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'मेरे काम पर कमेंट करो, चॉइस पर नहींः' भूमि पेडनेकर - भूमि पेडनेकर ने स्किन कलर ट्रोलिंग पर दिया जवाब

भूमि पेडनेकर ने अपनी अपकमिंग फिल्म 'बाला' में अपने कैरेक्टर के स्किन कलर को लेकर हुई कंट्रोवर्सी का जवाब दिया है. एक्टर ने पलटवार करते हुए कहा कि 'मेरे काम पर कमेंट करो, चॉइस पर नहीं.'

bhumi pednekar zips netizens over skincolour controversy in bala
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Published : Nov 7, 2019, 12:24 PM IST

मुंबईः एक्टर भूमि पेडनेकर ने कहा कि वह हमेशा अपने काम के जरिए स्टीरियोटाइप ब्रेक करने की कोशिश में लगी रहती हैं लेकिन उन्हें साल भर इसके लिए ट्रोल किया गया है, पहले एक बूढ़ी औरत का कैरेक्टर प्ले करने के लिए और अब 'बाला' में सांवली औरत का किरदार करने के लिए.

अभिनेत्री ने यह भी कहा कि यह सोचना कि सिर्फ एक्टर का लुक उसकी कास्टिंग के लिए जरूरी है, यह गलत है.

भूमि पेडनेकर ने कहा, 'मैं एक्टर हूं और अलग-अलग कैरेक्टर करना मेरा काम है. और अगर यही लॉजिक है तो, मुझे दम लगा के हईशा नहीं करनी चाहिए थी क्योंकि मुझे 30 किलो वजन बढ़ाना पड़ा. और मुझे बहुत सारी फिल्में नहीं करनी चाहिए थी जो मैंने कीं.'

भूमि ने अपने इंटरव्यू के दौरान आगे कहा, 'फिल्म देखो और कोई दिक्कत है तो मेरे काम पर कमेंट करो मेरी चॉइस पर नहीं क्योंकि मैं आगे भी ऐसे ही काम करने वाली हूं.'

भूमि पेडनेकर को उनकी लेटेस्ट फिल्म 'सांड की आंख' में अपनी उम्र से दुगुनी उम्र की औरत का कैरेक्टर करने के लिए भी इंटरनेट पर अच्छा खासा गुस्सा झेलना पड़ा था.

अभिनेत्री ने आगे जोड़ा, 'क्यों मुझे फिल्ममेकर अपनी चॉइस की फिल्मों में ले रहे हैं, मुझे उम्मीद है कि वे मुझे इसीलिए लेते हैं क्योंकि मैं उनकी फिल्म में कुछ अच्छा जोड़ती हूं. और यह सिर्फ आप कैसा दिखते हो उसकी बात नहीं है, एक एक्टर के पास और भी चीजें हैं करने के लिए.'

पढ़ें- भूमि पेडनेकर ने शुरू की क्लाइमेंट चेंज के खिलाफ जंग, शुरू किया 'क्लाइमेट वॉरियर' कैंपेन

भूमि ने जारी रखते हुए कहा, 'हमें क्रिएटिव प्रोसेस पर भी ध्यान देना चाहिए, और अगर एक पतली लड़की ही पतली लड़की का कैरेक्टर करेगी या मोटी लड़की ही मोटी लड़की का कैरेक्टर करेगी, तो हम क्या करेंगे.. फिर तो मुझे घर बैठ जाना चाहिए.'

भूमि ने इस बात पर भी जोर दिया कि बाला में उनका कैरेक्टर स्टीरियोटाइप को तोड़ता है जैसा कि वह ऑफ स्क्रीन भी कोशिश करती रहतीं हैं.

अभिनेत्री ने कहा, 'वह एक कंपलीट लड़की है, खूबसूरत, ताकतवर, आजाद और वकील. लेकिन सोसाइटी को ऐसा नहीं लगता है वह भी उसके रंग की वजह से. पूरी फिल्म में वह इस स्टैण्डर्ड ब्यूटी कॉन्सेप्ट वाले स्टीरियोटाइप को तोड़ने की कोशिश करती है.'

