लखनऊ: रानू मंडल के बाद इन दिनों विनोद शर्मा नाम के कैब ड्राइवर सोशल मीडिया पर खूब छाए हुए हैं. विनोद का एक वीडियो देखने को मिला था जिसमें वह फिल्म 'आशिकी' का गाना गाते हुए नजर आए. इस वीडियो को देखने के बाद लोग उनकी जमकर तारीफ करते दिखे. हाल ही में ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान विनोद ने काफी बातें साझा कीं.
जी हां. लखनऊ के विनोद शर्मा गाड़ी चलाने के साथ ही बेहद सुरीली आवाज में गाना गाते हैं. विनोद अपने राइडर्स को उनकी मंजिल पहुंचाने के साथ ही अपनी सुरीली आवाज से उनका मनोरंजन भी करते हैं. इसी के चलते विनोद सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा चर्चा में हैं.
विनोद की जिंदगी में सिर्फ दुश्वारियां ही दुश्वारियां थी, रोजी-रोटी का इंतजाम करने के लिए ड्राइवरी शुरू की और संगीत में दर्द को डुबाना शुरू किया. उनके साथ यात्रा करने वालों ने उनकी आवाज को अपने तरीकों से बॉलीवुड पहुंचा दिया, जहां उन्हें गीत गाने के ऑफर मिलना शुरू हो गए. उन्हें उम्मीद है कि अब असली जिंदगी में धीरे धीरे बदलाव आ जाएगा.
कैब ड्राइवर विनोद ने ईटीवी भारत के ऑफिस में आकर न सिर्फ गीत गाए बल्कि आज इस सफर के संघर्ष का खुलासा भी किया.
उन्होंने बताया कि बचपन से ही वह गाने का शौक रखते हैं. तीन भाई और दो बहनों समेत 7 लोगों के परिवार के आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तो ज्यादा पढ़ लिख नहीं पाए लेकिन गाने का शौक हमेशा से ही उनके दिल में जिंदा रहा.
वह कहते हैं कि बचपन से लेकर काफी सालों तक वह ऑर्केस्ट्रा और जागरण में जाते थे और कोशिश करते थे कि कहीं पीछे ही उनको किसी तरह माइक मिल जाए. अपने पहले गायकी के यादों को साझा करते हुए विनोद कहते हैं कि एक ऑर्केस्ट्रा में सिंगर की तबीयत खराब हो गई थी. वहां पर मैंने गाना गाने की बात कही और मुझे मौका मिल गया. मेरे गाने को लोगों ने पसंद किया तो आगे की राह चल पड़ी.
आर्केस्ट्रा और जागरण में गाते हुए किसी ने विनोद को यूट्यूब चैनल बनाने का सुझाव दिया. कुछ लोगों का साथ मिला तो एक ग्रुप तैयार किया. इसी बीच कुछ आर्थिक समस्याओं ने भी विनोद के जीवन मे दस्तक देने शुरू किया. इससे बचने के लिए उन्होंने कैब ड्राइवर बनने का निश्चय किया लेकिन कहीं न कहीं जो दिल में गायकी की चाहत थी उसे भी वह पूरा करना चाहते थे.
विनोद कहते हैं कि मैं सुबह घर से निकलकर रात 12/1 बजे तक घर पहुंचता था. ऐसे में गायकी का शौक कहीं न कहीं पीछे छूटता जा रहा था. इसी बीच मैंने कुछ इक्विपमेंट्स के बारे में भी सुना जो ब्लूटूथ से जोड़कर कराओके बनाते थे. मैंने वह खरीद लिया और लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के दौरान ही गुनगुनाने लगा. यात्रियों को भी मेरा गाना पसंद आ जाता था और वह सुनते थे और उसका वीडियो बनाते थे. मुझे नहीं पता चला कि सोशल मीडिया पर कैसे और कब यह वीडियो इतना फेमस हो गया. लोग मुझे पसंद करने लगे.
हाल ही में बने दिल्ली के एक यात्री को एक छोटी सी दूरी पर छोड़ा तो मुझे गुनगुनाते हुए सुनकर उन्होंने बीच में मुझे रोक कर एक वीडियो बनाया. उस यात्री ने उसे ट्विटर पर ट्वीट किया तो गायक कुमार सानू ने उसे रिट्वीट कर मुझे और मेरे गाने को तवज्जो दी. मैं इस बात का शुक्रगुजार हूं कि लोग मुझे इतना पसंद कर रहे हैं. बस लोगों के साथ सही में आगे चलकर एक मुकाम तक पहुंचना चाहता हूं.
सुनिए उभरते हुए इस गायक की आवाज और उनकी बात.
