जोहान्सबर्ग : क्रिकेट साउथ अफ्रीका (सीएसए) ने हालांकि डिविलियर्स के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. एक वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, डिविलियर्स ने सीएसए को ये प्रस्ताव विश्वकप के लिए दक्षिण अफ्रीका का 15 सदस्यीय टीम चयन से पहले मई में भेजा था.
डीविलियर्स ने गुहार लगाई थी
हालांकि सीएसए ने डिविलियर्स के इस प्रस्ताव को ये कहते हुए खारिज कर दिया था कि उन्हें फिर से टीम में बुलाना, उस टीम के लिए सही नहीं होगा उनके (डिविलियर्स) के संन्यास लेने के बाद एकजुटर होकर खेल रही है. खबरों में ये भी कहा गया है कि डिविलियर्स ने फिर से टीम में शामिल होने के लिए कप्तान फॉफ डु प्लेसिस, कोच ओटिस गिब्सन और चयनकर्ता प्रमुख लिंडा जोंडी से भी गुहार लगाई थी.
विश्वकप में खेलना चाहते हैं
डिविलियर्स ने अपने प्रस्ताव में कहा था कि वह संन्यास लेने के अपने फैसले को पलटने के इच्छुक हैं और फिर से टीम के लिए विश्वकप में खेलना चाहते हैं. हालांकि टीम प्रबंधन ने उनके इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. टीम प्रबंधन द्वारा डिविलियर्स के प्रस्ताव को खारिज किए जाने के दो कारण है. इसमें पहला कारण तो ये है कि डिविलियर्स ने विश्वकप शुरू होने से ठीक एक साल पहले मई 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था.
विश्वकप में लगातार तीन मैचों में हार
इसके बाद वह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए टीम चयन के मापदंडों पर खरा नहीं उतरते थे. दूसरा कारण ये था कि इसमें ये भी पाया गया कि 35 साल के डिविलियर्स को उन खिलाड़ियों की जगह टीम में शामिल करना ठीक नहीं होगा, जो अब उनकी गैरमौजूदगी में अच्छा कर रहे हैं. डीविलियर्स ने पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए 114 टेस्ट, 228 वनडे और 78 टी-20 मैच खेले हैं.
डिविलियर्स की गैरमौजूदगी में दक्षिण अफ्रीका को विश्वकप में लगातार तीन मैचों में हार का सामना करना पड़ा है.