नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त की गई प्रशासकों की समिति (सीओए) में पड़ी दरार एक बार फिर सामने आ गई है. सीओए प्रमुख विनोद राय चाहते हैं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के चुनाव स्थगित हों, लेकिन सीओए की महिला सदस्य डायना इडुल्जी इसके पक्ष में नहीं है.
सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु क्रिकेट संघ को चुनाव कराने की अनुमति भी दी थी जबकि सीओए ऐसा नहीं चाहती थी.
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राय और रवि थोडगे बोर्ड के चुनाव को स्थगित करने के पक्ष में हैं जबकि इडुल्जी ने समिति और एमिकस क्यूरे के सामने अपना पक्ष साफ कर दिया है.
अधिकारी ने बताया, "वो (इडुल्जी) राय और थोडगे से अलग सोच रखती हैं और उन्हें बीसीसीआई के चुनावों को टालने का कोई कारण नजर नहीं आता. उन्होंने सीओए के तीन सदस्यों के बीच मेल के जरिए हुई बातचीत में भी यह स्पष्ट कर दिया है. साथ ही उन्होंने सोमवार को एमिकस क्यूरे को भी इस बारे में सूचित किया. उस समय बातचीत चल रही थी कि सीओए अदालत के नए आदेश पर स्पष्टता चाहती है. वह मानती हैं कि बीसीसीआई चुनाव कराने के लिए अभी भी पर्याप्त समय है और यहां तक कि अदालत ने भी स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव के लिए 21 दिनों के नोटिस की जरूरत नहीं है."
मामले से जुड़े एक सूत्रों ने मीडिया को बताया कि राय फिलहाल, मुंबई स्थित बीसीसीआई मुख्यालय में मौजूद हैं और चुनाव को स्थगित करने का तरीका निकालने के लिए कानूनी टीम के साथ बैठक कर काम कर रहे हैं. इस बैठक में राय के साथ सीईओ राहुल जौहरी भी मौजूद हैं.
एमिकस क्यूरे ने बोर्ड के चुनावों को स्थगित करने के सीओए के प्रयासों में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई थी.