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118 मोबाइल एप्स के बैन पर जानिए क्या कहते हैं दुनिया के दिग्गज

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Published : Sep 5, 2020, 5:45 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST

भारत में चीनी एप्स पर प्रतिबंध के बाद, तकनीक और टेलीकॉम दुनिया के दिग्गजोंं, PUBG प्रशंसकों आदि से कई प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.

भारत में PUBG समेत अन्य 117 मोबाइल ऐप्स के बैन पर तकनीक और टेलीकॉम दुनिया के दिग्गजोंं की प्रतिक्रिया
भारत में PUBG समेत अन्य 117 मोबाइल ऐप्स के बैन पर तकनीक और टेलीकॉम दुनिया के दिग्गजोंं की प्रतिक्रिया

हैदराबाद : इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 2 सितंबर को 118 चीनी मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें लोकप्रिय गेम PUBG भी शामिल है. इस एप्स पर प्रतिबंध इसलिए लगा दिया गया क्योंकि यह भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों में लगे हुए हैं.

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि यह कदम करोड़ों भारतीय मोबाइल और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के हितों की रक्षा करेगा. यह निर्णय भारतीय साइबरस्पेस की सुरक्षा और संप्रभुता को सुनिश्चित करने के लिए एक लक्षित कदम है.

भारत सेल्फ मीटर रीडिंग एप के सह-संस्थापक सिकंदर रेड्डी थांद्रा ने कहा कि, यह भारत के टेक उद्यमियों के लिए विशेष रूप से अच्छा अवसर जो एप विकास के क्षेत्र में काम करते हैं.अपने संबंधित क्षेत्रों में, वे एप्लिकेशन के प्रतिबंध का लाभ उठा सकते हैं. साथ ही कुछ और संभावित एप्स को उनके उत्पाद श्रेणी में जोड़ा जा सकता है.

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि उसे विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कुछ मोबाइल एप के दुरुपयोग के बारे में रिपोर्टें शामिल है, यह मोबाइल एप लगातार चोरी करके और अनधिकृत तरीके से उपयोगकर्ताओं के डाटा को भारत से बाहर स्थित सर्वरों तक पहुंचाती हैं.

“उपयोगकर्ताओं के सामने PUBG जैसे ऑनलाइन गेमिंग एप्लिकेशन के लिए पेश किया गया है, जिसने भारतीय आबादी में एक मांग पैदा की है. CMAI एसोसिएशन ऑफ इंडिया के निदेशक आयुष वर्मा ने कहा कि, इन एप्लिकेशन का उपयोग करने से भारत के युवाओं या इंजीनियरिंग छात्रों को नवाचार और समान प्रकृति के गेम बनाने के लिए प्रोत्साहन मिला है.

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि, इन आंकड़ों का संकलन भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा के लिए शत्रुतापूर्ण तत्वों द्वारा खनन और प्रोफाइलिंग है, जो अंततः भारत की संप्रभुता और अखंडता पर थोपता है, यह बहुत गहरा और तत्काल चिंता का विषय है जिसे आपातकालीन उपायों की आवश्यकता है.

बयान में यह भी कहा गया है कि गृह मंत्रालय के अधीन भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने भी इन दुर्भावनापूर्ण एप्स को रोकने के लिए एक संपूर्ण सिफारिश भेजी है. इसी तरह, भारत के संसद के बाहर और अंदर दोनों जगह, विभिन्न जनप्रतिनिधियों ने समान चिंताएं जताई हैं. इसके अलावा भारत की संप्रभुता के साथ-साथ हमारे नागरिकों की गोपनीयता को नुकसान पहुंचाने वाले एप्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए सार्वजनिक स्थान पर एक मजबूत समर्थन दिया गया है.

TEMA के प्रोफेसर एन के गोयल ने कहा कि, TEMA, PUBG और 117 चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद करता है. हम न केवल सीमा की गड़बड़ी के कारण इस कदम को देखकर रोमांचित हैं बल्कि इसलिए भी हैं क्योंकि, ये एप सामाजिक संस्कृति और भारतीय ज्ञान को नष्ट कर रहे हैं.

