नई दिल्ली: भारत के शीर्ष टेस्ट खिलाड़ी अगले दो महीने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में व्यस्त रहेंगे लेकिन यदि वो इस टी20 टूर्नामेंट के दौरान लाल गेंद से अभ्यास करना चाहेंगे तो भारतीय क्रिकेट बोर्ड (णणघ) उन्हें ड्यूक गेंदें उपलब्ध कराने के लिए तैयार है.
ऐसा आईपीएल के बाद भारत के टेस्ट कार्यक्रम को देखते हुए किया जा सकता है. भारत को आईपीएल के बाद 18 से 22 जून के बीच न्यूजीलैंड के खिलाफ साउथम्पटन में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है और फिर इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है.
लेकिन ये पूरी तरह से एक विकल्प होगा जिसका बीसीसीआई से अनुबंधित टेस्ट खिलाड़ी लाभ उठा सकते हैं.
BCCI के एक शीर्ष अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, "यदि किसी खिलाड़ी को लगता है कि उसे लाल गेंद से भी अभ्यास करना चाहिए तो BCCI उन्हें लाल ड्यूक गेंदें उपलब्ध कराएगा. किसी भी तरह की मदद के लिए राष्ट्रीय टीम के कोच तुरंत ही उनकी मदद करेंगे."
IPL फाइनल और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के बीच केवल 20 दिन का अंतर है और इसलिए बोर्ड ने ये विकल्प सामने रखा है.
अधिकारी ने कहा, "विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की तैयारी के लिए आपको पूरे 20 दिन के अभ्यास का अवसर नहीं मिलेगा. यदि आईपीएल 29 मई को समाप्त होता है और टीम 30 या 31 मई को दौरे पर जाती है तो खिलाड़ियों को ब्रिटेन में एक सप्ताह के कड़े आइसोलेशन पर रहना होगा. ऐसे में आपके पास नेट अभ्यास के लिए केवल 10 दिन का समय बचेगा.
न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में खेलने के बाद विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तें उतरेगी जबकि भारतीय टीम को टी20 प्रारूप के तुरंत बाद लंबे प्रारूप में खेलना होगा.
माना जा रहा है कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को अपनी फ्रेंचाइजी टीमों से खेलने का अधिक मौका नहीं मिलेगा और ऐसे में वो इस समय का उपयोग टेस्ट मैचों की तैयारी के लिए कर सकते है. इसी तरह से मोहम्मद शमी लाल ड्यूक गेंद से गेंदबाजी का अभ्यास कर सकते हैं.