नई दिल्ली: खेल सामग्री बनाने वाली कंपनियां एडिडास और प्यूमा भारतीय क्रिकेट के नए किट प्रायोजक बनने की रेस में एक दूसरे से जंग करती नजर आ रही हैं. टीम का नाइकी के साथ 14 साल का करार सितंबर-2020 में खत्म होने वाला है.
बीसीसीआई के एक कार्यकारी ने न्यूज एजेंसी से कहा, "एडिडास और प्यूमा ने भारतीय टीम के किट प्रायोजक बनने में रुचि दिखाई है. पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी, जो भी करार किया जाएगा. इसके अलावा ड्रीम-11 भी एक और कंपनी हो सकती है."
रिपोर्टस के मुताबिक, "नाइकी ने 2016 में किट प्रायोजक का करार 370 करोड़ रुपये में रिन्यू किया था जो 30 सितंबर को खत्म हो रहा है. नाइकी हर मैच के लिए 87,34,000 रुपये देती थी."
कोविड-19 के कारण इस समय जो बाजार की स्थिति है उसे देखते हुए यह मुश्किल है कि नाइकी इसी बजट पर करार करेगी. बीसीसीआई इसलिए टेंडर निकालेगी ताकि अन्य कंपनियों को भी मौका मिल सके और जो बेहतर डील के साथ आएगा उसको मौका दिया जाएगा.
बीसीसीआई सूत्रों ने कहा, "एक बार मौजूदा करार खत्म हो जाएगा और अगर नाइकी उसी रकम देने को तैयार हो जाती है और बोर्ड को भी यह विचार पसंद आता हो तो ठीक है नहीं तो हम आगे की प्रक्रिया के लिए टेंडर निकालेगी."
उन्होंने कहा, "अगर नाइकी मौजूदा स्थिति को देखते हुए कटौती करती है तो फिर यह दूसरी कंपनियों को भी मौका देने का बात होगी और देखना होगा कि कौन बेहतर डील लेकर आता है."
एडिडास और प्यूमा का भारत में अच्छा खासा प्रभाव है और इन दोनों ब्रांड्स के भारत में प्रशंसक भी काफी ज्यादा तादाद में हैं.
प्यूमा की पिछले कुछ साल में भारतीय बाजार में दिलचस्पी बढी है, खासकर आईपीएल के जरिए और अब भारतीय कप्तान विराट कोहली तथा स्टार बल्लेबाज केएल राहुल इसके ब्रांड दूत हैं. बीसीसीआई ने पिछले चक्र में प्रति मैच बोली की बेसप्राइज 88 लाख रूपये रखी थी जो घटाकर 61 लाख रूपये कर दी गई है.