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'तानाजी' के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका, 19 दिसंबर को होगी सुनवाई - Tanhaji: the unsung warrior

अखिल भारतीय क्षत्रिय कोली राजपूत संघ ने अजय देवगन की फिल्म 'तानाजी: द अनसंग वॉरियर' के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि फिल्म के निर्देशक ने तानाजी को मराठा समुदाय का बताया है जबकि वास्तव में वह क्षत्रिय महादेव कोली समुदाय से संबंधित थे.

Tanhaji: the unsung warrior
Tanhaji: the unsung warrior
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Published : Dec 13, 2019, 9:24 PM IST

Updated : Dec 13, 2019, 9:59 PM IST

नई दिल्ली: आगामी 10 जनवरी 2020 को सिनेमाघरों में दस्तक देने को तैयार अजय देवगन और काजोल अभिनीत फिल्म "तानाजी : द अनसंग वॉरियर " रिलीज से एक महीने पहले मुसीबत में फंस गई है. फिल्म के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है.


अखिल भारतीय क्षत्रिय कोली राजपूत संघ ने दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर की है, जिसमें दावा किया गया है कि 'तानाजी : द अनसंग वॉरियर' के निर्देशक ओम राउत ने फिल्म में महान योद्धा तानाजी मालुसरे के असली वंशज को पेश नहीं किया है.


मामले को आज (13 दिसंबर, शुक्रवार) अदालत के समक्ष सूचीबद्ध किया गया था, लेकिन सुनवाई नहीं की जा सकी, क्योंकि पीठासीन न्यायाधीश अवकाश पर थे. अब इस पर 19 दिसंबर को सुनवाई होगी.


याचिका में कहा गया है कि फिल्म के निर्देशक ने तानाजी को मराठा समुदाय का बताया है जबकि वास्तव में वे क्षत्रिय महादेव कोली समुदाय से संबंधित थे. याचिका में कहा गया है कि ये तथ्य फिल्म के निर्देशक ने जानबूझकर छिपाए हैं. याचिका में मांग की गई है कि जब तक तानाजी के बारे में तथ्यों को सुधार नहीं लिया जाता तब तक इस फिल्म को सर्टिफिकेट न देने के लिए सेंसर बोर्ड को निर्देश दिए जाएं.

read more:बाहुबली से हो रही है तानाजी की तुलना, ऐसा है अजय का रिएक्शन


बता दें कि 'तानाजी: द अनसंग वॉरियर' तानाजी मालुसरे पर आधारित है. यह किरदार अजय देवगन निभाते नजर आएंगे. फिल्म में अजय की रियल लाइफ वाइफ काजोल तानाजी की पत्नी सावित्रीबाई मालुसरे के रूप में दिखाई देंगी. साल 2008 में आई 'यू मी और हम' के बाद से अजय और काजोल लगभग एक दशक बाद साथ में बड़े पर्दे पर नजर आएंगे.


फिल्म में सैफ अली खान को मुख्य प्रतिद्वंद्वी, उदयभान राठौड़ के रूप में देखा जाएगा. इनके अलावा, फिल्म में जगपति बाबू और शरद केलकर भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं. ये फिल्म 10 जनवरी को रिलीज होने वाली है.

नई दिल्ली: आगामी 10 जनवरी 2020 को सिनेमाघरों में दस्तक देने को तैयार अजय देवगन और काजोल अभिनीत फिल्म "तानाजी : द अनसंग वॉरियर " रिलीज से एक महीने पहले मुसीबत में फंस गई है. फिल्म के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है.


अखिल भारतीय क्षत्रिय कोली राजपूत संघ ने दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर की है, जिसमें दावा किया गया है कि 'तानाजी : द अनसंग वॉरियर' के निर्देशक ओम राउत ने फिल्म में महान योद्धा तानाजी मालुसरे के असली वंशज को पेश नहीं किया है.


मामले को आज (13 दिसंबर, शुक्रवार) अदालत के समक्ष सूचीबद्ध किया गया था, लेकिन सुनवाई नहीं की जा सकी, क्योंकि पीठासीन न्यायाधीश अवकाश पर थे. अब इस पर 19 दिसंबर को सुनवाई होगी.


याचिका में कहा गया है कि फिल्म के निर्देशक ने तानाजी को मराठा समुदाय का बताया है जबकि वास्तव में वे क्षत्रिय महादेव कोली समुदाय से संबंधित थे. याचिका में कहा गया है कि ये तथ्य फिल्म के निर्देशक ने जानबूझकर छिपाए हैं. याचिका में मांग की गई है कि जब तक तानाजी के बारे में तथ्यों को सुधार नहीं लिया जाता तब तक इस फिल्म को सर्टिफिकेट न देने के लिए सेंसर बोर्ड को निर्देश दिए जाएं.

read more:बाहुबली से हो रही है तानाजी की तुलना, ऐसा है अजय का रिएक्शन


बता दें कि 'तानाजी: द अनसंग वॉरियर' तानाजी मालुसरे पर आधारित है. यह किरदार अजय देवगन निभाते नजर आएंगे. फिल्म में अजय की रियल लाइफ वाइफ काजोल तानाजी की पत्नी सावित्रीबाई मालुसरे के रूप में दिखाई देंगी. साल 2008 में आई 'यू मी और हम' के बाद से अजय और काजोल लगभग एक दशक बाद साथ में बड़े पर्दे पर नजर आएंगे.


फिल्म में सैफ अली खान को मुख्य प्रतिद्वंद्वी, उदयभान राठौड़ के रूप में देखा जाएगा. इनके अलावा, फिल्म में जगपति बाबू और शरद केलकर भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं. ये फिल्म 10 जनवरी को रिलीज होने वाली है.

Intro:नई दिल्ली। अजय देवगन और काजोल स्टारर आने वाली फिल्म"तान्हाजी : द अनसंग वॉरियर " का मामला दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गया है । अखिल भारतीय क्षत्रिय कोली राजपूत संघ ने याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि फिल्म के निर्देशक ने तानाजी मालुसरे के असली वंशज को पेश नही किया है।



Body:याचिका में कहा गया है कि फिल्म के निर्देशक ने तानाजी को मराठा समुदाय का बताया है जबकि वास्तव में वे क्षत्रिय महादेव कोली समुदाय से संबंधित थे। याचिका में कहा गया है कि ये तथ्य फिल्म के निर्देशक ने जानबूझकर छिपाए हैं। याचिका में मांग की गई है कि जब तक तानाजी के बारे में तथ्यों को सुधार नहीं लिया जाता तब तक इस फिल्म को सर्टिफिकेट न देने के लिए सेंसर बोर्ड को निर्देश दिए जाएं।



Conclusion:याचिका में कहा गया है कि कोली समुदाय ने कई बार सेंसर बोर्ड से अपनी बात रखी ताकि तानाजी के बारे में तथ्यों को सुधारा जाए लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। ये फिल्म 10 जनवरी को रिलीज होनेवाली है।
Last Updated : Dec 13, 2019, 9:59 PM IST
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