिलाड़ी अपना सौ फीसदी दें और जीत की पटरी पकड़ ले.