हैदराबाद: किंग्स इलेवन पंजाब के गेंदबाजी कोच चार्ल्स लैंगवेल्ड्रट ने अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की जमकर तारीफ की है. लैंगवेल्ड्ट का ऐसा कहना है कि शमी ने अपनी ट्रेनिंग से एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है. वह अलग स्तर की मेहनत करते हैं और उनकी सफलता सबसे बड़ा कारण भी है.
इस बात में कोई शक नहीं है कि हाल फिलहाल के समय में शमी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है. मौजूदा समय में शमी की गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में की जाती है. टीम इंडिया के लिए खेलते हुए टेस्ट फॉर्मेट में तो उनका प्रदर्शन बेहद ही सराहनीय रहा. लैंगवेल्ड्रट ने कहा, "उनका काम करने का तरीका, इसने मुझे काफी प्रभावित किया है. पहले दिन से वो टीम में ऊर्जा लेकर आए हैं."
चार्ल्स लैंगवेल्ड्रट ने एक वेबसाइट से बात करते हुए कहा, "ट्रेनिंग की जब बात आती है तब वह पैमाने सेट करते हैं. मेरे लिए यह काफी अहम रहा है. ट्रेनिंग की जहां तक बात आती है वो अलग ही हैं. किसी तरह की शिकायत नहीं. वह अपने काम का बोझ बहुत अच्छे से संभालते हैं. वह अपनी ही गेंदबाजी की समीक्षा कर सकते हैं. मुझे लगता है कि उनका काम करने का तरीका युवाओं में उनके आदर्श बनाता है."
कुछ ही समय पहले शमी ने अपने एक बयान में कहा था कि यूएई की गर्मी भरी स्थिति में वर्कलोड मैनेजमेंट काफी अहम रहेगा.
लैंगवेल्ड्ट ने कहा, "यहां की गर्मी अब सहने लायक है. हमारे एक या दो अभ्यास सत्र रहे हैं जो चुनौतीपूर्ण रहे. अब यहां तापमान में कमी आई है, लेकिन ज्यादा नहीं."
उन्होंने कहा, "हमारे लिए अहम है कि हम वर्कलोड को अच्छे से मैनेज करें. इस तरह के टूर्नामेंट में एक गेंदबाज आमतौर पर एक सप्ताह में 80 से 120 गेंदें करता है. अगर वो इससे ज्यादा जाता है तो यह चिंता का विषय है, इसलिए हम कोशिश करते हैं और मॉनीटर करते हैं कि वो एक सप्ताह में कितनी गेंद कर रहे हैं. हमारे पास अच्छे फिटनेस ट्रेनर हैं. वह हमें हर सप्ताह वर्कलोड को लेकर फीडबैक देते हैं. हम उसे देखते हैं और उसके हिसाब से अभ्यास करते हैं."
उन्होंने कहा, "हमारे पास अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है. मोहम्मद शमी शानदार है. पिछले सीजन में वह हमारे लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. इसलिए हमारे पास विविधता है और यही अहम है. टीम में गहराई होना महत्वपूर्ण है."
मोहम्मद शमी ने आईपीएल में अभी तक 49 मैच खेले हैं और 40 विकेट लेने में सफल रहे हैं. पिछले साल खेले गए आईपीएल सत्र में उन्होंने 14 मैचों में 19 खिलाड़ियों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था.