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रामायण रीटेलीकास्ट: 'शूर्पणखा' की कटी नाक तो टिवटर पर नेहा धूपिया को लेकर होने लगे कटाक्ष - लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक काटी

टीवी धारावाहिक 'रामायण' में शूर्पणखा की नाक काटे जाने पर रामायण ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है. ट्रोलर्स एक बार फिर नेहा धूपिया पर निशाना साध रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पीएम के आह्लान पर रात 9 बजे दीपक जलाने के लिए लक्ष्मण रेखा पार ना करने के लिए भी #लक्ष्मण रेखा टॉप ट्रेंड में चल रहा है.

surpanakha trend on twitter
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Published : Apr 5, 2020, 1:58 PM IST

मुंबई : दूरदर्शन पर रामायण के फिर से प्रसारित किए जाने के बाद इसको लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं बनी हुई हैं. रामायण में दिखाए जाने वाले विजुअल्स, कहानी को लेकर जमकर ट्वीट किए जा रहे हैं. पिछले करीब 24 घंटे के अंदर ट्विटर इंडिया पर टॉप 10 ट्रेंड में 'रामायण' के इर्द-गिर्द #Ramayan, #ravan, "लक्ष्मण रेखा" और #surpanakha रहे.

दरअसल, ट्विटर पर रामायण को लेकर कई तरह की टिप्पण‌ियां की जा रही हैं. कुछ यूजर्स ने शूर्पणखा और सुपरमैन के उड़ने के पोज की तुलना करते हुए कहा कि दोनों एक जैसे ही अंदाज में उड़ते हैं. इसी के साथ कुछ ने उसे गॉसिप की तलाश में निकली आंटी में कह डाला.

वहीं कुछ लोगों ने लक्ष्मण की ओर से शूर्पणखा की नाक काटे जाने और इसको लेकर बार बार छिड़ने वाली बहस पर भी कमेंट किया.

आरोप लगते रहे हैं कि लक्ष्मण की ओर से शूर्पणखा की नाक काटा जाना एक किस्म की पुरुषवादी मानसिकता को दर्शाता है. इस बात पर ट्विटर पर जमकर बहस हुई.

एक यूजर ने इसमें नेहा धूपिया के एक पुराने कमेंट पर भी कटाक्ष किया जो उन्होंने एक रिएलिटी शो के दौरान बोला था. नेहा ने एक लड़के को डांटते हुए कहा था कि यह एक लड़की की मर्जी है कि वह किसके साथ रहे.

Read More:ट्रोलर्स के निशाने पर आईं नेहा धूपिया, कहा था- 'पांच ब्वॉयफ्रेंड रखना लड़की की मर्जी'

इसी के दूसरी तरफ, लक्ष्मण रेखा और रामायण के ट्रेंड को 5 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीप प्रज्जवलन के आग्रह से जोड़कर भी देखा जा रहा है.

असल में भारतीय संस्कृति में दीपोत्सव का आरंभ भगवान श्रीराम के रावण वध के बाद अयोध्या लौटने से ही माना जाता है. धर्मग्रंथों के अनुसार भगवान श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के बाद जब उनकी अयोध्या वापसी हुई तब अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था. इसी उपलक्ष्य में आज भी देश में दीवाली का त्योहार मनाया जाता है.

लेकिन 5 अप्रैल को बिना किसी ब्रह्म मुहूर्त के पीएम मोदी ने आग्रह किया है कि इंसानियत के नाते अपने घरों से बाहर आकर दीपक या मोबाइल टॉर्च जलाकर देश की एकजुटता का परिचय दें. इससे दुनियाभर में यह संदेश जाएगा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरा देश एकजुट है.

ऐसे में रामायण के प्रसारण ने लोगों को ट्विटर पर अपनी बात रखने का एक और अवसर दे दिया है. लोग आज पीएम के आग्रह के अनुसार यह भी कह रहे हैं कि सभी को दीपक जलाते वक्त यह भी ध्यान रखना है कि उन्हें #लक्ष्मणरेखा नहीं लांघनी है.

