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'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान' से परिणीति बाहर, सरकार ने इस खबर को बताया गलत - बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान से परिणीति बाहर

परिणीति चोपड़ा को 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के एम्बेसडर के पद से हटा देने वाली खबर को खारिज करते हुए हरियाणा सरकार ने बताया कि अभिनेत्री का कॉन्ट्रैक्ट 2017 में ही खत्म हो चुका है.

haryana govt says parineeti chopra's contract ended in 2017
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Published : Dec 21, 2019, 2:21 PM IST

Updated : Dec 21, 2019, 2:44 PM IST

चंडीगढ़ः बॉलीवुड अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा को लेकर हाल ही में चर्चित हुई खबर को हरियाणा सरकार ने गलत बताया है. खबर थी कि कथित तौर पर अभिनेत्री को राज्य के 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अंबेस्डर पद से हटाया गया है.

इस इल्जाम को पूरी तरह खारिज करते हुए राज्य के वुमन चाइल्ड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट की स्पोक्सपर्सन ने कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है, क्योंकि अभिनेत्री का कॉन्ट्रैक्ट अप्रैल, 2017 में ही खत्म हो गया था.

  • Spokesperson of Women&Child Development Dept of Haryana Govt: News of Parineeti Chopra being dropped(for tweeting against #CAA) as brand ambassador of 'Beti Bachao, Beti Padhao' is false, baseless and malicious.MOU was for 1 year,till April, 2017.Thereafter MOU was never renewed pic.twitter.com/jcRBsvrNXM

    — ANI (@ANI) December 21, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
स्पोक्सपर्सन ने यह भी कहा कि लोगों को ऐसी कथित अफवाहों पर यकीन करने से पहले तथ्यों को जांच लेना चाहिए.स्पोक्सपर्सन ने कॉंग्रेस लीडर रणदीप सिंह सुरजेवाला की भी निंदा की, जिन्होंने इस खबर को ट्वीट किया था.

पढ़ें- 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का चेहरा नहीं रही परिणीति

इस टवीट को बाद में कई मीडिया हाउसेस ने खबर के तौर पर चलाया था.

स्पोक्सपर्सन ने कहा, 'राजनीति से प्रेरित इस गलत अफवाह ने महत्वपूर्ण नेशनल प्रोग्राम को बदनाम किया है. कांग्रेस नेता मौजूदा सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है. जबकि सच्चाई ये है कि सरकार वुमन एंपावरमेंट के कई स्कीम को बढा़वा दे रही है.'

उन्होंने आगे कहा, 'सही बात यह है कि हरियाणा सरकार ने परिणीति चोपड़ा के साथ मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू/ समझौते का दस्तावेज) मई, 2016 में साइन किया था, जिसकी अवधि एक साल बाद अप्रैल, 2017 में खत्म हो गई थी. और उसके बाद एमओयू को फिर से रिन्यू नहीं किया गया.'

गौरतलब है कि अभिनेत्री को हाल ही में पास हुए 'नागरिकता संशोधन एक्ट' के विरोध में ट्वीट करने को लेकर कथित तौर पर इस प्रोग्राम के एम्बेस्डर के तौर पर बाहर कर दिया गया है.

इनपुट्स- एएनआई

चंडीगढ़ः बॉलीवुड अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा को लेकर हाल ही में चर्चित हुई खबर को हरियाणा सरकार ने गलत बताया है. खबर थी कि कथित तौर पर अभिनेत्री को राज्य के 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अंबेस्डर पद से हटाया गया है.

इस इल्जाम को पूरी तरह खारिज करते हुए राज्य के वुमन चाइल्ड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट की स्पोक्सपर्सन ने कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है, क्योंकि अभिनेत्री का कॉन्ट्रैक्ट अप्रैल, 2017 में ही खत्म हो गया था.

