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आज है उस भारतीय खिलाड़ी का जन्मदिन, जिनके नाम से खेली जाती है रणजी ट्रॉफी - रणजीत सिंह

दुनिया के क्रिकेट के इतिहास में रणजीत सिंह जी का नाम बहुत सम्मान के साथ लिया जाता है. भारत में घरेलू क्रिकेट में उनके नाम से रणजी ट्रॉफी खेली जाती है.

Ranjitsinhji
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Published : Sep 10, 2020, 3:47 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 4:13 PM IST

हैदराबाद: आज भारतीय क्रिकेट के पितामह कहे जाने वाले महान रणजीत सिंह जी का जन्मदिन है. रणजीत सिंह का जन्म आज ही के दिन 10 सितंबर, 1872 को गुजरात के जामनगर में हुआ था. शाही परिवार में जन्में रणजीत अंतराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले पहले खिलाड़ी रहे. कहने को भले ही रणजीत सिंह का जन्म भारत में हुआ हो लेकिन उन्होंने अपना अंतराष्ट्रीय डेब्यू इंग्लैंड के लिए किया.

Ranjitsinhji
रणजीत सिंह

रणजीत सिंह ने इंग्लैंड के लिए खेलते हुए अपना टेस्ट डेब्यू 1896 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था. डेब्यू पर उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 62 और दूसरी पारी में नाबाद 154 रन बनाए थे. अंतरराष्ट्रीय पर उन्होंने कुल 15 टेस्ट मैच खेले और 44.95 की औसत के साथ 989 रन बनाने में कामयाब हुए. 26 पारियों में उनके बल्ले से दो शतक और छह अर्धशतक भी देखने को मिले.

फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तो उनके बल्ले ने खूब आग उगली. 307 मैचों में उन्होंने 56.37 की औसत के साथ 24692 रन बनाए. 500 पारियों में उनके बल्ले से रिकॉर्ड 72 शतक और 109 अर्धशतक भी देखने को मिले.

ranji trophy
रणजी ट्रॉफी

रणजीत सिंह का नाम विश्व क्रिकेट में बड़े ही सम्मान के साथ लिया जाता है. इतना ही नहीं उन्हीं के नाम से आज भारत में रणजी ट्रॉफी खेली जाती है. काउंटी क्रिकेट में वो ससेक्स की टीम का हिस्सा रहे. उन्होंने लगातार 10 सीजन तक 1000 रन बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया. अगस्त 1896 में रणजी ने होव के मैदान पर एक ही दिन में दो शतक लगाने को रिकॉर्ड भी बनाया था. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में इससे पहले किसी भी खिलाड़ी ने एक दिन में दो शतक नहीं लगाए थे.

1915 में यॉर्कशायर में रणजी दुर्घटना के शिाकर हो गए थे. इससे उनकी दाईं आंख की रोशनी चली गई. इस एक्सीडेंट ने उनका फर्स्ट क्लास करियर समाप्त कर दिया. रणजीत सिंह को 1897 में 'विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर' का अवॉर्ड भी मिला था. बताते चलें कि पटियाला रियासत के महाराज भूपिंदर सिंह ने रणजीत सिंह के नाम पर 'रणजी ट्रॉफी' का आगाज किया था.

हैदराबाद: आज भारतीय क्रिकेट के पितामह कहे जाने वाले महान रणजीत सिंह जी का जन्मदिन है. रणजीत सिंह का जन्म आज ही के दिन 10 सितंबर, 1872 को गुजरात के जामनगर में हुआ था. शाही परिवार में जन्में रणजीत अंतराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले पहले खिलाड़ी रहे. कहने को भले ही रणजीत सिंह का जन्म भारत में हुआ हो लेकिन उन्होंने अपना अंतराष्ट्रीय डेब्यू इंग्लैंड के लिए किया.

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रणजीत सिंह

रणजीत सिंह ने इंग्लैंड के लिए खेलते हुए अपना टेस्ट डेब्यू 1896 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था. डेब्यू पर उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 62 और दूसरी पारी में नाबाद 154 रन बनाए थे. अंतरराष्ट्रीय पर उन्होंने कुल 15 टेस्ट मैच खेले और 44.95 की औसत के साथ 989 रन बनाने में कामयाब हुए. 26 पारियों में उनके बल्ले से दो शतक और छह अर्धशतक भी देखने को मिले.

फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तो उनके बल्ले ने खूब आग उगली. 307 मैचों में उन्होंने 56.37 की औसत के साथ 24692 रन बनाए. 500 पारियों में उनके बल्ले से रिकॉर्ड 72 शतक और 109 अर्धशतक भी देखने को मिले.

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रणजी ट्रॉफी

रणजीत सिंह का नाम विश्व क्रिकेट में बड़े ही सम्मान के साथ लिया जाता है. इतना ही नहीं उन्हीं के नाम से आज भारत में रणजी ट्रॉफी खेली जाती है. काउंटी क्रिकेट में वो ससेक्स की टीम का हिस्सा रहे. उन्होंने लगातार 10 सीजन तक 1000 रन बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया. अगस्त 1896 में रणजी ने होव के मैदान पर एक ही दिन में दो शतक लगाने को रिकॉर्ड भी बनाया था. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में इससे पहले किसी भी खिलाड़ी ने एक दिन में दो शतक नहीं लगाए थे.

1915 में यॉर्कशायर में रणजी दुर्घटना के शिाकर हो गए थे. इससे उनकी दाईं आंख की रोशनी चली गई. इस एक्सीडेंट ने उनका फर्स्ट क्लास करियर समाप्त कर दिया. रणजीत सिंह को 1897 में 'विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर' का अवॉर्ड भी मिला था. बताते चलें कि पटियाला रियासत के महाराज भूपिंदर सिंह ने रणजीत सिंह के नाम पर 'रणजी ट्रॉफी' का आगाज किया था.

Last Updated : Sep 10, 2020, 4:13 PM IST
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