नई दिल्ली: भारतीय बैडमिंटन संघ (BAI) और भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) ने मिलकर ऑनलाइन कोच विकास कार्यक्रम के पहले सत्र की शुरूआत की.
बीएआई के इस पहले ऑनलाइन कोच विकास कार्यक्रम में देश भर के करीब 800 प्रतिभागियों ने भाग लिया. यह कार्यक्रम आठ मई तक चलेगा.
यह कार्यक्रम तीन सप्ताह तक हफ्ते में पांच दिन चलेगा और पूरे कोर्स को 39 विषयों में बांटा गया है. इससे प्रशिक्षकों को भारतीय बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद की अगुवाई में शीर्ष स्तर के कोच से विस्तार से सीखने का मौका मिलेगा.
पहले सत्र में गोपीचंद और विदेशी कोच एगस डी सेंटोसो और नामरीह सुरोत ने भाग लिया.
इस अवसर पर गोपीचंद ने कहा, "यह एक शानदार मंच है, जहां पर विदेशी कोचों का अनुभव हमारे देश में हर स्तर के कोचों के कौशल को निखारने में काम आएगा. कोचिंग और बुनियादी दृष्टिकोण में इस तरह की चीजें अद्भुत है, जिसके बारे में लॉकडाउन में किसी ने भी नहीं सोचा था."
ऑनलाइन कार्यक्रम के पहले दिन सत्र में अनुशासन और तकनीकी कौशल विकसित करने की प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित किया गया.
एक इंटरैक्टिव सत्र में, अनुभवी इंडोनेशियाई कोच सेंटोसो ने समझाया, "समय पर सोना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे रक्त में बेहतर ऑक्सीजन का प्रवाह होने में मदद मिलती है, जिससे खिलाड़ी सुबह में अधिक एक्टीव और ऊर्जा से भरा होता है."