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'हर भारतीय खिलाड़ी को पीबीएल जो पैसा देती है वो उसकी साल भर की इनकम से ज्यादा है'

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Published : Feb 3, 2020, 9:36 PM IST

Updated : Feb 29, 2020, 1:41 AM IST

ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रसाद ने बड़ा बयान देते हुए ऐलान किया है कि वो पीबीएल के आगे रिजनल बैडमिंटन लीग भी लेकर आना चाहते हैं.

Prasad
Prasad

हैदराबाद: पीबीएल के फाउंडर प्रसाद मांगीपुड़ी से ईटीवी भारत ने की खास बातचीत की, जहां उन्होंने बताया कि पीबीएल को लेकर अब और क्या प्लान है वहीं इससे खिलाड़ियों को किस तरह का फायदा मिलेगा.

देखिए वीडियोे
प्रसाद ने कहा, "ये खिलाड़ियों के लिए एक नर्सरी बन गया है. इंडिया में कुछ भी करना आसान नहीं होता है लेकिन हमे काफी सपोर्ट भी मिला. अब हम ये गर्व के साथ कह सकते हैं कि पीबीएल अब दुनियां की सबसे बड़ी (बैडमिंटन) लीग बन गई है. इस लीग में हर साल पूरी दुनियां के टॉप प्लेयर्स खेलते हैं. अगर क्रिकेट को छोड़ दिया जाए तो बाकि के जितने ओलंपिक गेम्स हैं उसके बेस्ट एथलीट्स आकर खेल रहे हैं. हमारे लिए ये बहुत गर्व की बात है कि इतने बड़े प्लेयर्स इस लीग का हिस्सा बन रहे हैं."
PV SINDHU and TAI ZU YING
पीवी सिंधु और ताई जू यिंग
बड़े खिलाड़ी इस बार इस सीजन का हिस्सा नहीं बन सके इस बात पर प्रसाद ने कहा, " ये हर 4 साल में एक बार होगा क्योंकि हर 4 साल में एक बार ओलंपिक होगा और ऐसे में खिलाड़ी अपने इवेंट्स को चुनते हैं. जैसे अब भारत की ही बात कर लेते हैं कि सायना नेहवाल अभी तक क्वालीफाई नहीं कर पाई हैं इसलिए उनको टाइम चाहिए था लेकिन पीवी सिंधु और साई प्रणीत क्वालीफाई कर चुके हैं इसलिए वो खेल रहे हैं. लीग की क्वालिटी बरकरार है. वर्ल्ड नंबर 2 ताई जु यिंग पीबीएल का पार्ट हैं."
PBL LOGO
पीबीएल का लोगो
पीबीएल को बीडब्लूएफ के कैलेंडर में जोड़ने को लेकर प्रसाद ने कहा, "हम पहले नहीं हैं जो इस तरह से प्रीमियर लीग लेकर आए हैं. दुनियां में हर देश इस तरह से लीग लेकर आता है. बास्केट बॉल में एनबीए होता है. फुटबॉल में ईपीएल होता है. दुनियां में हर जगह लीग्स के द्वारा ही टैलेंट निखर कर बाहर आता है. अभी हाल ये है कि बीडब्लूएफ के कैलेंडर में टॉप 10 खिलाड़ियों को ही मौका मिलता है इसलिए हम लोग इसको कैलेंडर का पार्ट बनाने के लिए बीडब्लूएफ से बात कर रहे हैं क्योंकि लीग न सिर्फ मौका देती है बल्कि पैसा भी देती है. हर भारतीय खिलाड़ी को पीबीएल से जो पैसा मिलता है वो उसकी साल भर की इनकम से ज्यादा है."लीग के फ्यूचर को लेकर प्रसाद ने कहा कि वो पीबीएल के आगे रिजनल बैडमिंटन लीग भी लेकर आना चाहते हैं.

हैदराबाद: पीबीएल के फाउंडर प्रसाद मांगीपुड़ी से ईटीवी भारत ने की खास बातचीत की, जहां उन्होंने बताया कि पीबीएल को लेकर अब और क्या प्लान है वहीं इससे खिलाड़ियों को किस तरह का फायदा मिलेगा.