क्योंकि पिछली बार जनता कर्फ्यू के दौरान लोग थाली पीटते हुए घरों से बाहर निकल आए थे. इस बार ऐसा न करें, सोशल डिस्टैंसिग का ख्याल रखा जाए. ताकि अपनी इसी एकजुटता से कोरोना रूपी #Ravan की हत्या हो जाए.

मुंबई : दूरदर्शन पर रामायण के फिर से प्रसारित किए जाने के बाद इसको लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं बनी हुई हैं. रामायण में दिखाए जाने वाले विजुअल्स, कहानी को लेकर जमकर ट्वीट किए जा रहे हैं. पिछले करीब 24 घंटे के अंदर ट्विटर इंडिया पर टॉप 10 ट्रेंड में 'रामायण' के इर्द-गिर्द #Ramayan, #ravan, "लक्ष्मण रेखा" और #surpanakha रहे.

दरअसल, ट्विटर पर रामायण को लेकर कई तरह की टिप्पण‌ियां की जा रही हैं. कुछ यूजर्स ने शूर्पणखा और सुपरमैन के उड़ने के पोज की तुलना करते हुए कहा कि दोनों एक जैसे ही अंदाज में उड़ते हैं. इसी के साथ कुछ ने उसे गॉसिप की तलाश में निकली आंटी में कह डाला.

वहीं कुछ लोगों ने लक्ष्मण की ओर से शूर्पणखा की नाक काटे जाने और इसको लेकर बार बार छिड़ने वाली बहस पर भी कमेंट किया.

आरोप लगते रहे हैं कि लक्ष्मण की ओर से शूर्पणखा की नाक काटा जाना एक किस्म की पुरुषवादी मानसिकता को दर्शाता है. इस बात पर ट्विटर पर जमकर बहस हुई.

एक यूजर ने इसमें नेहा धूपिया के एक पुराने कमेंट पर भी कटाक्ष किया जो उन्होंने एक रिएलिटी शो के दौरान बोला था. नेहा ने एक लड़के को डांटते हुए कहा था कि यह एक लड़की की मर्जी है कि वह किसके साथ रहे.

Read More:ट्रोलर्स के निशाने पर आईं नेहा धूपिया, कहा था- 'पांच ब्वॉयफ्रेंड रखना लड़की की मर्जी'

इसी के दूसरी तरफ, लक्ष्मण रेखा और रामायण के ट्रेंड को 5 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीप प्रज्जवलन के आग्रह से जोड़कर भी देखा जा रहा है.

असल में भारतीय संस्कृति में दीपोत्सव का आरंभ भगवान श्रीराम के रावण वध के बाद अयोध्या लौटने से ही माना जाता है. धर्मग्रंथों के अनुसार भगवान श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के बाद जब उनकी अयोध्या वापसी हुई तब अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था. इसी उपलक्ष्य में आज भी देश में दीवाली का त्योहार मनाया जाता है.

लेकिन 5 अप्रैल को बिना किसी ब्रह्म मुहूर्त के पीएम मोदी ने आग्रह किया है कि इंसानियत के नाते अपने घरों से बाहर आकर दीपक या मोबाइल टॉर्च जलाकर देश की एकजुटता का परिचय दें. इससे दुनियाभर में यह संदेश जाएगा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरा देश एकजुट है.

ऐसे में रामायण के प्रसारण ने लोगों को ट्विटर पर अपनी बात रखने का एक और अवसर दे दिया है. लोग आज पीएम के आग्रह के अनुसार यह भी कह रहे हैं कि सभी को दीपक जलाते वक्त यह भी ध्यान रखना है कि उन्हें #लक्ष्मणरेखा नहीं लांघनी है.

क्योंकि पिछली बार जनता कर्फ्यू के दौरान लोग थाली पीटते हुए घरों से बाहर निकल आए थे. इस बार ऐसा न करें, सोशल डिस्टैंसिग का ख्याल रखा जाए. ताकि अपनी इसी एकजुटता से कोरोना रूपी #Ravan की हत्या हो जाए.

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