नई दिल्ली: 25 जून का दिन भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. आज ही के दिन 39 साल पहले कपिल देव की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने 1983 विश्व कप के फाइनल में वेस्टइंडीज को हराया था. भारत विश्व कप जीतने वाली दूसरी टीम थी. इससे पहले दोनों विश्व कप वेस्टइंडीज ने ही जीते थे. ये फाइनल 25 जून, 1983 को भारत और उस समय की सबसे खतरनाक टीम वेस्टइंडीज के बीच खेला गया. भारत ने उस मैच में इतिहास रचा और हर चुनौतियों को पार करते हुए लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में पहली बार वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीतकर दुनिया को चौंका दिया.
यह विश्व कप जीतने के बाद भारत में क्रिकेट की स्थिति बदल गई. देश में क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ी और अब बीसीसीआई दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट बोर्ड है.
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🗓️ #OnThisDay in 1983
— BCCI (@BCCI) June 25, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
A historic day & a landmark moment for Indian cricket as #TeamIndia, led by @therealkapildev, clinched the World Cup title. 🏆 👏 pic.twitter.com/WlqB0DQp1U
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— BCCI (@BCCI) June 25, 2022
A historic day & a landmark moment for Indian cricket as #TeamIndia, led by @therealkapildev, clinched the World Cup title. 🏆 👏 pic.twitter.com/WlqB0DQp1U🗓️ #OnThisDay in 1983
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क्रिकेट में विश्व कप की शुरुआत साल 1975 में हुई थी. इस समय विश्व क्रिकेट में वेस्टइंडीज का दबदबा था. इस दौरे में कैरिबियाई टीम में विवियन रिचर्ड्स और क्लाइव लॉयड जैसे खिलाड़ी थे. पूरे दो दशक तक वेस्टइंडीज के पास कई खतरनाक तेज गेंदबाज थे, जिनसे दुनियाभर के बल्लेबाज खौफ खाते थे.
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वेस्टइंडीज ने 1975 और 1979 का विश्व कप जीता था और 1983 में लगातार तीसरी बार चैंपियन बनने के लिए तैयार थी. उम्मीद थी कि ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड इस टीम को टक्कर देंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. भारत ने सबको चौकाते हुए टूर्नामेंट जीता और कपिल देव विश्व कप जीतने वाले सबसे युवा कप्तान बने.
फाइनल में प्रवेश करते हुए भारत ने 1975 और 1979 में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अपने प्रभावशाली प्रदर्शन से क्रिकेट जगत को चौंका दिया. भारत चार जीत और दो हार के साथ अपने समूह में दूसरे स्थान पर रहा. भारत ने जिम्बाब्वे, वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया पर जीत हासिल की. उसने सेमीफाइनल में इंग्लैंड को भी छह विकेट से हराया था.