मुंबई: नवोदित अभिनेत्री शिवालिका ओबेरॉय ने इस बात को स्वीकारा कि बॉलीवुड में जगह बनाना आउटसाइडर्स के लिए आसान नहीं है. उन्होंने कहा कि अपने इस सफर में बने रहने के लिए खुद में आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी है.
इस बारे में पूछे जाने पर शिवालिका ने आईएएनएस को बताया, "सच कहूं तो यह आसान नहीं है, लेकिन आपको खुद पर विश्वास है और अगर आपमें प्रतिभा है तो आप अपने मुकाम तक पहुंच जाएंगे. मेरा मानना है कि आपको सही समय पर सही जगह पर होना चाहिए. किस्मत का भी इसमें बहुत बड़ा हाथ होता है."
उन्होंने आगे कहा, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं एक एक्टर बनूंगी. मेरी मां एक अलग लाइन से हैं, मेरे पिता कुछ और करते हैं, बहन भी कुछ और करती है. मैं इकलौती एक्टिंग की दुनिया में हूं. मेरे दादा (महावीर ओबेरॉय) ने एक बार एक फिल्म बनाई थी, लेकिन मेरे पिता के बेहद कम उम्र में ही मेरे दादा का निधन हो गया था तब से इंडस्ट्री से हमारा कोई लेना-देना नहीं रहा.''
शिवालिका ने कहा, ''असिस्टेंट डायरेक्टर बनने के लिए फिल्म सेट पर बने रहने के दौरान ही मुझे मेरा रास्ता मिला. एडी बनने के दौरान मैंने काफी कुछ सीखा. एक एक्टर बनने में इन अनुभवों ने वाकई में मेरी मदद की है."
एक्टिंग में डेब्यू करने से पहले शिवालिका 'किक' और 'हाउसफुल 3' में एक असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुकी हैं.
उन्होंने 2019 में अमरीश पुरी के पोते वर्धन पुरी के साथ रोमांटिक थ्रिलर "ये साली आशिकी" से अपने अभिनय की शुरुआत की, और जल्द ही वह विद्युत जामवाल के साथ "खुदा हाफिज" में दिखाई देंगी.
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इनपुट-आईएएनएस