मुंबई: श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने ने कहा है कि मौजूदा गेंदबाजों की तुलना पूर्व खिलाड़ियों से करना गलत होगा, क्योंकि जसप्रीत बुमराह और कागिसो रबाडा के सामने शायद पहले से बेहतर बल्लेबाज हैं.
उन्होंने कहा, "अगर आप आज के दौर के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले शीर्ष-10 गेंदबाजों को देखेंगे तो उन्होंने अपना शुरुआती करियर उस दौर में बिताया है. मैंने कपिल देव और कर्टनी वॉल्श को नहीं खेला क्योंकि मैंने उनके बाद क्रिकेट शुरू की."
पूर्व कप्तान जयवर्धने ने लगभग दो दशक के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान सभी प्रारूपों में 652 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और वह दुनिया के महान बल्लेबाजों में गिने जाते हैं. जयवर्धने का मानना है कि जब वह अपने करियर के शीर्ष पर थे तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई विश्व स्तरीय गेंदबाज थे और उनका मानना है कि अब ऐसा नहीं है.
जयवर्धने ने संजय मांजरेकर से बात करते हुए कहा, "तब मुथैया मुरलीधरन, शेन वॉर्न, ग्लैन मैक्ग्रा, अनिल कुंबले, भज्जी (हरभजन सिंह), सकलैन मुश्ताक, वसीम अकरम, वकार यूनिस थे. इनके आंकड़े इनके बारे में बताते हैं."
उन्होंने कहा, "हमें अभी देखना है कि मौजूदा गेंदबाजों की पौध उन आंकड़ों तक पहुंचती है या नहीं. मौजूदा गेंदबाज शायद बेहतर बल्लेबाजी ईकाई के सामने खेल रहे हैं."
जयवर्धने ने खुलासा किया कि उन्होंने क्रिकेट में तेज गेंदबाजी आलराउंडर के रूप में शुरुआत की थी और उन्होंने उस समय को भी याद किया जब उनके माता-पिता ने हांगकांग सिक्सेज टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए उन्हें परीक्षा में नहीं बैठने की स्वीकृति दे दी थी. हांगकांग सिक्सेस टूर्नामेंट में प्रत्येक टीम में छह खिलाड़ी खेलते थे.
टीम के पूर्व साथी मुथैया मुरलीधरन के बारे में पूछने पर जयवर्धने ने कहा कि इस महान स्पिनर को कुछ भी ऐसा करने के लिए मनाना मुश्किल होता था जिसे लेकर वह स्पष्ट नहीं होते थे.