बॉलीवुड में जानवरों पर गिनी-चुनी फिल्में बनी हैं, मगर 'जंगली' न सिर्फ आपको राजेश खन्ना की 'हाथी मेरे साथी' की याद दिलाएगी, बल्कि कुदरत के मनोरम दृश्यों के साथ रोंगटे खड़े कर देने वाले एक्शन और हाथियों के झुंड की मासूमियत आपका मन मोह लेंगे.
कहानी- हाथी के दांत की तस्करी एक ऐसा धंधा बन गया है जिस पर आज भी पूरी तरह लगाम नहीं लग पाई है. ये बिजनस मार्केट में काफी अच्छी तरह फल फूल रहा है. जंगली भी इसी मुद्दे को उठाने का प्रयास करती दिखी है. राज नायर ( विद्युत जामवाल) शहर में काम करने वाला जानवरों का डॉक्टर है. 10 साल के लंबे अरसे बाद वह अपनी मां की बरसी पर अपने घर उड़ीसा लौटता है तो उसकी पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं. उड़ीसा में उसके पिता हाथियों को संरक्षण प्रदान करने वाली एक चंद्रिका एलिफेंट सेंचुरी चलाते हैं.
बचपन में हाथियों के साथ मौज-मस्ती करने वाले राज को वापस आने पर एहसास होता है कि चंद्रिका एलिफेंट सेंचुरी में सब कुछ बदल चुका है. यहां अब शिकारियों का बोलबाला है. एक इंटरनेशनल पोचिंग रैकेट यहां स्थापित हो चुका है. रोज कई सारे हाथी इन शिकारियों के द्वारा मारे जाते हैं.
तो अब राज किस तरह इस सेंचुरी को बचा पाएगा, इन मासूम हाथियों की जान कैसे बचेगी, क्या ये अवैध रैकेट रुकेगा? इन तमाम चीजों को जानने के लिए आपको चक रसेल की फिल्म देखने जाना होगा.
एक्टिंग- अभिनय की बात की जाए तो विद्युत अपने किरदार में रचे-बसे मालूम होते हैं. उन्होंने कलरीपायट्टु योद्धा और हाथियों के साथी के रूप में गजब का काम किया है. एक्शन दृश्यों में उनकी चपलता और फ्लेक्सिबिलिटी आश्चर्यचकित कर देती है. जज्बाती दृश्यों को भी उन्होंने खूबसूरती से निभाया है. फीमेल लीड आशा भट्ट और पूजा सावंत ने फिल्म से डेब्यू किया है और दोनों अपने रोल में जमी हैं. शिकारी और तस्करों का साथ देने वाले खलनायक को अतुल कुलकर्णी ने अपने अलहदा अंदाज में निभाया है.
निर्देशन- हॉलीवुड निर्देशक चक रसेल 'जंगली' से अपनी बॉलीवुड पारी की शुरुआत कर रहे हैं. हॉलीवुड में 'मास्क', 'स्कॉर्पियन किंग', 'इरेजर' जैसी बम्पर हिट फिल्में दे चुके चक रसेल ने बॉलीवुड की नब्ज को सही ढंग से पकड़ा है. उन्होंने किरदारों में भारतीय मूल्यों के साथ पुराण, मंत्रों और विघ्नहर्ता गणेश भगवान को भी जोड़ा है, साथ ही उन्होंने एक्शन और इमोशन में अपनी जादूगरी बखूबी निभाई है.
तो अगर आप एनिमल लवर हैं, तब यह फिल्म आपके दिल में उतर जाएगी.
Junglee Review: एक्शन और इमोशंस का फुल डोज है जंगली
बॉलीवुड में जानवरों पर गिनी-चुनी फिल्में बनी हैं, मगर 'जंगली' न सिर्फ आपको राजेश खन्ना की 'हाथी मेरे साथी' की याद दिलाएगी, बल्कि कुदरत के मनोरम दृश्यों के साथ रोंगटे खड़े कर देने वाले एक्शन और हाथियों के झुंड की मासूमियत आपका मन मोह लेंगे.
कहानी- हाथी के दांत की तस्करी एक ऐसा धंधा बन गया है जिस पर आज भी पूरी तरह लगाम नहीं लग पाई है. ये बिजनस मार्केट में काफी अच्छी तरह फल फूल रहा है. जंगली भी इसी मुद्दे को उठाने का प्रयास करती दिखी है. राज नायर ( विद्युत जामवाल) शहर में काम करने वाला जानवरों का डॉक्टर है. 10 साल के लंबे अरसे बाद वह अपनी मां की बरसी पर अपने घर उड़ीसा लौटता है तो उसकी पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं. उड़ीसा में उसके पिता हाथियों को संरक्षण प्रदान करने वाली एक चंद्रिका एलिफेंट सेंचुरी चलाते हैं.
बचपन में हाथियों के साथ मौज-मस्ती करने वाले राज को वापस आने पर एहसास होता है कि चंद्रिका एलिफेंट सेंचुरी में सब कुछ बदल चुका है. यहां अब शिकारियों का बोलबाला है. एक इंटरनेशनल पोचिंग रैकेट यहां स्थापित हो चुका है. रोज कई सारे हाथी इन शिकारियों के द्वारा मारे जाते हैं.
