मुंबईः फिल्मकार करण जौहर का कहना है कि साल 2001 में आई उनकी फिल्म 'कभी खुशी कभी गम' उनके चेहरे पर एक बड़ा तमाचा है और इसके साथ ही यह उनका सच्चाई से सीधा सामना भी रहा है.
करण ने कहा, 'मैंने सोचा था कि मैं 'मुगल-ए-आजम' के बाद से आमिर खान की फिल्म 'लगान' और फरहान अख्तर की फिल्म 'दिल चाहता है' तक हिंदी सिनेमा की सबसे बड़ी फिल्म बना रहा हूं,'
करण जौहर का पहला और मुख्य लक्ष्य फिल्म में एक बड़ी स्टार कास्ट को शामिल करना था.
उन्होंने कहा, 'कभी खुशी कभी गम' मेरे चेहरे पर एकमात्र सबसे बड़ा तमाचा था और यह सच्चाई से मेरा सामना भी था.'
फैमिली लव स्टोरी जोनर की इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, शाहरुख खान, काजोल, ऋतिक रोशन और करीना कपूर जैसे बड़े सितारे मुख्य भूमिकाओं में थे और इनके साथ ही रानी मुखर्जी ने भी इसमें एक छोटा सा मगर अहम किरदार निभाया था.
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करण ने पॉडकास्ट शो 'पिक्चर के पीछे' में फिल्म के बारे में खुलासा किया.
उन्होंने कहा कि क्रिटिक्स से मिली प्रतिक्रिया और अवॉर्ड्स में फिल्म की खराब परफॉर्मेंस से वह हैरान हो गए थे.
धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले फिल्में बनाने वाले करण जौहर ने बीते साल कई फिल्मों को निर्मित किया जिसमें 'गुड न्यूज' ने बहुत अच्छा बिजनेस किया और दर्शकों को भी खूब पसंद आई. वहीं इस साल भी वह 'तख्त' जैसी हिस्टोरिकल पीरियड ड्रामा फिल्म निर्मित करने जा रहे हैं.
इसके अलावा 'ब्रह्मास्त्र', 'सूर्यवंशी', 'भूत- पार्ट वनः द हॉन्टेड प्लेस' और 'गुंजन सक्सेना बायोपिक' जैसी फिल्में भी रिलीज होने वाली हैं.
इनपुट्स-आईएएनएस