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उतार-चढ़ाव भरा रहा अंबाती रायडू का क्रिकेटिंग करियर, BCCI से मांगनी पड़ी थी माफी

भारतीय विश्व कप टीम में चयन ना होने से निराश मिडल ऑर्डर बल्लेबाज अंबाती रायुडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. आईए डालते हुए अंबाती रायडू के करियर पर एक नजर

Ambati rayadu
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Published : Jul 3, 2019, 2:15 PM IST

हैदराबाद : अंबाती रायडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. रायडू को विश्वकप में खेलने की उम्मीद थी लेकिन अंत में जब चोटिल विजय शंकर की जगह मयंक अग्रवाल को टीम में जगह दी गई तो इसके बाद रायडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है.

इससे पहले रायडू को विश्वकप के लिए स्टैंडबाई में रखा गया था लेकिन शिखर धवन इसके बाद विजय शंकर के घायल हो जाने के बाद भी टीम मैनेजमैंट ने उन पर भरोसा नहीं दिखाया उनकी जगह ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल को मौका मिला.

अंबाती रायडू ने अपने वनडे करियर में 55 मैच भारत के लिए खेले हैं जिसमें 1694 रन उन्होंने बनाए हैं. इनके करियर में 3 शतक और 10 अर्धशतक शामिल है. इनके करियर का औसत 47.05 का रहा है. इसके अलावा 6 टी20 मैचों में उन्होंने 42 रन बनाए हैं. रायडू कभी भी भारत के लिए सफेद जर्सी में नहीं खेल सके मतलब इनको कभी भी टेस्ट टीम में नहीं चुना गया.

अंबाती रायडू
अंबाती रायडू

रायडू ने अपने करियर की शुरूआत जिम्मबाब्वे के खिलाफ साल 2013 में की थी जबकि अपना आखिरी वनडे इसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची में खेला था. पिछले साल उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास लिया था. इनका फर्स्ट क्लास करियर लगभग 17 साल का रहा जिसमें इन्होंने 6151 रन बनाए और 97 मैच खेले.

रायडू हैदराबाद के रहने वाले हैं और हैदाराबाद की टीम की कप्तानी करते हैं. रायडू ने आईपीएल में अपने शानदार खेल के लिए भारतीय टीम में चुना गया था. चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से उन्होंने शानदार खेल दिखाया था. इसके बावजूद उनको विश्वकप की टीम में नहीं चुना गया. 16 साल की उम्र में रायडू ने रणजी ट्रॉफी में अपना पदार्पण किया था.

आपको बता दें कि रायडू शुरूआत में आईसीएल से भी जुड़े थे जिसे बीसीसीआई ने बाद में बैन कर दिया था लेकिन बाद में रायडू को खिलाने के लिए बीसीसीआई ने अनुमति भी दे दी थी.

हैदराबाद : अंबाती रायडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. रायडू को विश्वकप में खेलने की उम्मीद थी लेकिन अंत में जब चोटिल विजय शंकर की जगह मयंक अग्रवाल को टीम में जगह दी गई तो इसके बाद रायडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है.

इससे पहले रायडू को विश्वकप के लिए स्टैंडबाई में रखा गया था लेकिन शिखर धवन इसके बाद विजय शंकर के घायल हो जाने के बाद भी टीम मैनेजमैंट ने उन पर भरोसा नहीं दिखाया उनकी जगह ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल को मौका मिला.

अंबाती रायडू ने अपने वनडे करियर में 55 मैच भारत के लिए खेले हैं जिसमें 1694 रन उन्होंने बनाए हैं. इनके करियर में 3 शतक और 10 अर्धशतक शामिल है. इनके करियर का औसत 47.05 का रहा है. इसके अलावा 6 टी20 मैचों में उन्होंने 42 रन बनाए हैं. रायडू कभी भी भारत के लिए सफेद जर्सी में नहीं खेल सके मतलब इनको कभी भी टेस्ट टीम में नहीं चुना गया.

अंबाती रायडू
अंबाती रायडू

रायडू ने अपने करियर की शुरूआत जिम्मबाब्वे के खिलाफ साल 2013 में की थी जबकि अपना आखिरी वनडे इसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची में खेला था. पिछले साल उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास लिया था. इनका फर्स्ट क्लास करियर लगभग 17 साल का रहा जिसमें इन्होंने 6151 रन बनाए और 97 मैच खेले.

रायडू हैदराबाद के रहने वाले हैं और हैदाराबाद की टीम की कप्तानी करते हैं. रायडू ने आईपीएल में अपने शानदार खेल के लिए भारतीय टीम में चुना गया था. चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से उन्होंने शानदार खेल दिखाया था. इसके बावजूद उनको विश्वकप की टीम में नहीं चुना गया. 16 साल की उम्र में रायडू ने रणजी ट्रॉफी में अपना पदार्पण किया था.

आपको बता दें कि रायडू शुरूआत में आईसीएल से भी जुड़े थे जिसे बीसीसीआई ने बाद में बैन कर दिया था लेकिन बाद में रायडू को खिलाने के लिए बीसीसीआई ने अनुमति भी दे दी थी.

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हैदराबाद: भारतीय विश्व कप टीम में चयन ना होने से निराश मिडल ऑर्डर बल्लेबाज अंबाती रायुडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है.  रायडू ने भारतीय क्रिकेट बीसीसीआई को पत्र लिखकर अपनी रिटायरमेंट के बारे में जानकारी दी है.



आपको बता दें कि रायडू को विश्व कप टीम में नहीं चुना गयाा था. और उन्हें रिज़र्व में डाल दिया गया था. मुख्य टीम के किसी भी खिलाड़ी के चोटिल होने पर रिज़र्व खिलाड़ी को टीम में शामिल किया जाता है. ऐसे में सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के चोटिल होने पर माना जा रहा था कि रायडू को जगह मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बीसीसीआई ने ऋषभ पंत को चुना.



इसके बाद  विजय शंकर भी चोटिल हो गए और विश्वकप से बाहर हो गए. शंकर के बाहर होने के बाद उम्मीद जागी थी कि इस बार अंबाती रायडू को बुलाया जाएगा मगर ऐसा नहीं हुआ. उनके बजाए मयंक अग्रवाल को मौका दिया गया.



आंध्रप्रदेश से आने वाले इस खिलाड़ी ने अचानक संन्यास लेने के कारणों का कोई खुलासा नहीं किया. पिछले एक साल से भारतीय टीम के नियमित सदस्य रहे रायडू नंबर चार पर बल्लेबाजी करते थे, लेकिन ऐन मौके पर उनकी जगह विजय शंकर को शामिल किया गया था.


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