मुंबई : अभिनेत्री मृणाल ठाकुर का कहना है कि फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों के लिए अनिश्चितता एक स्वाभाविक लक्षण है.
मृणाल ने बताया, 'मुझे लगता है कि सबसे महत्वपूर्ण बात धैर्य है. एक कलाकार के रूप में, आप हमेशा प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक होते हैं लेकिन बड़ा सवाल कॉन्टेंट होता है आपको सही स्क्रिप्ट का चयन करना होगा. आंतरिक रूप से मुझे लगता है कि मैं बेहतर कर सकती हूं, फिर मुझे लगता है कि अगर मैंने इस पटकथा को जाने दिया, तो क्या मुझे और फिल्में मिलेंगी? यह सोच मुझे हर समय परेशान करती है.'
पढ़ें : 'तारक मेहता...' की एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता के खिलाफ पौड़ी में शिकायत दर्ज
मृणाल 'तूफान', 'जर्सी' और 'आंख मिचोली' जैसी दिलचस्प फिल्मों में नजर आने वाली हैं. मृणाल का कहना कि ये जरूरी नहीं है की सिर्फ काम करने के लिए आप कोई भी फिल्म कर लें.
वह फिर से धैर्य की बात करती है, जबकि वह जानती है कि कोविड के कारण अन्य सभी फिल्मों की तरह, उनकी फिल्मों की रिलीज में भी देरी हो रही है.
वह कहती हैं, 'यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने धैर्य रखते हैं. 'बटाला हाउस' के कुछ समय बाद 'घोस्ट स्टोरीज' आईं, और अब 'तूफान', 'जर्सी' और 'आंख मिचोली' में समय लग रहा है. मैं खुद को हर दिन बताती हूं, कि मुझे पता है कि यह मुश्किल है लेकिन इंतजार बेकार नहीं जाएगा. ये सभी विशेष कहानियां हैं और इनका हिस्सा बनना सम्मान की बात है. सभी फिल्में सेलिब्रेट करने लायक हैं. स्टोरी लाइन कंटेंट, स्क्रीनप्ले, कैरेक्टर, मेकर्स सबकुछ लाजवाब है, समय कठिन है लेकिन सब धैर्य का खेल है.'
इंडस्ट्री में हर किसी की तरह मृणाल मीनिंगफुल सिनेमा का हिस्सा बनना चाहती हैं जो सार्थक हो.
उन्होंने कहा कि, 'अगर मैं जल्दबाजी करने की कोशिश करती हूं, तो हो सकता है कि मैं सिर्फ स्क्रिप्ट्स को समाप्त करूं, पर मैं खुद को खो दूंगी. मेरे लिए, फिल्में मेरे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हैं और मैं एक ऐसी फिल्म के साथ जुड़ना चाहती हूं जिसका संदेश किसी न किसी तरह से समाज के लिए अच्छा हो.'
(इनपुट - आईएएनएस)