नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के कोरोना वायरस के कारण सभी आयु वर्गो के टूर्नामेंटों को स्थगित करने के बाद कुछ कोचों ने बोर्ड से खिलाड़ियों को छूट देने की मांग की है. BCCI ने राज्य संघों को बताया था कि देश में बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए वो सभी आयु वर्गो के मुकाबलों को स्थगित कर रहे हैं.
अंडर-19 क्रिकेट के अप्रैल में शुरु होनी की संभावना थी लेकिन कोरोना के कारण इसमें देरी हो रही है और इस बाबत कोई भी फैसला IPL के बाद लिया जाएगा.
सूत्रों ने बताया कि मौजूदा हालात में BCCI की प्राथमिकता IPL का सफल आयोजन कराना है जिससे इसका असर आने वाले टी20 विश्व कप नहीं पड़ सके.
हालांकि कुछ शीर्ष कोचों का मानना है कि सत्र के निलंबित होने का असर कुछ युवा क्रिकेटरों के करियर पर पड़ेगा जो अगले साल उम्र बढ़ने के कारण अपने आयु वर्गो में हिस्सा नहीं ले सकेंगे.
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विराट कोहली के मेंटर रहे और दिल्ली के कोच राजकुमार शर्मा ने कहा, "मेरे ख्याल से इसका असर उन युवा खिलाड़ियों पर पड़ेगा जिन्होंने कोरोना के बावजूद पूरे साल मेहनत की. इन्होंने प्रतिबंधों के बावजूद फिटनेस पर ध्यान दिया और अपने राज्य और देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए मेहनत की."
उन्होंने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा, "ये काफी बड़ा झटका है. जो खिलाड़ी अंडर-16 में खेल रहा है अगले साल वो उम्र के कारण इसमें नहीं खेल सकेगा. ऐसा ही अंडर-19 और अंडर-23 के खिलाड़ियों के लिए भी है."
राजकुमार का मानना है कि भारतीय बोर्ड को इसकी क्षतिपूर्ति करनी चाहिए और खिलाड़ियों की आयु सीमा को बढ़ाना चाहिए या अंडर-20 के टूर्नामेंट कराने चाहिए.
कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के मेंटर रहे तारक सिन्हा ने भी कुछ आयु वर्ग की सीमा बढ़ाने को सही बताया. हालांकि उनके अनुसार अगले साल वेस्टइंडीज में होने वाले अंडर-19 विश्व कप में कम समय को देखते हुए ये ज्यादा मददगार नहीं होगा.
सिन्हा ने कहा, "ये बड़ा झटका है क्योंकि अगले साल जूनियर विश्व कप होना है जिसके लिए अच्छी तैयारियां चाहिए. कुछ खिलाड़ी चयनित हुए हैं उन्हें अच्छा करना है."