ईटीवी भारत के स्टूडियो पहुंचे इंटरनेट सेंसेशन कैब ड्राइवर विनोद, कुमार सानू की आवाज में गाते हैं गाना - Viral Singer Uber Driver Vinod Sharma
कैब ड्राइवर विनोद शर्मा का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. जिसमें वह गाना गाते हुए नजर आ रहे हैं. उनकी गायकी की काफी तारीफें हो रही हैं और देखते ही देखते वह इंटरनेट सेंसेशन बन चुके हैं.
लखनऊ: रानू मंडल के बाद इन दिनों विनोद शर्मा नाम के कैब ड्राइवर सोशल मीडिया पर खूब छाए हुए हैं. विनोद का एक वीडियो देखने को मिला था जिसमें वह फिल्म 'आशिकी' का गाना गाते हुए नजर आए. इस वीडियो को देखने के बाद लोग उनकी जमकर तारीफ करते दिखे. हाल ही में ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान विनोद ने काफी बातें साझा कीं.
जी हां. लखनऊ के विनोद शर्मा गाड़ी चलाने के साथ ही बेहद सुरीली आवाज में गाना गाते हैं. विनोद अपने राइडर्स को उनकी मंजिल पहुंचाने के साथ ही अपनी सुरीली आवाज से उनका मनोरंजन भी करते हैं. इसी के चलते विनोद सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा चर्चा में हैं.
विनोद की जिंदगी में सिर्फ दुश्वारियां ही दुश्वारियां थी, रोजी-रोटी का इंतजाम करने के लिए ड्राइवरी शुरू की और संगीत में दर्द को डुबाना शुरू किया. उनके साथ यात्रा करने वालों ने उनकी आवाज को अपने तरीकों से बॉलीवुड पहुंचा दिया, जहां उन्हें गीत गाने के ऑफर मिलना शुरू हो गए. उन्हें उम्मीद है कि अब असली जिंदगी में धीरे धीरे बदलाव आ जाएगा.
कैब ड्राइवर विनोद ने ईटीवी भारत के ऑफिस में आकर न सिर्फ गीत गाए बल्कि आज इस सफर के संघर्ष का खुलासा भी किया.
उन्होंने बताया कि बचपन से ही वह गाने का शौक रखते हैं. तीन भाई और दो बहनों समेत 7 लोगों के परिवार के आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तो ज्यादा पढ़ लिख नहीं पाए लेकिन गाने का शौक हमेशा से ही उनके दिल में जिंदा रहा.
वह कहते हैं कि बचपन से लेकर काफी सालों तक वह ऑर्केस्ट्रा और जागरण में जाते थे और कोशिश करते थे कि कहीं पीछे ही उनको किसी तरह माइक मिल जाए. अपने पहले गायकी के यादों को साझा करते हुए विनोद कहते हैं कि एक ऑर्केस्ट्रा में सिंगर की तबीयत खराब हो गई थी. वहां पर मैंने गाना गाने की बात कही और मुझे मौका मिल गया. मेरे गाने को लोगों ने पसंद किया तो आगे की राह चल पड़ी.
आर्केस्ट्रा और जागरण में गाते हुए किसी ने विनोद को यूट्यूब चैनल बनाने का सुझाव दिया. कुछ लोगों का साथ मिला तो एक ग्रुप तैयार किया. इसी बीच कुछ आर्थिक समस्याओं ने भी विनोद के जीवन मे दस्तक देने शुरू किया. इससे बचने के लिए उन्होंने कैब ड्राइवर बनने का निश्चय किया लेकिन कहीं न कहीं जो दिल में गायकी की चाहत थी उसे भी वह पूरा करना चाहते थे.
विनोद कहते हैं कि मैं सुबह घर से निकलकर रात 12/1 बजे तक घर पहुंचता था. ऐसे में गायकी का शौक कहीं न कहीं पीछे छूटता जा रहा था. इसी बीच मैंने कुछ इक्विपमेंट्स के बारे में भी सुना जो ब्लूटूथ से जोड़कर कराओके बनाते थे. मैंने वह खरीद लिया और लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के दौरान ही गुनगुनाने लगा. यात्रियों को भी मेरा गाना पसंद आ जाता था और वह सुनते थे और उसका वीडियो बनाते थे. मुझे नहीं पता चला कि सोशल मीडिया पर कैसे और कब यह वीडियो इतना फेमस हो गया. लोग मुझे पसंद करने लगे.
हाल ही में बने दिल्ली के एक यात्री को एक छोटी सी दूरी पर छोड़ा तो मुझे गुनगुनाते हुए सुनकर उन्होंने बीच में मुझे रोक कर एक वीडियो बनाया. उस यात्री ने उसे ट्विटर पर ट्वीट किया तो गायक कुमार सानू ने उसे रिट्वीट कर मुझे और मेरे गाने को तवज्जो दी. मैं इस बात का शुक्रगुजार हूं कि लोग मुझे इतना पसंद कर रहे हैं. बस लोगों के साथ सही में आगे चलकर एक मुकाम तक पहुंचना चाहता हूं.