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि, हाल ही में विश्वसनीय इनपुट्स से प्राप्त जानकारी के आधार पर यह पता चला है कि ये एप डाटा एकत्र करते हैं और उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा और सूचनाओं को साझा करते हैं. जिस कारण ऊपर बताए गए एप्लिकेशनों की डाटा हार्वस्टिंग प्रैक्टिस, गंभीर चिंताएं पैदा करती हैं.

PUBG के खिलाड़ी अनिमेष मिश्रा ने कहते है कि, जिंदगी बर्बाद हो गई, अब मैं टाइम पास के लिए क्या करूंगा और PUBG के नमन माथुर उर्फ मॉर्टल जैसे खिलाड़ी का अब क्या होगा. हम अपना समय कैसे व्यतीत करेंगे, सरकार को कम से कम एक महीने पहले सूचित करना चाहिए या इस खेल के लिए एक विकल्प होना चाहिए.

अनिमेष मिश्रा के मित्र प्रीतम कश्यप कहते हैं कि, भले ही मैं एक PUBG खिलाड़ी नहीं हूं, लेकिन हां यह खेल भारत में बहुत लोकप्रिय था. इसलिए भविष्य में, किसी भी गेम को जो प्ले स्टोर या किसी भी प्लेटफॉर्म के माध्यम से लॉन्च किया जाता है, उसे सभी सुरक्षा पहलुओं के लिए पहले जांच लिया जाना चाहिए. क्योंकि यह उन लोगों को मानसिक और भावनात्मक रूप से प्रभावित करेगा जो इन खेलों को खेल रहे थे.

कश्यप आगे कहते हैं कि, चीन को छोड़कर PUBG विश्व स्तर पर 600 मिलियन से अधिक डाउनलोड और 50 मिलियन सक्रिय खिलाड़ियों के साथ एक बेहद लोकप्रिय खेल है. इसलिए ब्रॉन्ज टीयर से द कॉन्करर टीयर ब्रैकेट हासिल करने वाले खिलाड़ी जरूर दुखी होगें.

पढ़ेंः कर्नल इंद्रजीत सिंह से जानिए क्यों बैन किए गए चाइनिज एप

हैदराबाद : इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 2 सितंबर को 118 चीनी मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें लोकप्रिय गेम PUBG भी शामिल है. इस एप्स पर प्रतिबंध इसलिए लगा दिया गया क्योंकि यह भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों में लगे हुए हैं.

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि यह कदम करोड़ों भारतीय मोबाइल और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के हितों की रक्षा करेगा. यह निर्णय भारतीय साइबरस्पेस की सुरक्षा और संप्रभुता को सुनिश्चित करने के लिए एक लक्षित कदम है.

भारत सेल्फ मीटर रीडिंग एप के सह-संस्थापक सिकंदर रेड्डी थांद्रा ने कहा कि, यह भारत के टेक उद्यमियों के लिए विशेष रूप से अच्छा अवसर जो एप विकास के क्षेत्र में काम करते हैं.अपने संबंधित क्षेत्रों में, वे एप्लिकेशन के प्रतिबंध का लाभ उठा सकते हैं. साथ ही कुछ और संभावित एप्स को उनके उत्पाद श्रेणी में जोड़ा जा सकता है.

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि उसे विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कुछ मोबाइल एप के दुरुपयोग के बारे में रिपोर्टें शामिल है, यह मोबाइल एप लगातार चोरी करके और अनधिकृत तरीके से उपयोगकर्ताओं के डाटा को भारत से बाहर स्थित सर्वरों तक पहुंचाती हैं.