  • Spokesperson of Women&Child Development Dept of Haryana Govt: News of Parineeti Chopra being dropped(for tweeting against #CAA) as brand ambassador of 'Beti Bachao, Beti Padhao' is false, baseless and malicious.MOU was for 1 year,till April, 2017.Thereafter MOU was never renewed pic.twitter.com/jcRBsvrNXM

    — ANI (@ANI) December 21, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
स्पोक्सपर्सन ने यह भी कहा कि लोगों को ऐसी कथित अफवाहों पर यकीन करने से पहले तथ्यों को जांच लेना चाहिए.स्पोक्सपर्सन ने कॉंग्रेस लीडर रणदीप सिंह सुरजेवाला की भी निंदा की, जिन्होंने इस खबर को ट्वीट किया था.

पढ़ें- 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का चेहरा नहीं रही परिणीति

इस टवीट को बाद में कई मीडिया हाउसेस ने खबर के तौर पर चलाया था.

स्पोक्सपर्सन ने कहा, 'राजनीति से प्रेरित इस गलत अफवाह ने महत्वपूर्ण नेशनल प्रोग्राम को बदनाम किया है. कांग्रेस नेता मौजूदा सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है. जबकि सच्चाई ये है कि सरकार वुमन एंपावरमेंट के कई स्कीम को बढा़वा दे रही है.'

उन्होंने आगे कहा, 'सही बात यह है कि हरियाणा सरकार ने परिणीति चोपड़ा के साथ मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू/ समझौते का दस्तावेज) मई, 2016 में साइन किया था, जिसकी अवधि एक साल बाद अप्रैल, 2017 में खत्म हो गई थी. और उसके बाद एमओयू को फिर से रिन्यू नहीं किया गया.'

गौरतलब है कि अभिनेत्री को हाल ही में पास हुए 'नागरिकता संशोधन एक्ट' के विरोध में ट्वीट करने को लेकर कथित तौर पर इस प्रोग्राम के एम्बेस्डर के तौर पर बाहर कर दिया गया है.

इनपुट्स- एएनआई

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बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान' से परिणीति बाहर, सरकार ने इस खबर को बताया गलत



चंडीगढ़ः बॉलीवुड एक्टर परिणीति चोपड़ा को लेकर हाल ही में चर्चित हुई खबर को हरियाणा सरकार ने गलत बताया है. खबर थी कि कथित तौर पर अभिनेत्री को राज्य के 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अंबेस्डर पद से हटाया गया है.

इस इल्जाम को पूरी तरह खारिज करते हुए राज्य के वुमन चाइल्ड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट की स्पोक्सपर्सन ने कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है, क्योंकि अभिनेत्री का कॉन्ट्रैक्ट अप्रैल, 2017 में ही खत्म हो गया था.

स्पोक्सपर्सन ने यह भी कहा कि लोगों को ऐसी कथित अफवाहों पर यकीन करने से पहले तथ्यों को जांच लेना चाहिए.

स्पोक्सपर्सन ने कॉंग्रेस लीडर रणदीप सिंह सुरजेवाला की भी निंदा की, जिन्होंने इस खबर को ट्वीट किया था.

इस टवीट को बाद में कई मीडिया हाउसेस ने खबर के तौर पर चलाया था.

स्पोक्सपर्सन ने कहा, 'राजनीति से प्रेरित इस गलत अफवाह ने महत्वपूर्ण नेशनल प्रोग्राम को बदनाम किया है. कांग्रेस नेता मौजूदा सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है. जबकि सच्चाई ये है कि सरकार वुमन एंपावरमेंट के कई स्कीम को बढा़वा दे रही है.'

उन्होंने आगे कहा, 'सही बात यह है कि हरियाणा सरकार ने परिणीति चोपड़ा के साथ मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू/ समझौते का दस्तावेज) मई, 2016 में साइन किया था, जिसकी अवधि एक साल बाद अप्रैल, 2017 में खत्म हो गई थी. और उसके बाद एमओयू को फिर से रिन्यू नहीं किया गया.'

गौरतलब है कि अभिनेत्री को हाल ही में पास हुए 'नागरिकता संशोधन एक्ट' के विरोध में ट्वीट करने को लेकर कथित तौर पर इस प्रोग्राम के एम्बेस्डर के तौर पर बाहर कर दिया गया है.

इनपुट्स- एएनआई


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Last Updated : Dec 21, 2019, 2:44 PM IST

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