नई दिल्ली : एक्टर अनिल कपूर को बॉलीवुड में चार दशक से भी ज्यादा समय हो गया है, लेकिन आज भी वह अपने आपको प्रतिस्पर्धी मानते हैं.
अनिल कपूर का कहना है कि वह प्रतिस्पर्धी हैं और हर किसी को प्रतिस्पर्धी होना चाहिए, लेकिन सकारात्मक तरीके से.
बीते दिनों को लेकर अनिल ने कहा, 'कहीं न कहीं, 2020 एक ऐसा साल था, जिसके खत्म होने का इंतजार हर कोई कर रहा था, ताकि हम 2021 को सकारात्मक और आशावादी तरीके से शुरू कर सकें. वैक्सीन आने वाली है, इसलिए हर कोई इसके लिए तत्पर है.'
उन्होंने आगे कहा, 'यह साल हर किसी के लिए कठिन रहा है. मेरी संवेदना उन सभी लोगों के साथ है जो इसका शिकार हुए. मुझे उन सभी लोगों पर गर्व है, जिन्होंने वास्तव में निस्वार्थ रूप से काम किया है - डॉक्टर, फ्रंटलाइन कार्यकर्ता.'
बता दें कि अनिल ने 1979 में उमेश मेहरा के निर्देशन में बनी फिल्म 'हमारे तुम्हारे' में एक छोटी सी भूमिका के साथ इंडस्ट्री में कदम रखा था.
उन्होंने 'नो एंट्री', 'वेलकम', 'रेस', 'दिल धड़कने दो', 'मुबारकां', 'फन्ने खान', 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा' और 'टोटल धमाल' के माध्यम से अपनी बहुमुखी प्रतिभा साबित की है.
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अनिल कपूर की हालिया फिल्म 'एके वर्सेज एके' रिलीज हुई है. फिल्म के बारे में बात करते हुए अनिल ने कहा, 'जब मैंने इसे पढ़ा, तो मुझे स्क्रिप्ट बहुत पसंद आई. यह मेरे करियर के सबसे अच्छे अनुभवों में से एक रहा है.'
(इनपुट - आईएएनएस)