भूमि ने आगे कहा, 'मैं भी अपने काम से ऐसा ही कुछ करने की कोशिश कर रही हूं. ऐसा जो कुछ जो बिलकुल मुझसे जुड़े. निजी जिंदगी में भी मैं स्टीरियोटाइपस ब्रेक करने की कोशिश करती रहती हूं.'

आयुष्मान खुराना स्टारर अपकमिंग सटायरिकल कॉमेडी फिल्म 'बाला' 8 नवंबर को रिलीज होने जा रही है.

मुंबईः एक्टर भूमि पेडनेकर ने कहा कि वह हमेशा अपने काम के जरिए स्टीरियोटाइप ब्रेक करने की कोशिश में लगी रहती हैं लेकिन उन्हें साल भर इसके लिए ट्रोल किया गया है, पहले एक बूढ़ी औरत का कैरेक्टर प्ले करने के लिए और अब 'बाला' में सांवली औरत का किरदार करने के लिए.

अभिनेत्री ने यह भी कहा कि यह सोचना कि सिर्फ एक्टर का लुक उसकी कास्टिंग के लिए जरूरी है, यह गलत है.

भूमि पेडनेकर ने कहा, 'मैं एक्टर हूं और अलग-अलग कैरेक्टर करना मेरा काम है. और अगर यही लॉजिक है तो, मुझे दम लगा के हईशा नहीं करनी चाहिए थी क्योंकि मुझे 30 किलो वजन बढ़ाना पड़ा. और मुझे बहुत सारी फिल्में नहीं करनी चाहिए थी जो मैंने कीं.'

भूमि ने अपने इंटरव्यू के दौरान आगे कहा, 'फिल्म देखो और कोई दिक्कत है तो मेरे काम पर कमेंट करो मेरी चॉइस पर नहीं क्योंकि मैं आगे भी ऐसे ही काम करने वाली हूं.'

भूमि पेडनेकर को उनकी लेटेस्ट फिल्म 'सांड की आंख' में अपनी उम्र से दुगुनी उम्र की औरत का कैरेक्टर करने के लिए भी इंटरनेट पर अच्छा खासा गुस्सा झेलना पड़ा था.

अभिनेत्री ने आगे जोड़ा, 'क्यों मुझे फिल्ममेकर अपनी चॉइस की फिल्मों में ले रहे हैं, मुझे उम्मीद है कि वे मुझे इसीलिए लेते हैं क्योंकि मैं उनकी फिल्म में कुछ अच्छा जोड़ती हूं. और यह सिर्फ आप कैसा दिखते हो उसकी बात नहीं है, एक एक्टर के पास और भी चीजें हैं करने के लिए.'

पढ़ें- भूमि पेडनेकर ने शुरू की क्लाइमेंट चेंज के खिलाफ जंग, शुरू किया 'क्लाइमेट वॉरियर' कैंपेन

भूमि ने जारी रखते हुए कहा, 'हमें क्रिएटिव प्रोसेस पर भी ध्यान देना चाहिए, और अगर एक पतली लड़की ही पतली लड़की का कैरेक्टर करेगी या मोटी लड़की ही मोटी लड़की का कैरेक्टर करेगी, तो हम क्या करेंगे.. फिर तो मुझे घर बैठ जाना चाहिए.'

भूमि ने इस बात पर भी जोर दिया कि बाला में उनका कैरेक्टर स्टीरियोटाइप को तोड़ता है जैसा कि वह ऑफ स्क्रीन भी कोशिश करती रहतीं हैं.

अभिनेत्री ने कहा, 'वह एक कंपलीट लड़की है, खूबसूरत, ताकतवर, आजाद और वकील. लेकिन सोसाइटी को ऐसा नहीं लगता है वह भी उसके रंग की वजह से. पूरी फिल्म में वह इस स्टैण्डर्ड ब्यूटी कॉन्सेप्ट वाले स्टीरियोटाइप को तोड़ने की कोशिश करती है.'

भूमि ने आगे कहा, 'मैं भी अपने काम से ऐसा ही कुछ करने की कोशिश कर रही हूं. ऐसा जो कुछ जो बिलकुल मुझसे जुड़े. निजी जिंदगी में भी मैं स्टीरियोटाइपस ब्रेक करने की कोशिश करती रहती हूं.'

