दिल्ली : पूर्व भारतीय क्रिकेटर अतुल वासन ने दानिश कनेरिया मामले पर पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि पाकिस्तान में भेदभाव होता है ये तो सभी जानते हैं.
अतुल ने कहा, "खेल में अगर कोई हिंदू है तो आप ऐसा करेंगे. मुझे लगता है कि यह किसी के लिए भी सबसे बड़ा अपमान है. मुझे लगता है कि ये बदतर है जब किसी को उसके धर्म और मान्यताओं के कारण समान नहीं माना जाता है. मैं यह सोचता हूं. शायद खेल में, इस तरह के पक्षपात के लिए कोई जगह नहीं है."
'पाकिस्तान में भेदभाव होता है ये किसी से छुपा नहीं है'
अतुल ने कहा, "खेल में अगर कोई हिंदू है तो आप ऐसा करेंगे. मुझे लगता है कि यह किसी के लिए भी सबसे बड़ा अपमान है."
दिल्ली : पूर्व भारतीय क्रिकेटर अतुल वासन ने दानिश कनेरिया मामले पर पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि पाकिस्तान में भेदभाव होता है ये तो सभी जानते हैं.
अतुल ने कहा, "खेल में अगर कोई हिंदू है तो आप ऐसा करेंगे. मुझे लगता है कि यह किसी के लिए भी सबसे बड़ा अपमान है. मुझे लगता है कि ये बदतर है जब किसी को उसके धर्म और मान्यताओं के कारण समान नहीं माना जाता है. मैं यह सोचता हूं. शायद खेल में, इस तरह के पक्षपात के लिए कोई जगह नहीं है."
'पाकिस्तान में भेदभाव होता है ये किसी से छुपा नहीं है'
दिल्ली : पूर्व भारतीय क्रिकेटर अतुल वासन ने दानिश कनेरिया मामले पर पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि पाकिस्तान में भेदभाव होता है ये तो सभी जानते हैं.
अतुल ने कहा, "खेल में अगर कोई हिंदू है तो आप ऐसा करेंगे. मुझे लगता है कि यह किसी के लिए भी सबसे बड़ा अपमान है. मुझे लगता है कि ये बदतर है जब किसी को उसके धर्म और मान्यताओं के कारण समान नहीं माना जाता है. मैं यह सोचता हूं. शायद खेल में, इस तरह के पक्षपात के लिए कोई जगह नहीं है."
अतुल ने आगे कहा,"मुझे लगता है कि ये काफी परेशान करने वाली बात है. हम सभी इसके बारे में जानते थे क्योंकि यह आम बात है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ समान व्यवहार नहीं किया जाता है. मैं शोएब की इस मुद्दे पर बोलने के लिए प्रशंसा करता हूं."
"यह क्रिकेट में अच्छा नहीं लगता है हालांकी पाकिस्तान में भेदभाव होता है ये किसी से छुपा नहीं है. भारत में कभी भेदभाव देखने को नहीं मिला और फिर मोहम्मद अजहरुद्दीन सबसे लंबे समय तक सर्व करने वाले कप्तान बने थे. हम खेलों में धर्म को आगे नहीं."
गौरतलब है कि दानिश कनेरिया ने भी कहा है कि,' उनके पूर्व साथी और तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने उनके बारे में जो कुछ कहा है, वह पूरी तरह सच है. कनेरिया के मुताबिक हिंदू खिलाड़ी होने के कारण टीम में उनके साथ भेदभाव किया गया. साथ ही कनेरिया ने यह भी कहा कि लोग इस मामलों को राजनीतिक तूल न दें.'
कनेरिया ने 2000 से 2010 के बीच पाकिस्तान के लिए 50 से अधिक टेस्ट खेले. वह पाकिस्तान के लिए खेलने वाले दूसरे हिंदू खिलाड़ी हैं. इससे पहले अनिल दलपत पाकिस्तान के लिए खेले थे, जो कनेरिया के चाचा थे. वह 1980 के दशक में बतौर विकेटकीपर पाकिस्तान के लिए खेले थे.
गौरतलब है कि पाकिस्तानी बल्लेबाज यूसुफ योहाना एक क्रिश्चन थे जिन्होंने धर्म परिवर्तन कर मुसलमान बन गए थे. इस बात कर कनेरिया ने कहा,"जो मोहम्मद यूसुफ ने किया जो उनका निजी फैसला था लेकिन मुझे कई धर्म परिवर्तन की जरूरत नहीं पड़ी."
Conclusion: