मुंबई : भूमि पेडनेकर हिंदी फिल्म जगत की उन युवा अभिनेत्रियों में शुमार हैं जिन्होंने कुछ ही समय में सिनेमा जगत में अपनी एक खास पहचान बना ली है. उनकी फिल्मों में 'टॉयलेट', 'शुभ मंगल सावधान', 'लस्ट स्टोरीज', 'सोन चिरैया' जैसे सफल प्रोजेक्ट शामिल हैं.
बहुमुखी अभिनेत्री को पर्दे पर प्रयोग करने की अपनी उत्सुकता के लिए जाना जाता है और वह अपनी अगली रिलीज, 'सांड की आंख' में ग्रामीण हरियाणा की एक शार्प शूटर का किरदार निभाने जा रही हैं. इस बीच बुसान फिल्म फेस्टिवल में उनकी फिल्म 'डॉली किट्टी' और 'वो चमकते सितारे' प्रतिस्पर्धा कर रही थी.
एक अभिनेत्री के रूप में भूमि ने पहले ही कई पुरस्कार जीते हैं और बुसान में उन्होंने 'फेस ऑफ एशिया' पुरस्कार जीता है. यह पुरस्कार उन्हें कोरिया में एक प्रमुख फिल्म और फैशन पत्रिका द्वारा प्रदान किया गया था. पुरस्कार मिलने को लेकर भूमि ने कहा, 'मैं अभिभूत हूं और इस चीज ने दिल को बहुत छूआ कि मेरा काम बुसान में दर्शकों और आलोचकों दोनों को पसंद आया.
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यह मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है. इसलिए मुझे इस पर बहुत गर्व है. मेरी ऐसी फिल्मों में अभिनय करने की इच्छा है, जिनमें कुछ महत्वपूर्ण बातें हों और पूरी ईमानदारी से परफॉर्म करने के लिए काम किया हो. मुझे उम्मीद है कि शानदार सिनेमा का हिस्सा बनूंगी, जिसे पसंद किया जाएगा और भविष्य में प्यार से याद किया जाएगा.
मैं अपनी पूरी कास्ट, अपनी निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव और अपने निर्माताओं एकता कपूर और रुचिका कपूर को इस महान अवसर के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं.'