तो अब राज किस तरह इस सेंचुरी को बचा पाएगा, इन मासूम हाथियों की जान कैसे बचेगी, क्या ये अवैध रैकेट रुकेगा? इन तमाम चीजों को जानने के लिए आपको चक रसेल की फिल्म देखने जाना होगा.
एक्टिंग- अभिनय की बात की जाए तो विद्युत अपने किरदार में रचे-बसे मालूम होते हैं. उन्होंने कलरीपायट्टु योद्धा और हाथियों के साथी के रूप में गजब का काम किया है. एक्शन दृश्यों में उनकी चपलता और फ्लेक्सिबिलिटी आश्चर्यचकित कर देती है. जज्बाती दृश्यों को भी उन्होंने खूबसूरती से निभाया है. फीमेल लीड आशा भट्ट और पूजा सावंत ने फिल्म से डेब्यू किया है और दोनों अपने रोल में जमी हैं. शिकारी और तस्करों का साथ देने वाले खलनायक को अतुल कुलकर्णी ने अपने अलहदा अंदाज में निभाया है.
निर्देशन- हॉलीवुड निर्देशक चक रसेल 'जंगली' से अपनी बॉलीवुड पारी की शुरुआत कर रहे हैं. हॉलीवुड में 'मास्क', 'स्कॉर्पियन किंग', 'इरेजर' जैसी बम्पर हिट फिल्में दे चुके चक रसेल ने बॉलीवुड की नब्ज को सही ढंग से पकड़ा है. उन्होंने किरदारों में भारतीय मूल्यों के साथ पुराण, मंत्रों और विघ्नहर्ता गणेश भगवान को भी जोड़ा है, साथ ही उन्होंने एक्शन और इमोशन में अपनी जादूगरी बखूबी निभाई है.
तो अगर आप एनिमल लवर हैं, तब यह फिल्म आपके दिल में उतर जाएगी.
बॉलीवुड में जानवरों पर गिनी-चुनी फिल्में बनी हैं, मगर 'जंगली' न सिर्फ आपको राजेश खन्ना की 'हाथी मेरे साथी' की याद दिलाएगी, बल्कि कुदरत के मनोरम दृश्यों के साथ रोंगटे खड़े कर देने वाले एक्शन और हाथियों के झुंड की मासूमियत आपका मन मोह लेंगे.
कहानी- हाथी के दांत की तस्करी एक ऐसा धंधा बन गया है जिस पर आज भी पूरी तरह लगाम नहीं लग पाई है. ये बिजनस मार्केट में काफी अच्छी तरह फल फूल रहा है. जंगली भी इसी मुद्दे को उठाने का प्रयास करती दिखी है. राज नायर ( विद्युत जामवाल) शहर में काम करने वाला जानवरों का डॉक्टर है. 10 साल के लंबे अरसे बाद वह अपनी मां की बरसी पर अपने घर उड़ीसा लौटता है तो उसकी पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं. उड़ीसा में उसके पिता हाथियों को संरक्षण प्रदान करने वाली एक चंद्रिका एलिफेंट सेंचुरी चलाते हैं.
बचपन में हाथियों के साथ मौज-मस्ती करने वाले राज को वापस आने पर एहसास होता है कि चंद्रिका एलिफेंट सेंचुरी में सब कुछ बदल चुका है. यहां अब शिकारियों का बोलबाला है. एक इंटरनेशनल पोचिंग रैकेट यहां स्थापित हो चुका है. रोज कई सारे हाथी इन शिकारियों के द्वारा मारे जाते हैं.
तो अब राज किस तरह इस सेंचुरी को बचा पाएगा, इन मासूम हाथियों की जान कैसे बचेगी, क्या ये अवैध रैकेट रुकेगा? इन तमाम चीजों को जानने के लिए आपको चक रसेल की फिल्म देखने जाना होगा.
एक्टिंग- अभिनय की बात की जाए तो विद्युत अपने किरदार में रचे-बसे मालूम होते हैं. उन्होंने कलरीपायट्टु योद्धा और हाथियों के साथी के रूप में गजब का काम किया है. एक्शन दृश्यों में उनकी चपलता और फ्लेक्सिबिलिटी आश्चर्यचकित कर देती है. जज्बाती दृश्यों को भी उन्होंने खूबसूरती से निभाया है. फीमेल लीड आशा भट्ट और पूजा सावंत ने फिल्म से डेब्यू किया है और दोनों अपने रोल में जमी हैं. शिकारी और तस्करों का साथ देने वाले खलनायक को अतुल कुलकर्णी ने अपने अलहदा अंदाज में निभाया है.
निर्देशन- हॉलीवुड निर्देशक चक रसेल 'जंगली' से अपनी बॉलीवुड पारी की शुरुआत कर रहे हैं. हॉलीवुड में 'मास्क', 'स्कॉर्पियन किंग', 'इरेजर' जैसी बम्पर हिट फिल्में दे चुके चक रसेल ने बॉलीवुड की नब्ज को सही ढंग से पकड़ा है. उन्होंने किरदारों में भारतीय मूल्यों के साथ पुराण, मंत्रों और विघ्नहर्ता गणेश भगवान को भी जोड़ा है, साथ ही उन्होंने एक्शन और इमोशन में अपनी जादूगरी बखूबी निभाई है.
तो अगर आप एनिमल लवर हैं, तब यह फिल्म आपके दिल में उतर जाएगी.
Conclusion: