नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मौजूदा टेस्ट सीरीज में इस्तेमाल की जा रही संसेफिल्स ग्रीनलैंड्स (एसजी) गेंद के निर्माता को अपनी गेंदों की क्वॉलिटी की समीक्षा करने को कहा है.
भारत और इंग्लैंड के बीच जारी टेस्ट मैच के पहले मुकाबले के बाद भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एसजी गेंदों की क्वॉलिटी को लेकर शिकायत दर्ज की थी. उन्होंने गेंद की क्वॉलिटी को लेकर नाराजगी जताई थी.
एसजी के मार्केटिंग निदेशक पारस आनंद ने कहा कि बीसीसीआई ने उनसे मामले को देखने को कहा है. आनंद ने कहा, "हमने उन्हें कहा है कि हम इसे परखेंगे. कुछ खिलाड़ियों ने चूंकि पिच के बारे में भी शिकायत की है तो हमें इस तरह की पिच पर भी गेंद के रिएक्शन को देखना होगा."
उन्होंने आगे कहा, "हमने उनसे कहा है कि हम रिसर्च और डेवेलपमेंट करेंगे और गेंद की मजबूती और टिकाऊपन की भी जांच करेंगे. हम बेशक ऐसी गेंद बनाएंगे जो टिक सके. हम गेंद की सिलाई के लिए ऐसा मैटिरियल तलाशेंगे जो हार्ड और खुरदरी पिच पर भी टिक सके और उसे झेल सके."
फिलहाल के लिए, शनिवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में इसी गेंद का इस्तेमाल किया जाएगा क्योंकि दोनों टेस्ट मैचों के बीच का समय काफी कम है.
बता दें कि कोहली ने दो साल पहले भी एसजी गेंद को लेकर शिकायत की थी. आनंद ने कहा कि कप्तान ने पहले जिन दो मुद्दों की शिकायत की थी, वे मौजूदा शिकायत से अलग हैं.
आनंद ने कहा, "पिछली बार उन्होंने कहा था कि गेंद काफी सॉफ्ट है और जल्दी खराब की स्थिति में पहुंच जाती है. दो-तीन साल पहले जो मुद्दे थे, उन्हें संबोधित किया गया है. वे उस गेंद (इंग्लैंड की पहली पारी) में 104 ओवर फेंकने में सफल रहे. अब रिवर्स स्विंग भी हो रही है; गेंद ने अपना आकार भी बरकरार रखा है. अब, गेंद की सिलाई तीसरा मुद्दा है, और ये पहले के मुद्दे से बिल्कुल अलग है. हम इसका हल निकालेंगे. हमें धागे पर काम करना होगा."
उन्होंने बताया, "हमने देखा है कि धागे के निकल जाने के बावजूद गेंद खराब नहीं हो रही है. अंपायर गेंद नहीं बदल रहे हैं. हालांकि हमने इसपे काम करना शुरू कर दिया है. हम किसी को जिम्मेदार नहीं ठहरा रहे हैं."
इससे पहले वेस्टइंडीज के भारत दौरे के दौरान अक्टूबर, 2018 में कोहली ने एसजी गेंद को लेकर नाराजगी जताई थी.