जोहानिसबर्ग: बल्लेबाज एडेन मार्कराम ने सोमवार को कहा कि वह टेस्ट क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका की अगुवाई करना चाहते हैं लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि अगर उन्हें यह पद नहीं मिलता तो यह उनके लिए दुनिया का अंत नहीं होगा.
अनुभवी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस के तीनों प्रारूपों की कप्तानी छोड़ने के बाद क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) टेस्ट टीम के लिए उपयुक्त कप्तान की तलाश में है.
क्विंटन डिकॉक को सीमित ओवरों के दोनों प्रारूपों की कप्तानी सौंपी गयी है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट निदेशक ग्रीम स्मिथ ने इस विकेटकीपर बल्लेबाज को टेस्ट कप्तानी सौंपने से इन्कार किया है जिसके बाद कई अन्य खिलाड़ी इस पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं.
मार्कराम ने कहा, "मैंने अपने देश की कप्तानी करने के बारे में कभी बहुत अधिक नहीं सोचा. यह हमेशा मेरे लिए अंधेरे में तीर चलाने जैसा रहा है. लेकिन जब समाचार लिखने वाले लोगों के दिमाग में मेरा नाम कौंध रहा है तो यह जानकर अच्छा लगता है कि मेरे नाम पर भी विचार हो रहा है. मुझे यह पसंद होगा."
उन्होंने कहा, "लेकिन मैं पहले भी कह चुका हूं कि अगर मुझे कप्तानी नहीं मिलती तो यह मेरे लिए सब कुछ का अंत नहीं होगा. मैं इसके लिए बेताब नहीं होना चाहता हूं. मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं और उत्साहित हूं लेकिन मैं इसको लेकर बेताब नहीं हूं."
मार्कराम की अगुवाई में ही दक्षिण अफ्रीका ने 2014 में दुबई में विश्व कप (अंडर-19) खिताब जीता था. वह डुप्लेसिस की जगह कप्तान बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं.
उन्होंने कहा, "निजी तौर पर मैं कप्तान और उससे जुड़े दायित्वों का पूरा आनंद लेता हूं."
मार्कराम के अलावा जिन अन्य खिलाड़ियों के नाम पर विचार किया जा रहा है उनमें डीन एल्गर, तेम्बा बावुमा, रासी वान डर डुसेन और केशव महाराज शामिल हैं.
इससे पहले केशव महाराज ने कहा था कि वह खेल से तीनों प्रारूपों में टीम की कप्तानी करना और ट्रॉफी जीतना पसंद करेंगे.
महाराज ने कहा, "मैं तीनों प्रारूपों में दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी करना चाहता हूं. मैं अपने हाथों से विश्व कप की ट्रॉफी उठाना चाहता हूं, एक कप्तान होने के नाते."