नई दिल्लीः फिल्ममेकर अशोक पंडित और मधुर भंडारकर ने कहा कि 49 सेलेब्स द्वारा मॉब लिंचिंग पर चिंता जताते हुए पीएम को लिखा गया पत्र महज देश को बदनाम करने की कोशिश है.
गौरतलब है, ये दो फिल्ममेकर उन 62 सेलेब्रिटीज में से हैं, जिन्होंने शुक्रवार को अंगेस्ट सेलेक्टिव आउटरेज एंड फॉल्स नरेटिव टाइटल वाला ओपन लेटर लिखा. बाकी सेलेब्स (जिनमें क्लासिकल डांसर सोनल मानसिंह भी शामिल थे) ने मॉब लिंचिंग पर लिखे गए खत पर साइन करने वालों को स्वनिर्मित रक्षक करार दिया.
फिल्ममेकर अशोक पंडित ने कहा, "सेलेब्रिटीज द्वारा ऐसी चीजें सिर्फ सरकार गिराने के लिए की जाती है. ये लोग समझते नहीं हैं कि इनकी कहानी पर कोई यकीन नहीं करेगा."
इन लोगों का पूरा गैंग इलेक्शन से पहले जमा होता है जैसे ये 2014 और 2019 के इलेक्शन्स में हुए थे. अब क्योंकि असेंबली एलेक्शन्स करीब हैं तो इन्होंने अपनी हरकत दोबारा शुरू कर दी है."
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जबकि मधुर भंडारकर ने ऐसी घटनाओं के पिछले 50 साल से होने की बात कह कर इस पूरे पत्र प्रकरण को इलेक्शन से पहले सेलेब्स द्वारा एक खेल बताया.
उन्होंने कहा, "ये बस सेलेक्टिव आउटरेज चल रहा है. दरअसल, हम ये पैटर्न गुजरात से देखते आ रहे हैं. ये तब भी हुआ था जब पीएम मोदी को अमेरिका के लिए वीजा नहीं मिला था. फिर ये 2014 और 2019 के इलेक्शन्स में हुआ. ये लोग किसी चीज के बारे में बोलने वाले नहीं है. बस, सही वक्त का इंतजार करते हैं."
"जब जय श्री राम बोलने के लिए लोगों को सलाखों के पीछे डाला जा रहा था और दिल्ली में मंदिरों पर हमला हो रहा था, तब तो ये कुछ नहीं बोले. मुझे लगता है कि इनका काउंटर करना बहुत जरूरी है क्योंकि ये एक पैटर्न है और ये उस जनमत की बेइज्जती है, जिसे देश की जनता ने मोदी को दिया है."
वहीं मीडिया से बात करते हुए सेंट्रल ब्यूरो ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) के चेयरमैन प्रसून जोशी ने इस पूरे घटनाक्रम के बारे में शुक्रवार के कहा कि ये देश में सकारात्मक सोच की जरूरत के लिए अलार्म है.