आयुष्मान खुराना स्टारर अपकमिंग सटायरिकल कॉमेडी फिल्म 'बाला' 8 नवंबर को रिलीज होने जा रही है.

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'मेरे काम पर कमेंट करो, चॉइस पर नहींः' भूमि पेडनेकर

मुंबईः एक्टर भूमि पेडनेकर ने कहा कि वह हमेशा अपने काम के जरिए स्टीरियोटाइप ब्रेक करने की कोशिश में लगी रहती हैं लेकिन उन्हें साल भर इसके लिए ट्रोल किया गया है, पहले एक बूढ़ी औरत का कैरेक्टर प्ले करने के लिए और अब 'बाला' में सांवली औरत का किरदार करने के लिए.

अभिनेत्री ने यह भी कहा कि यह सोचना कि सिर्फ एक्टर का लुक उसकी कास्टिंग के लिए जरूरी है, यह गलत है.

भूमि पेडनेकर ने कहा, 'मैं एक्टर हूं और अलग-अलग कैरेक्टर करना मेरा काम है. और अगर यही लॉजिक है तो, मुझे दम लगा के हईशा नहीं करनी चाहिए थी क्योंकि मुझे 30 किलो वजन बढ़ाना पड़ा. और मुझे बहुत सारी फिल्में नहीं करनी चाहिए थी जो मैंने कीं.'

भूमि ने अपने इंटरव्यू के दौरान आगे कहा, 'फिल्म देखो और कोई दिक्कत है तो मेरे काम पर कमेंट करो मेरी चॉइस पर नहीं क्योंकि मैं आगे भी ऐसे ही काम करने वाली हूं.'

भूमि पेडनेकर को उनकी लेटेस्ट फिल्म 'सांड की आंख' में अपनी उम्र से दुगुनी उम्र की औरत का कैरेक्टर करने के लिए भी इंटरनेट पर अच्छा खासा गुस्सा झेलना पड़ा था.

अभिनेत्री ने आगे जोड़ा, 'क्यों मुझे फिल्ममेकर अपनी चॉइस की फिल्मों में ले रहे हैं, मुझे उम्मीद है कि वे मुझे इसीलिए लेते हैं क्योंकि मैं उनकी फिल्म में कुछ अच्छा जोड़ती हूं. और यह सिर्फ आप कैसा दिखते हो उसकी बात नहीं है, एक एक्टर के पास और भी चीजें हैं करने के लिए.'

भूमि ने जारी रखते हुए कहा, 'हमें क्रिएटिव प्रोसेस पर भी ध्यान देना चाहिए, और अगर एक पतली लड़की ही पतली लड़की का कैरेक्टर करेगी या मोटी लड़की ही मोटी लड़की का कैरेक्टर करेगी, तो हम क्या करेंगे.. फिर तो मुझे घर बैठ जाना चाहिए.'

भूमि ने इस बात पर भी जोर दिया कि बाला में उनका कैरेक्टर स्टीरियोटाइप को तोड़ता है जैसा कि वह ऑफ स्क्रीन भी कोशिश करती रहतीं हैं.

अभिनेत्री ने कहा, 'वह एक कंपलीट लड़की है, खूबसूरत, ताकतवर, आजाद और वकील. लेकिन सोसाइटी को ऐसा नहीं लगता है वह भी उसके रंग की वजह से. पूरी फिल्म में वह इस स्टैण्डर्ड ब्यूटी कॉन्सेप्ट वाले स्टीरियोटाइप को तोड़ने की कोशिश करती है.'

भूमि ने आगे कहा, 'मैं भी अपने काम से ऐसा ही कुछ करने की कोशिश कर रही हूं. ऐसा जो कुछ जो बिलकुल मुझसे जुड़े. निजी जिंदगी में भी मैं स्टीरियोटाइपस ब्रेक करने की कोशिश करती रहती हूं.'

आयुष्मान खुराना स्टारर अपकमिंग सटायरिकल कॉमेडी फिल्म 'बाला' 8 नवंबर को रिलीज होने जा रही है.


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