लाहौर: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व मुख्य चयनकर्ता आमिर सोहेल ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि पीसीबी को घरेलू क्रिकेट संचरना में कोई बदलाव करने से पहले अपने अंदर संचालन संबंधी जटिलताओं को दूर करना चाहिए क्योंकि इससे पाकिस्तानी क्रिकेट को शीर्ष स्तर पर नुकसान हो रहा है.
आपको बता दे कि पीसीबी ने हाल ही में देश में डेवलपमेंट क्रिकेट टीमों को भंग करते हुए घरेलू प्रथम श्रेणी संरचना को छह टीमों तक सीमित करने का फैसला किया है. इसे लेकर सोहेल ने पीसीबी की अलोचना की है और कहा है कि पीसीबी को पहले उन्हें बाहर करना चाहिए, जो मुख्य चयनकर्ता, मुख्य कोच और कप्तान जैसे लोगों की नियुक्ति करते हैं.
प्रतिभाओं का गला घोंट रही है पीसीबी
पाकिस्तान के एक समाचार पत्र के मुताबिक, सोहेल ने कहा, "पीसीबी सिर्फ एक आदमी के कहने पर घरेलू क्रिकेट संरचना में बदलाव कर रहा है. प्रथम श्रेणी क्रिकेट को छह टीमों तक सीमित करना गलत फैसला है, क्योंकि पाकिस्तान में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और पीसीबी अपने इस फैसले के जरिए इन तमाम प्रतिभाओं का गला घोंटने की तैयारी में है."
सोहेल ने कहा, "डेवलपमेंट टीमों का गठन स्टेट पॉलिसी के आधार पर किया गया है. यह सरकार द्वारा लिया गया निर्णय नहीं है. इस आधार पर इसमें बदलाव लाने के लिए आपको संसद में जाना होगा और इस सम्बंध में विस्तृत चर्चा करनी होगी."
उन्होने कहा कि, "पीसीबी को इस सम्बंध में कोई फैसला लेने से पहले इसे आम बैठक में चर्चा में लाना चाहिए था और इसकी जानकारी बोर्ड ऑफ गवर्नर्स को देनी चाहिए थी लेकिन, यहां सब असंवैधानिक तरीके से हो रहा है और वह भी किसी एक व्यक्ति के कहने पर."
पीसीबी को टीमों की संख्या बढ़ानी चाहिए
आमिर ने कहा कि डेवलपमेंट टीमों को भंग करने की जगह पीसीबी को टीमों की संख्या बढ़ाने पर विचार करना चाहिए था. सोहेल ने कहा, "हमें नहीं भूलना चाहिए कि क्वालिटी, क्वांटिटी से ही आती है. अगर आप क्वालिटी के लिए बदलाव करना चाहते हैं तो आपको मौजूदा संरचना को और प्रतिस्पर्धी बनाना चाहिए और इसके लिए नई टीमों को जोड़ने की जरूरत है."