मुंबई : पिछले कुछ हफ्तों से ट्विटर का बहुत ज्यादा उपयोग करने वाले लोग विभिन्न घटनाओं पर चिंता व्यक्त करने के लिए तैयार रहते हैं. चाहे वह ज्वैलरी ब्रांड के विज्ञापन को लेकर हो या फिर अमिताभ बच्चन द्वारा एक टीवी क्विज शो में पूछा गया सवाल हो, जो कथित रूप से 'हिंदू भावनाओं' को चोट पहुंचाते हैं. हर मुद्दा ट्विटर पर ट्रेंड होने लगता है. अब हालिया रिलीज हुई वेब सीरीज 'ए सूटेबल बॉय' को लेकर वर्तमान में ट्विटर पर 'बायकॉट नेटफ्लिक्स' हैशटैग ट्रेंड करने लगा.
प्रशंसित फिल्म निर्माता मीरा नायर की वेब सीरीज 'ए सूटेबल बॉय' को भारत में मिश्रित समीक्षा मिली है. छह-एपिसोड की यह सीरीज 50 के दशक में होने वाले भारत के सामाजिक-राजनीतिक ताने-बाने में बुने गए प्रेम की कहानियों को दिखाता है. यह यूके में बीबीसी वन पर पहले ही लॉन्च हो चुकी है. भारतीय दर्शकों के लिए इसको 23 अक्टूबर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज की गई. जिसको लेकर अब सोशल मीडिया पर विवाद शुरू हो गया है.
दरअसल, वेब सीरीज में एक ऐसा सीन है, जिसमें मुख्य किरदार लता और कबीर को एक मंदिर में किस करते दिखाया गया. यह किसिंग सीन कुछ सेकेंड का है, जिसमें बैकग्राउंड में मंदिर दिख रहा है. आरोप है कि वेब सीरीज में तीन किसिंग सीन दिखाए गए हैं, जिन्हें अश्लील बताया जा रहा है. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भाजपा नेता गौरव गोयल और अभिनेता-टीवी व्यक्तित्व राहुल महाजन उन प्रसिद्ध नामों में से हैं, जिन्होंने इन दृश्यों पर अपनी नाराजगी व्यक्त की. उनका कहना है कि पटकथा के अनुसार मुस्लिम युवक को हिंदू महिला प्रेम करती है, पर सभी किसिंग सीन मंदिर प्रांगण में क्यूं शूट किए गए?
हालांकि ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स की तरफ से अभी तक इन विवादों पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. नेटफ्लिक्स अक्सर इस तरह के कन्ट्रोवर्सी में फंसा रहता है. ऐसा पहली बार नहीं है और ना ही यह आखिरी होगा.
वाइल्ड वाइल्ड कंट्री से लेकर कटिज़ तक, विभिन्न शो और फिल्में रही हैं, जिन्होंने नेटफ्लिक्स को दुनिया भर में एक अलग स्थान पर रखा है.
इससे पहले 'सेक्रेड गेम्स' जो पहली भारतीय ओरिजिनल वेब सीरीज थी. उसको लेकर भी खूब आलोचना हुई थी. कई लोगों का मानना था कि न तो इसको भारतीय सेंसर बोर्ड अनुमति देगा और न ही घर पर देखने के लिए अनुकूल था. शो में दिखाए गए नग्नता, हिंसा और राजनीति ने नेटफ्लिक्स को राजनीतिक विवाद में उतारा, जिसके बाद यह मामला अदालत में भी पहुंचा था.
'सेक्रेड गेम्स' का दूसरा सीजन भी विवादों में घिरा, जब दिल्ली के भाजपा प्रवक्ता तजिंदर सिंह बग्गा ने फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप के खिलाफ "जानबूझकर सिख भावनाओं को आहत करने" के आरोप में पुलिस में शिकायत दर्ज की थी.
2019 में भी नेटफ्लिक्स 'हिंदुओं को बदनाम' करने के लिए आलोचनाओं में घिरा था. जब शिवसेना के आईटी सेल के सदस्य रमेश सोलंकी ने मुंबई के एलटी मार्ग पुलिस स्टेशन में आईटीआई विशाल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. उनकी शिकायत में आरोप लगाया गया कि 'सेक्रेड गेम्स', 'लीला', 'घोउल' और 'कॉमेडी टॉक शो पैट्रियोट एक्ट', जिसे हसन मिन्हाज होस्ट करते है, "हिंदुओं और भारत को खराब रोशनी में दिखाने की कोशिश है."
जान्हवी कपूर स्टारर फिल्म 'गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल', जो कि इसी साल 12 अगस्त को रिलीज़ की गई थी. इस फिल्म पर कहानी को गलत तरीके से दिखाने का आरोप लगा था और कहा गया था कि वेब सीरीज में सेना की नकारात्मक छवि पेश की गई है. यह याचिका केंद्र सरकार की ओर से लगाई थी. याचिका में दावा किया गया था कि फिल्म ने भारतीय वायुसेना को जेंडर बाइस्ड बताया है, जबकि यह सच नहीं है.
