नई दिल्ली : भारतीय राष्ट्रीय बैडमिटन टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद ने ओलंपिक क्वालीफिकेशन की अवधि बढ़ने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि ये खिलाड़ियों के लिए अच्छा है.
बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने शुक्रवार को ओलंपिक क्वालीफिकेशन की अवधि 15 जून तक बढ़ाने की घोषणा की है.
गोपीचंद ने शुक्रवार को कहा, "सभी के लिए ये एक जैसा है. इस दृष्टिकोण से ये अच्छा है. इससे खिलाड़ियों को टूर्नामेंटों के लिए थोड़ा समय मिलेगा."
मलेशियन ओपन सुपर 750 और सिंगापुर ओपन सुपर 500 टूनामेंट्स के स्थगित होने के बाद ये फैसला किया गया है. दोनों टूर्नामेंट्स को क्वालीफाईंग आयोजन के रूप में सूचीबद्ध किया गया था. मलेशियन ओपन का आयोजन 25 से 30 मई और सिंगापुर ओपन का आयोजन एक से छह जून तक होना था.
ओलंपिक क्वालीफिकेशन पीरियड पहले इंडियन ओपन के साथ समाप्त होने वाला था, जिसे 11 से 16 मई तक नई दिल्ली में होना है.
गोपीचंद ने कहा, "मेरे ख्याल से सभी खिलाड़ी इस फैसले का स्वागत करेंगे. इससे कम से कम भारतीय खिलाड़ियों को तो फायदा होगा. ये अच्छा है कि हमारे पास टूर्नामेंट के बीच समय रहेगा, जिससे हम ट्रेनिंग करके और बेहतर तैयारी कर सकेंगे."
टोक्यो ओलंपिक का आयोजन पिछले साल 24 जुलाई से नौ अगस्त तक होना था, लेकिन वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के कारण इसे 2021 तक स्थगित किया था. टोक्यो ओलंपिक का आयोजन इस साल 23 जुलाई से आठ अगस्त तक किया जाएगा.
भारतीय खिलाड़ियों के अब तक टूर्नामेंटों में किए गए प्रदर्शन पर गोपीचंद ने कहा, "कुछ थोड़े रूखे रहे लेकिन कुछ खिलाड़ियों ने बेहतर किया. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. हमें किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले कुछ और टूर्नामेंटों का इंतजार करना होगा."
उन्होंने कहा, "एक तथ्य यह भी है कि जापान और चीन जैसे दो बड़े देशों ने टूर्नामेंटों में भाग नहीं लिया है. इसलिए अभी हमने इन नतीजों का आकलन नहीं किया है."
गोपीचंद ने कहा कि खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ ओलंपिक के लिए कैलेंडर में बदलाव या अनिश्चितता को लेकर कोई फिक्र नहीं करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, "मेरे ख्याल से हम सभी के लिए ये जरुरी है कि हम वहीं से शुरुआत करें, जहां हम पिछले साल थे. पिछले साल हमारा कोई टूर्नामेंट नहीं हुआ. इसकी तुलना में इस साल हमें फिलहाल कुछ टूर्नामेंट खेलने के लिए मिले. खिलाड़ी खुश हैं कि वह ऐसे माहौल में हैं जहां उन्हें टूर्नामेंटों में खेलने का मौका मिलेगा."
गोपीचंद ने कहा, "अनिश्चितता है लेकिन वैक्सीन के आने से आने वाले कुछ महीनों में और भी टूर्नामेंटों के होने की संभावना बढ़ गई है. इसलिए मैं नकारात्मक की तुलना में सकारात्मक होने के लिए बहुत अधिक सोचता हूं. हमें बस तैयारी करनी है. खिलाड़ियों ने पिछले एक साल से खुद को सकारात्मक रखने के लिए काफी मेहनत की है."