सुनिए उभरते हुए इस गायक की आवाज और उनकी बात.
लखनऊ: रानू मंडल के बाद इन दिनों विनोद शर्मा नाम के कैब ड्राइवर सोशल मीडिया पर खूब छाए हुए हैं. विनोद का एक वीडियो देखने को मिला था जिसमें वह फिल्म 'आशिकी' का गाना गाते हुए नजर आए. इस वीडियो को देखने के बाद लोग उनकी जमकर तारीफ करते दिखे. हाल ही में ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान विनोद ने काफी बातें साझा कीं.
जी हां. लखनऊ के विनोद शर्मा गाड़ी चलाने के साथ ही बेहद सुरीली आवाज में गाना गाते हैं. विनोद अपने राइडर्स को उनकी मंजिल पहुंचाने के साथ ही अपनी सुरीली आवाज से उनका मनोरंजन भी करते हैं. इसी के चलते विनोद सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा चर्चा में हैं.
विनोद की जिंदगी में सिर्फ दुश्वारियां ही दुश्वारियां थी, रोजी-रोटी का इंतजाम करने के लिए ड्राइवरी शुरू की और संगीत में दर्द को डुबाना शुरू किया. उनके साथ यात्रा करने वालों ने उनकी आवाज को अपने तरीकों से बॉलीवुड पहुंचा दिया, जहां उन्हें गीत गाने के ऑफर मिलना शुरू हो गए. उन्हें उम्मीद है कि अब असली जिंदगी में धीरे धीरे बदलाव आ जाएगा.
कैब ड्राइवर विनोद ने ईटीवी भारत के ऑफिस में आकर न सिर्फ गीत गाए बल्कि आज इस सफर के संघर्ष का खुलासा भी किया.
उन्होंने बताया कि बचपन से ही वह गाने का शौक रखते हैं. तीन भाई और दो बहनों समेत 7 लोगों के परिवार के आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तो ज्यादा पढ़ लिख नहीं पाए लेकिन गाने का शौक हमेशा से ही उनके दिल में जिंदा रहा.
वह कहते हैं कि बचपन से लेकर काफी सालों तक वह ऑर्केस्ट्रा और जागरण में जाते थे और कोशिश करते थे कि कहीं पीछे ही उनको किसी तरह माइक मिल जाए. अपने पहले गायकी के यादों को साझा करते हुए विनोद कहते हैं कि एक ऑर्केस्ट्रा में सिंगर की तबीयत खराब हो गई थी. वहां पर मैंने गाना गाने की बात कही और मुझे मौका मिल गया. मेरे गाने को लोगों ने पसंद किया तो आगे की राह चल पड़ी.
आर्केस्ट्रा और जागरण में गाते हुए किसी ने विनोद को यूट्यूब चैनल बनाने का सुझाव दिया. कुछ लोगों का साथ मिला तो एक ग्रुप तैयार किया. इसी बीच कुछ आर्थिक समस्याओं ने भी विनोद के जीवन मे दस्तक देने शुरू किया. इससे बचने के लिए उन्होंने कैब ड्राइवर बनने का निश्चय किया लेकिन कहीं न कहीं जो दिल में गायकी की चाहत थी उसे भी वह पूरा करना चाहते थे.
विनोद कहते हैं कि मैं सुबह घर से निकलकर रात 12/1 बजे तक घर पहुंचता था. ऐसे में गायकी का शौक कहीं न कहीं पीछे छूटता जा रहा था. इसी बीच मैंने कुछ इक्विपमेंट्स के बारे में भी सुना जो ब्लूटूथ से जोड़कर कराओके बनाते थे. मैंने वह खरीद लिया और लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के दौरान ही गुनगुनाने लगा. यात्रियों को भी मेरा गाना पसंद आ जाता था और वह सुनते थे और उसका वीडियो बनाते थे. मुझे नहीं पता चला कि सोशल मीडिया पर कैसे और कब यह वीडियो इतना फेमस हो गया. लोग मुझे पसंद करने लगे.
हाल ही में बने दिल्ली के एक यात्री को एक छोटी सी दूरी पर छोड़ा तो मुझे गुनगुनाते हुए सुनकर उन्होंने बीच में मुझे रोक कर एक वीडियो बनाया. उस यात्री ने उसे ट्विटर पर ट्वीट किया तो गायक कुमार सानू ने उसे रिट्वीट कर मुझे और मेरे गाने को तवज्जो दी. मैं इस बात का शुक्रगुजार हूं कि लोग मुझे इतना पसंद कर रहे हैं. बस लोगों के साथ सही में आगे चलकर एक मुकाम तक पहुंचना चाहता हूं.
सुनिए उभरते हुए इस गायक की आवाज और उनकी बात.
Conclusion: