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शिक्षा जलवायु को लेकर जागरूकता बढ़ाने का बेहतर माध्यम : भूमि पेडनेकर

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Published : Sep 26, 2020, 4:19 PM IST

भूमि पेडनेकर को लगता है कि शिक्षा जलवायु संरक्षण को लेकर जागरूकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम है. उन्होंने कहा कि हम सभी को पर्यावरण बचाने के लिए एक साथ आना होगा. ताकि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए समद्धि छोड़ सकें.

Education the significant channel to raise climate awareness says Bhumi pednekar
शिक्षा जलवायु को लेकर जागरूकता बढ़ाने का बेहतर माध्यम : भूमि पेडनेकर

मुंबई : अभिनेत्री भूमि पेडनेकर को लगता है कि शिक्षा जलवायु संरक्षण को लेकर जागरूकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम है.

भूमि ने कहा, "हम जो बदलाव देख रहे हैं वे वास्तविक हैं और इसमें कोई शक नहीं है कि यह हमारी सभ्यता के लिए बड़ा खतरा है. इस साल हमनें ऑस्ट्रेलियाई बुशफायर को 18 मिलियन हेक्टेयर जमीन जलाते देखा है. इसमें एक अरब जानवर मारे गए और देश में कई प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गईं."

उन्होंने आगे कहा, "रूस के आर्कटिक क्षेत्र में तेल रिसाव हुआ, उत्तराखंड के जंगल में 51 हेक्टेयर भूमि जली. पश्चिम बंगाल और ओडिशा ने चक्रवात अम्फन का सामना किया. इससे पश्चिम बंगाल में 86 मौतें हुईं. कैलिफोर्निया के जंगल की आग में 31,54,107 एकड़ जमीन जल गई."

भूमि ने कहा, "जलवायु परिवर्तन के प्रभाव नजर आ रहे हैं. ये और भी भयानक हो जाएंगे यदि हम इसे रोकने के लिए काम नहीं करेंगे. हम सभी को इसके लिए साथ आने की जरूरत है ताकि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए समद्धि छोड़ सकें. इस लक्ष्य को पाने के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण चैनल है."

पढ़ें : सुरेखा सीकरी की हालत बेहतर, सेट पर वापसी के लिए हैं उत्सुक

बता दें कि अभिनेत्री वैश्विक स्तर पर की गई एक पहल क्लाइमेट एक्शन प्रोजेक्ट के साथ काम कर रही हैं, जिसकी पहुंच 107 देशों में 1 करोड़ छात्रों तक है.

(इनपुट-आईएएनएस)

मुंबई : अभिनेत्री भूमि पेडनेकर को लगता है कि शिक्षा जलवायु संरक्षण को लेकर जागरूकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम है.

भूमि ने कहा, "हम जो बदलाव देख रहे हैं वे वास्तविक हैं और इसमें कोई शक नहीं है कि यह हमारी सभ्यता के लिए बड़ा खतरा है. इस साल हमनें ऑस्ट्रेलियाई बुशफायर को 18 मिलियन हेक्टेयर जमीन जलाते देखा है. इसमें एक अरब जानवर मारे गए और देश में कई प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गईं."

उन्होंने आगे कहा, "रूस के आर्कटिक क्षेत्र में तेल रिसाव हुआ, उत्तराखंड के जंगल में 51 हेक्टेयर भूमि जली. पश्चिम बंगाल और ओडिशा ने चक्रवात अम्फन का सामना किया. इससे पश्चिम बंगाल में 86 मौतें हुईं. कैलिफोर्निया के जंगल की आग में 31,54,107 एकड़ जमीन जल गई."

भूमि ने कहा, "जलवायु परिवर्तन के प्रभाव नजर आ रहे हैं. ये और भी भयानक हो जाएंगे यदि हम इसे रोकने के लिए काम नहीं करेंगे. हम सभी को इसके लिए साथ आने की जरूरत है ताकि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए समद्धि छोड़ सकें. इस लक्ष्य को पाने के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण चैनल है."

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बता दें कि अभिनेत्री वैश्विक स्तर पर की गई एक पहल क्लाइमेट एक्शन प्रोजेक्ट के साथ काम कर रही हैं, जिसकी पहुंच 107 देशों में 1 करोड़ छात्रों तक है.

(इनपुट-आईएएनएस)

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