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पूर्व विश्व चैंपियन ली जुई रुई ने लिया संन्यास, 2012 में जीता था ओलंपिक गोल्ड

2012 लंदन ओलंपिक्स में चीन की ली जुई रुई ने अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन से संन्यास ले लिया है. इस बात की जानकारी बीडब्ल्यूएफ ने दी है.

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Published : Oct 18, 2019, 11:11 AM IST

Li Xue Rui

चॉन्गकिंग : चीन की स्टार शटलर ली जुई रुई ने बैडमिंटन को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है. वे अब किसी भी अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन टूर्नामेंट में नहीं नजर आएंगी. इस बात की पुष्टि गुरुवार को बीडब्ल्यूएफ ने की है.

28 वर्षीय चीनी शटलर ने 2012 लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था. रियो ओलंपिक में चोटिल होने से पहले वे सबसे हावी खिलाड़ियों में एक गिनी जाती थीं. उन्होंने साल 2010 में भारतीय स्टार शटलर साइना नेहवाल और अपनी हमवतन लिउ जिन को बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में हराया था.

उसके बाद उनके करियर का ग्राफ ऊपर ही जाता रहा. वे दुनिया की ऐसे खिलाड़ियों में शुमार हो गईं जिन्हे् हराना बेहद मुश्किल था. लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने से पहले उन्होंने 2012 ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के सभी गेम जीते थे.

ली जुई रुई
ली जुई रुई
फिर साल 2013 और 2014 में उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में सिल्वर मेडल जीता था. 2013 में वे फाइनल में थाइलैंड की रतचनोक से और 2014 में वे स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार गई थीं. फिर वे रियो ओलंपिक में पहुंची और वे चोटिल हो गईं. मारिन के साथ वे सेमीफाइनल खेल रही थीं, उसी दौरान वे चोटिल हुई थीं. वो मैच हार गई और एक साल के लिए बैंडमिंटन नहीं खेल सकीं.जब उन्होंने वापसी की तब उन्होंने अप्रैल में लिंगशुई चाइना मास्टर्स जीता फिर उन्होंने यूएस ओपन और कनाडा ओपन भी जीता था. उन्होंने पिछले महीने कोरिया ओपन खेला था जिसके बाद वे बैंडमिंटन खेलते नहीं दिखीं और अब उन्होंने संन्यास ले लिया है.

यह भी पढ़ें- ब्रायन लारा ने बांधे भारतीय तेज गेंदबाजों की तारीफों के पुल, कहा- ये अविश्वसनीय है

ली के नाम 14 सूपरसीरीज टाइटल्स हैं और साल 2013 में वो बीडब्ल्यूएफ फीमेल प्लेयर ऑफ द इयर का खिताब भी मिला था.

चॉन्गकिंग : चीन की स्टार शटलर ली जुई रुई ने बैडमिंटन को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है. वे अब किसी भी अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन टूर्नामेंट में नहीं नजर आएंगी. इस बात की पुष्टि गुरुवार को बीडब्ल्यूएफ ने की है.

28 वर्षीय चीनी शटलर ने 2012 लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था. रियो ओलंपिक में चोटिल होने से पहले वे सबसे हावी खिलाड़ियों में एक गिनी जाती थीं. उन्होंने साल 2010 में भारतीय स्टार शटलर साइना नेहवाल और अपनी हमवतन लिउ जिन को बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में हराया था.

उसके बाद उनके करियर का ग्राफ ऊपर ही जाता रहा. वे दुनिया की ऐसे खिलाड़ियों में शुमार हो गईं जिन्हे् हराना बेहद मुश्किल था. लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने से पहले उन्होंने 2012 ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के सभी गेम जीते थे.

ली जुई रुई
ली जुई रुई
फिर साल 2013 और 2014 में उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में सिल्वर मेडल जीता था. 2013 में वे फाइनल में थाइलैंड की रतचनोक से और 2014 में वे स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार गई थीं. फिर वे रियो ओलंपिक में पहुंची और वे चोटिल हो गईं. मारिन के साथ वे सेमीफाइनल खेल रही थीं, उसी दौरान वे चोटिल हुई थीं. वो मैच हार गई और एक साल के लिए बैंडमिंटन नहीं खेल सकीं.जब उन्होंने वापसी की तब उन्होंने अप्रैल में लिंगशुई चाइना मास्टर्स जीता फिर उन्होंने यूएस ओपन और कनाडा ओपन भी जीता था. उन्होंने पिछले महीने कोरिया ओपन खेला था जिसके बाद वे बैंडमिंटन खेलते नहीं दिखीं और अब उन्होंने संन्यास ले लिया है.

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ली के नाम 14 सूपरसीरीज टाइटल्स हैं और साल 2013 में वो बीडब्ल्यूएफ फीमेल प्लेयर ऑफ द इयर का खिताब भी मिला था.

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पूर्व विश्व चैंपियन ली जुई रुई ने लिया संन्यास, 2012 में जीता था ओलंपिक गोल्ड





2012 लंदन ओलंपिक्स में चीन की ली जुई रुई ने अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन से संन्यास ले लिया है. इस बात की जानकारी बीडब्ल्यूएफ ने दी है.

चॉन्गकिंग : चीन की स्टार शटलर ली जुई रुई ने बैडमिंटन को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है. वे अब किसी भी अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन टूर्नामेंट में नहीं नजर आएंगी. इस बात की पुष्टि गुरुवार को बीडब्ल्यूएफ ने की है.

28 वर्षीय चीनी शटलर ने 2012 लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था. रियो ओलंपिक में चोटिल होने से पहले वे सबसे हावी खिलाड़ियों में एक गिनी जाती थीं. उन्होंने साल 2010 में भारतीय स्टार शटलर साइना नेहवाल और अपनी हमवतन लिउ जिन को बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में हराया था.

उसके बाद उनके करियर का ग्राफ ऊपर ही जाता रहा. वे दुनिया की ऐसे खिलाड़ियों में शुमार हो गईं जिन्हे् हराना बेहद मुश्किल था. लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने से पहले उन्होंने 2012 ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के सभी गेम जीते थे.

फिर साल 2013 और 2014 में उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में सिल्वर मेडल जीता था. 2013 में वे फाइनल में थाइलैंड की रतचनोक से और 2014 में वे स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार गई थीं. फिर वे रियो ओलंपिक में पहुंची और वे चोटिल हो गईं. मारिन के साथ वे सेमीफाइनल खेल रही थीं, उसी दौरान वे चोटिल हुई थीं. वो मैच हार गई और एक साल के लिए बैंडमिंटन नहीं खेल सकीं.

जब उन्होंने वापसी की तब उन्होंने अप्रैल में लिंगशुई चाइना मास्टर्स जीता फिर उन्होंने यूएस ओपन और कनाडा ओपन भी जीता था. उन्होंने पिछले महीने कोरिया ओपन खेला था जिसके बाद वे बैंडमिंटन खेलते नहीं दिखीं और अब उन्होंने संन्यास ले लिया है.

ली के नाम 14 सूपरसीरीज टाइटल्स हैं और साल 2013 में वो बीडब्ल्यूएफ फीमेल प्लेयर ऑफ द इयर का खिताब भी मिला था.


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