हैदराबाद : अंबाती रायडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. रायडू को विश्वकप में खेलने की उम्मीद थी लेकिन अंत में जब चोटिल विजय शंकर की जगह मयंक अग्रवाल को टीम में जगह दी गई तो इसके बाद रायडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है.
इससे पहले रायडू को विश्वकप के लिए स्टैंडबाई में रखा गया था लेकिन शिखर धवन इसके बाद विजय शंकर के घायल हो जाने के बाद भी टीम मैनेजमैंट ने उन पर भरोसा नहीं दिखाया उनकी जगह ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल को मौका मिला.
अंबाती रायडू ने अपने वनडे करियर में 55 मैच भारत के लिए खेले हैं जिसमें 1694 रन उन्होंने बनाए हैं. इनके करियर में 3 शतक और 10 अर्धशतक शामिल है. इनके करियर का औसत 47.05 का रहा है. इसके अलावा 6 टी20 मैचों में उन्होंने 42 रन बनाए हैं. रायडू कभी भी भारत के लिए सफेद जर्सी में नहीं खेल सके मतलब इनको कभी भी टेस्ट टीम में नहीं चुना गया.
रायडू ने अपने करियर की शुरूआत जिम्मबाब्वे के खिलाफ साल 2013 में की थी जबकि अपना आखिरी वनडे इसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची में खेला था. पिछले साल उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास लिया था. इनका फर्स्ट क्लास करियर लगभग 17 साल का रहा जिसमें इन्होंने 6151 रन बनाए और 97 मैच खेले.
रायडू हैदराबाद के रहने वाले हैं और हैदाराबाद की टीम की कप्तानी करते हैं. रायडू ने आईपीएल में अपने शानदार खेल के लिए भारतीय टीम में चुना गया था. चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से उन्होंने शानदार खेल दिखाया था. इसके बावजूद उनको विश्वकप की टीम में नहीं चुना गया. 16 साल की उम्र में रायडू ने रणजी ट्रॉफी में अपना पदार्पण किया था.
आपको बता दें कि रायडू शुरूआत में आईसीएल से भी जुड़े थे जिसे बीसीसीआई ने बाद में बैन कर दिया था लेकिन बाद में रायडू को खिलाने के लिए बीसीसीआई ने अनुमति भी दे दी थी.