साल 2019 में आई वेब सीरीज 'डेल्ही क्राइम' साल 2012 में हुए दिल्ली गैंगरेप और हत्या की कहानी को दर्शाती है. आदिल हुसैन, रसिका दुग्गल और आकाश दाहिया भी इस सीरीज के अहम किरदार थे. जहां एक तरफ दर्शक इसे पसंद कर रहे थे वहीं निर्भया गैंग रेप मामले के दौरान वसंत विहार थाने में एसएचओ रहे अनिल शर्मा सीरीज के निर्माताओं से नाराज हो गए थे. उनका कहना था कि फिल्म में उन पर आधारित किरदार को जैसे दिखाया गया है, उसके खिलाफ वह कानूनी कार्रवाई करेंगे.
अनिल शर्मा ने बताया था कि निर्भया जब अस्पताल में थी, तब वह रोजाना उनका हाल पूछने जाते थे. निर्भया के परिवार को अपना ही परिवार बताते हुए एक भी सुनवाई नहीं छोड़ी. अब भी परिवार के संपर्क में हैं. वह बताते हैं, मैं लगातार निर्भया के साथ समय बिताता था. ओ हेनरी की मशहूर कहानी 'द लास्ट लीफ' भी उसे सुनाई थी, क्योंकि वह उसकी कहानी से मिलती-जुलती थी. न्यू ईयर और क्रिसमस साथ सेलिब्रेट करेंगे, इस पर भी निर्भया से बात हुई थी. हालांकि बाद में उन्होंने दावा किया कि निर्देशक रिची मेहता ने उनसे इस बात के लिए माफी मांगी है.
ऐसा नहीं है कि केवल भारतीय दर्शकों ने ही नेटफ्लिक्स कंटेंट के खिलाफ आवाज उठाई है. इसको लेकर यूएस में भी 'कैंसिल नेटफ्लिक्स' ट्रेंड हो चुका है. ऐसा फ्रेंच फिल्म 'माइगनोन्स', जिसका टाइटल इंग्लिश में 'कटीज़' को लेकर हुआ था. इस मूवी में एक 11 साल की लड़की पर ध्यान केंद्रित किया जाता है जो अपने परिवार की इच्छाओं को पूरा करने के लिए एक डांस ग्रुप में शामिल होती है. इसकी रिलीज के बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म को विवादास्पद फ्रांसीसी फिल्म को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किए गए कंटेंट के लिए माफी मांगनी पड़ी. हजारों लोगों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर करने के बाद स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को हटाने की मांग की थी.
इसी तरह, जब दिसंबर 2019 में 'द फर्स्ट टेम्पटेशन ऑफ़ क्राइस्ट' रिलीज़ हुई तो लगभग दो मिलियन लोगों ने ब्राज़ीलियाई फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक याचिका पर हस्ताक्षर किए, जिसमें यीशु को गे और मैरी को एक वीड स्मोकर के रूप में दिखाया गया था. भारत में भी ईसाई समुदाय के एक वर्ग ने कहा था कि शो को दुनिया भर में नेटफ्लिक्स डोमेन से तुरंत हटाना चाहिए और स्ट्रीमिंग दिग्गज से बिना शर्त माफी मांगने की मांग करनी चाहिए.
मूवीज और शो जैसे 365 डेज, बर्ड बॉक्स, 13 रीज़न्स व्हाई, कुकिंग ऑन हाई, मसीहा, द ग्रुप लैब, एटिपिकल, द डेविल नेक्स्ट डोर, इनसैटेबल और जिन आदि अन्य प्रोडक्शन हैं, जो नेटफ्लिक्स को विभिन्न देशों में परेशानी में डाल चुके हैं.
चूंकि नेटफ्लिक्स अभी चीन में उपलब्ध नहीं है, इसलिए वीडियो-ऑन-डिमांड प्लेटफॉर्म दुनिया के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले देश, भारत के लिए आंखें तरेर रहा है. मंच का लक्ष्य देश में 100 मिलियन ग्राहकों को लाभ पहुंचाना है. भारत में, नेटफ्लिक्स लोकप्रिय है, लेकिन निश्चित रूप से सबसे ज्यादा सब्सक्राइबर प्लेटफॉर्म नहीं है. एक थ्रोबैक साक्षात्कार में ओटीटी मंच के मुख्य कंटेंट अधिकारी टेड सारंडों ने कहा था कि "उस देश (भारत) में विकास एक मैराथन है. हम लंबी दौड़ के लिए इसमें शामिल हैं."
हालांकि, व्यापार विशेषज्ञों का कहना है कि बार-बार बहिष्कार की धमकी और ब्रांड के चारों ओर नकारात्मकता जाहिर तौर पर दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले बाजार में एक दूर की वास्तविकता पर राज करने के उनके सपने को साकार कर सकती है.