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प्रसाद ने कहा, "ये खिलाड़ियों के लिए एक नर्सरी बन गया है. इंडिया में कुछ भी करना आसान नहीं होता है लेकिन हमे काफी सपोर्ट भी मिला. अब हम ये गर्व के साथ कह सकते हैं कि पीबीएल अब दुनियां की सबसे बड़ी (बैडमिंटन) लीग बन गई है. इस लीग में हर साल पूरी दुनियां के टॉप प्लेयर्स खेलते हैं. अगर क्रिकेट को छोड़ दिया जाए तो बाकि के जितने ओलंपिक गेम्स हैं उसके बेस्ट एथलीट्स आकर खेल रहे हैं. हमारे लिए ये बहुत गर्व की बात है कि इतने बड़े प्लेयर्स इस लीग का हिस्सा बन रहे हैं."
PV SINDHU and TAI ZU YING
पीवी सिंधु और ताई जू यिंग
बड़े खिलाड़ी इस बार इस सीजन का हिस्सा नहीं बन सके इस बात पर प्रसाद ने कहा, " ये हर 4 साल में एक बार होगा क्योंकि हर 4 साल में एक बार ओलंपिक होगा और ऐसे में खिलाड़ी अपने इवेंट्स को चुनते हैं. जैसे अब भारत की ही बात कर लेते हैं कि सायना नेहवाल अभी तक क्वालीफाई नहीं कर पाई हैं इसलिए उनको टाइम चाहिए था लेकिन पीवी सिंधु और साई प्रणीत क्वालीफाई कर चुके हैं इसलिए वो खेल रहे हैं. लीग की क्वालिटी बरकरार है. वर्ल्ड नंबर 2 ताई जु यिंग पीबीएल का पार्ट हैं."
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पीबीएल को बीडब्लूएफ के कैलेंडर में जोड़ने को लेकर प्रसाद ने कहा, "हम पहले नहीं हैं जो इस तरह से प्रीमियर लीग लेकर आए हैं. दुनियां में हर देश इस तरह से लीग लेकर आता है. बास्केट बॉल में एनबीए होता है. फुटबॉल में ईपीएल होता है. दुनियां में हर जगह लीग्स के द्वारा ही टैलेंट निखर कर बाहर आता है. अभी हाल ये है कि बीडब्लूएफ के कैलेंडर में टॉप 10 खिलाड़ियों को ही मौका मिलता है इसलिए हम लोग इसको कैलेंडर का पार्ट बनाने के लिए बीडब्लूएफ से बात कर रहे हैं क्योंकि लीग न सिर्फ मौका देती है बल्कि पैसा भी देती है. हर भारतीय खिलाड़ी को पीबीएल से जो पैसा मिलता है वो उसकी साल भर की इनकम से ज्यादा है."लीग के फ्यूचर को लेकर प्रसाद ने कहा कि वो पीबीएल के आगे रिजनल बैडमिंटन लीग भी लेकर आना चाहते हैं.
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'हर भारतीय खिलाड़ी को पीबीएल जो पैसा देती है वो उसकी साल भर की इनकम से ज्यादा है'

हैदराबाद: पीबीएल के फाउंडर प्रसाद मांगीपुड़ी से ईटीवी भारत ने की खास बातचीत जहां उन्होंने बताया कि पीबीएल को लेकर अब और क्या प्लैन है वहीं इससे खिलाड़ियों को किस तरह का फायदा मिलेगा. 

प्रसाद ने कहा, "ये खिलाड़ियों के लिए एक नर्सरी बन गया है. इंडिया में कुछ भी करना आसान नहीं होता है लेकिन हमे काफी सपोर्ट भी मिला. अब हम ये गर्व के साथ कह सकते हैं कि पीबीएल अब दुनियां की सबसे बड़ी (बैडमिंटन) लीग बन गई है. इस लीग में हर साल पूरी दुनियां के टॉप प्लेयर्स खेलते हैं. अगर क्रिकेट को छोड़ दिया जाए तो बाकि के जितने ओलंपिक गेम्स हैं उसके बेस्ट एथलीट्स आकर खेल रहे हैं. हमारे लिए ये बहुत गर्व की बात है कि इतने बड़े प्लेयर्स इस लीग का हिस्सा बन रहे हैं."

बड़े खिलाड़ी इस बार इस सीजन का हिस्सा नहीं बन सके इस बात पर प्रसाद ने कहा, " ये हर 4 साल में एक बार होगा क्योंकि हर 4 साल में एक बार ओलंपिक होगा और ऐसे में खिलाड़ी अपने इवेंट्स को चुनते हैं. जैसे अब भारत की ही बात कर लेते हैं कि सायना नेहवाल अभी तक क्वालीफाई नहीं कर पाई हैं इसलिए उनको टाइम चाहिए था लेकिन पीवी सिंधु और साई प्रणीत क्वालीफाई कर चुके हैं इसलिए वो खेल रहे हैं. लीग की क्वालीटी बरकरार है. वर्ल्ड नंबर 2 ताई जो यिंग पीबीएल का पार्ट हैं."

पीबीएल को बीडब्लूएफ के कैलेंडर में जोड़ने को लेकर प्रसाद ने कहा, "हम पहले नहीं हैं जो इस तरह से प्रीमियर लीग लेकर आए हैं. दुनिंया में हर देश इस तरह से लीग लेकर आता है. बास्केट बॉल में एनबीए होता है. फुटबॉल में ईपीएल होता है. दुनियां में हर जगह लीग्स के द्वारा ही टैलेंट निखर कर बाहर आता है. अभी हाल ये है कि बीडब्लूएफ के कैलेंडर में टॉप 10 खिलाड़ियों को ही मौका मिलता है इसलिए हम लोग इसको कैलेंडर का पार्ट बनाने के लिए बीडब्लूएफ से बात कर रहे हैं क्योंकि लीग न सिर्फ मौका देती है बल्कि पैसा भी देती है. हर भारतीय खिलाड़ी को पीबीएल से जो पैसा मिलता है वो उसकी साल भर की इनकम से ज्यादा है."

लीग के फ्यूचर को लेकर प्रसाद ने कहा कि वो पीबीएल के आगे रिजनल बैडमिंटन लीग भी लेकर आना चाहते हैं. 


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Last Updated : Feb 29, 2020, 1:41 AM IST
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