“उपयोगकर्ताओं के सामने PUBG जैसे ऑनलाइन गेमिंग एप्लिकेशन के लिए पेश किया गया है, जिसने भारतीय आबादी में एक मांग पैदा की है. CMAI एसोसिएशन ऑफ इंडिया के निदेशक आयुष वर्मा ने कहा कि, इन एप्लिकेशन का उपयोग करने से भारत के युवाओं या इंजीनियरिंग छात्रों को नवाचार और समान प्रकृति के गेम बनाने के लिए प्रोत्साहन मिला है.

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि, इन आंकड़ों का संकलन भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा के लिए शत्रुतापूर्ण तत्वों द्वारा खनन और प्रोफाइलिंग है, जो अंततः भारत की संप्रभुता और अखंडता पर थोपता है, यह बहुत गहरा और तत्काल चिंता का विषय है जिसे आपातकालीन उपायों की आवश्यकता है.

बयान में यह भी कहा गया है कि गृह मंत्रालय के अधीन भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने भी इन दुर्भावनापूर्ण एप्स को रोकने के लिए एक संपूर्ण सिफारिश भेजी है. इसी तरह, भारत के संसद के बाहर और अंदर दोनों जगह, विभिन्न जनप्रतिनिधियों ने समान चिंताएं जताई हैं. इसके अलावा भारत की संप्रभुता के साथ-साथ हमारे नागरिकों की गोपनीयता को नुकसान पहुंचाने वाले एप्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए सार्वजनिक स्थान पर एक मजबूत समर्थन दिया गया है.

TEMA के प्रोफेसर एन के गोयल ने कहा कि, TEMA, PUBG और 117 चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद करता है. हम न केवल सीमा की गड़बड़ी के कारण इस कदम को देखकर रोमांचित हैं बल्कि इसलिए भी हैं क्योंकि, ये एप सामाजिक संस्कृति और भारतीय ज्ञान को नष्ट कर रहे हैं.

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि, हाल ही में विश्वसनीय इनपुट्स से प्राप्त जानकारी के आधार पर यह पता चला है कि ये एप डाटा एकत्र करते हैं और उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा और सूचनाओं को साझा करते हैं. जिस कारण ऊपर बताए गए एप्लिकेशनों की डाटा हार्वस्टिंग प्रैक्टिस, गंभीर चिंताएं पैदा करती हैं.

PUBG के खिलाड़ी अनिमेष मिश्रा ने कहते है कि, जिंदगी बर्बाद हो गई, अब मैं टाइम पास के लिए क्या करूंगा और PUBG के नमन माथुर उर्फ मॉर्टल जैसे खिलाड़ी का अब क्या होगा. हम अपना समय कैसे व्यतीत करेंगे, सरकार को कम से कम एक महीने पहले सूचित करना चाहिए या इस खेल के लिए एक विकल्प होना चाहिए.

अनिमेष मिश्रा के मित्र प्रीतम कश्यप कहते हैं कि, भले ही मैं एक PUBG खिलाड़ी नहीं हूं, लेकिन हां यह खेल भारत में बहुत लोकप्रिय था. इसलिए भविष्य में, किसी भी गेम को जो प्ले स्टोर या किसी भी प्लेटफॉर्म के माध्यम से लॉन्च किया जाता है, उसे सभी सुरक्षा पहलुओं के लिए पहले जांच लिया जाना चाहिए. क्योंकि यह उन लोगों को मानसिक और भावनात्मक रूप से प्रभावित करेगा जो इन खेलों को खेल रहे थे.

कश्यप आगे कहते हैं कि, चीन को छोड़कर PUBG विश्व स्तर पर 600 मिलियन से अधिक डाउनलोड और 50 मिलियन सक्रिय खिलाड़ियों के साथ एक बेहद लोकप्रिय खेल है. इसलिए ब्रॉन्ज टीयर से द कॉन्करर टीयर ब्रैकेट हासिल करने वाले खिलाड़ी जरूर दुखी होगें.

पढ़ेंः कर्नल इंद्रजीत सिंह से जानिए क्यों बैन किए गए चाइनिज एप

Last Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST
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