मुंबई : ऑस्ट्रेलिया में इसी साल 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच टी-20 विश्व कप खेला जाना है लेकिन कोरोनावायरस के कारण इस पर काले बादल मंडरा रहे हैं. बुधवार को हुई आईसीसी की बैठक में भी रुको और इंतजार करो की नीति अपनाने का फैसला किया गया है.
तेंदुलकर ने एक चैनल से बातचीत में कहा, "टी-20 विश्व कप के भविष्य को लेकर फैसला ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड पर निर्भर करता है. ये उन पर है कि वो टूर्नामेंट की मेजबानी कर पाते हैं या नहीं. ये इकलौता पहलू नहीं है जिस पर सोच विचार किया जाना चाहिए."
उन्होंने कहा, "कई चीजों के बारे में सोचना है, जैसे वित्तीय पहलू. सभी चीजें एक साथ आना जरूरी है. ये मुश्किल फैसला है." सचिन ने खाली स्टेडियमों में बिना दर्शकों के मैच खेलने को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को कई बार दर्शकों से ऊर्जा मिलती है. अगर फुल हाउस की जगह कुछ प्रशंसकों को मैच में आने की अनुमति दी जाए तो यह खेल के लिए एक सकारात्मक बात होगी.
उन्होंने कहा, "अगर प्रशंसकों को स्टेडियम में आने की मंजूरी मिल जाती है तो इससे अच्छी कोई बात नहीं होगी. इसका मतलब होगा कि हम धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं. स्टेडियम में बिना प्रशंसकों के वो ऊर्जा पाना काफी मुश्किल होगा."
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान ने कहा, "मुझे एक सलाह के बारे में पता चला था कि शोरगुल के लिए स्पीकर्स का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन जब आप किसी को देखते हो तो आप कई बार उनसे प्रेरित हो जाते हो.. आपको उनसे ऊर्जा मिलती है." उन्होंने कहा, "अगर 25 प्रतिशत प्रशंसक स्टेडियम में आ सकते हैं तो यह अच्छी बात होगी."