हैदराबाद : भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी और उनकी पत्नी हसीन जहां के बीच चल रहे विवाद मामले में पश्चिम बंगाल की एक कोर्ट ने शमी की गिरफ्तारी के लिए वांरेंट जारी कर दिया है. अलीपुर कोर्ट ने मोहम्मद समी को सरेंडर करने के लिए 15 दिन का समय दिया है.
बता दें कि 2018 में मोहम्मद शमी पर उनकी पत्नी हसीन जहां ने मारपीट, रेप और हत्या की कोशिस और घरेलू हिंसा जैसे कई गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज करवाया था. शमी के तलाक का केस भी कोर्ट में चल रहा है.
शमी के खिलाफ कोलकाता कोर्ट में केस चल रहा है,. कोर्ट ने शमी को 15 दिन के अंदर सरेंडर करने को कहा है. यदि शमी 15 दिनों के अंदर सरेंडर नहीं करते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
मोहम्मद शमी के फिलहाल भारतीय टीम के साथ वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज खेल रहे हैं.
पिछले साल कोलकाता पुलिस ने हसीन जहां की शिकायत के बाद शमी पर आईपीसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. हसीन जहां ने शमी और उनके भाई के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. उनके खिलाफ आईपीसी धारा 498 ए और धारा 354 के तहत दहेज उत्पीड़न और यौन शोषण का मामला दर्ज है.
हसीन जहां ने क्रिकेटर मोहम्मद शमी पर शारीरिक शोषण करने उन्हें धोखा देने का आरोप भी लगाया था. उसके बाद हसीन ने शमी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. हसीन जहां के इन गंभीर आरोपों के बाद बीसीसीआई ने शमी का सालाना करार रद्द कर दिया था. हालांकि, बाद में बोर्ड ने उन्हें क्लीन चिट देते हुए बी- ग्रेड में रखा.
इसके बाद शमी ने आपीएल में धमाल मचाया और फिर आईसीसी विश्व कप में हैट्रिक लेकर अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाया था.
क्या था पूरा मामला
मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने अपने फेसबुक पेज पर शमी पर बेवफाई के आरोप लगाते हुए पोस्ट लगाई थी. हसीन ने वाट्सऐप के स्क्रीन शॉट्स शेयर किए गए थे.
उनका दावा था कि ये स्क्रीन शॉट शमी की दूसरी लड़कियों से हुई चैट के थे. हसीन के मुताबिक शमी दूसरी लड़कियों से अंतरंग चैट करते थे, विरोध करने पर उनके साथ मारपीट करते थे. कई साल से वो ये प्रताड़ना सहती आ रही थीं. इसके बाद बीसीसीआई ने भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट रोक दिया था.