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अध्ययन : 11 हजार साल पहले अस्तित्व में थे पांच अलग नस्ल के कुत्ते

वैज्ञानिकों ने 11,000 साल पुराने 27 प्राचीन कुत्तों के डीएनए की मैपिंग की है और पाया है कि पिछले हिम युग के अंत में कम से कम पांच अलग-अलग नस्ल के कुत्ते मौजूद थे. जर्नल साइंस में प्रकाशित अध्ययन में शोध दल ने 11 हजार साल पहले के कुत्ते के डीएनए डेटिंग का अध्ययन किया था, जो अंतिम हिमयुग के तुरंत बाद का समय था.

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अध्ययनः 11,000 साल पहले अस्तित्व में थे पांच अलग प्रकार के कुत्ते
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Published : Nov 4, 2020, 1:47 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST

न्यूयॉर्क : यूरोप, नियर ईस्ट और साइबेरिया में पाए गए 27 कुत्तों के डीएनए का अनुक्रमण करके, टीम के सदस्यों ने पांच अलग-अलग नस्ल के कुत्तों की खोज की, जिनके पास किसी अन्य जानवर के पालतू होने से पहले अलग-अलग आनुवंशिक वंशज हैं.

उन्होंने कंकाल सामग्री से डीएनए निकाला, यह देखने में मदद करता है कि हजारों साल पहले कुत्ते कैसे विकसित हुए थे जब सभी मनुष्य शिकारी होते थे.

अमेरिका के टेक्सास ए एंड एम विश्वविद्यालय के अध्ययन लेखक अन्ना लिंडरहोम ने कहा कि कुत्ते के नमूनों को दुनिया भर के संग्रहालयों और इस टीम के कई सदस्यों द्वारा एकत्र किया गया है.

लिंडरहोम ने कहा कि चूंकि हम नहीं जानते कि कुत्तों को कब और कहाँ पालतू बनाया गया था इसलिए, हमने पुरानी समय के अधिकांश ज्ञात कुत्तों के डीएनए को एकत्र किया है.

यह नमूने एकत्र किए गए कुत्ते के अवशेष, जैसे दांत या हड्डी के टुकड़े से लिए गए थे.

इन नमूनों से डीएनए को अनुक्रमित किया गया, जिससे टीम को आनुवांशिक कोड को पढ़ने में सक्षम किया गया, जो प्रत्येक कुत्ते की उत्पत्ति की व्याख्या करता है और यह आधुनिक समय के कुत्तों से कैसे संबंधित हो सकता है, यह भी बताता है.

उन्होने कहा कि एक कुत्ते के जीनोम को देखकर, हम उस कुत्ते के इतिहास को देख सकते हैं, उसके माता-पिता के बारे में जान सकते हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि कुत्ते आनुवांशिक रूप से समान दिखते हैं, जिसका अर्थ है कि वे हाल के सामान्य पूर्वजों के डीएनए को साझा करते हैं.

लिंडरहोम ने कहा कि 11 हजार साल पहले के पांच वंशावली से पहले की पहचान करने में जितनी विविधता इतनी हमने पहले कभी नहीं देखी.

शोधकर्ताओं के अनुसार, सभी कुत्ते एक प्राचीन भेड़िया आबादी से उत्पन्न हुए हैं. एक ऐसी भेड़ियों की आबादी जो गायब हो गई है.

अध्ययन लेखकों ने लिखा है कि हमारे पालतू कुत्तों के साथ हमारी आधुनिक समय की भेड़िया आबादी का कोई संबंध नहीं है.

शोधकर्ताओं ने कहा कि मानव और कुत्ते के बंधन को अब और अधिक स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. जब मनुष्य गए, वे लगभग हमेशा अपने कुत्तों को अपने साथ ले गए.

उन्होंने लिखा कि हम लोगों के आंदोलन और कुत्तों के एक नए प्रकार की शुरूआत के बीच एक स्पष्ट लिंक पर देख सकते हैं,

पढेंः विकास के जांच में सहायक हो सकता है दो-उंगुली वाला डायनासोर

न्यूयॉर्क : यूरोप, नियर ईस्ट और साइबेरिया में पाए गए 27 कुत्तों के डीएनए का अनुक्रमण करके, टीम के सदस्यों ने पांच अलग-अलग नस्ल के कुत्तों की खोज की, जिनके पास किसी अन्य जानवर के पालतू होने से पहले अलग-अलग आनुवंशिक वंशज हैं.

उन्होंने कंकाल सामग्री से डीएनए निकाला, यह देखने में मदद करता है कि हजारों साल पहले कुत्ते कैसे विकसित हुए थे जब सभी मनुष्य शिकारी होते थे.

अमेरिका के टेक्सास ए एंड एम विश्वविद्यालय के अध्ययन लेखक अन्ना लिंडरहोम ने कहा कि कुत्ते के नमूनों को दुनिया भर के संग्रहालयों और इस टीम के कई सदस्यों द्वारा एकत्र किया गया है.

लिंडरहोम ने कहा कि चूंकि हम नहीं जानते कि कुत्तों को कब और कहाँ पालतू बनाया गया था इसलिए, हमने पुरानी समय के अधिकांश ज्ञात कुत्तों के डीएनए को एकत्र किया है.

यह नमूने एकत्र किए गए कुत्ते के अवशेष, जैसे दांत या हड्डी के टुकड़े से लिए गए थे.

इन नमूनों से डीएनए को अनुक्रमित किया गया, जिससे टीम को आनुवांशिक कोड को पढ़ने में सक्षम किया गया, जो प्रत्येक कुत्ते की उत्पत्ति की व्याख्या करता है और यह आधुनिक समय के कुत्तों से कैसे संबंधित हो सकता है, यह भी बताता है.

उन्होने कहा कि एक कुत्ते के जीनोम को देखकर, हम उस कुत्ते के इतिहास को देख सकते हैं, उसके माता-पिता के बारे में जान सकते हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि कुत्ते आनुवांशिक रूप से समान दिखते हैं, जिसका अर्थ है कि वे हाल के सामान्य पूर्वजों के डीएनए को साझा करते हैं.

लिंडरहोम ने कहा कि 11 हजार साल पहले के पांच वंशावली से पहले की पहचान करने में जितनी विविधता इतनी हमने पहले कभी नहीं देखी.

शोधकर्ताओं के अनुसार, सभी कुत्ते एक प्राचीन भेड़िया आबादी से उत्पन्न हुए हैं. एक ऐसी भेड़ियों की आबादी जो गायब हो गई है.

अध्ययन लेखकों ने लिखा है कि हमारे पालतू कुत्तों के साथ हमारी आधुनिक समय की भेड़िया आबादी का कोई संबंध नहीं है.

शोधकर्ताओं ने कहा कि मानव और कुत्ते के बंधन को अब और अधिक स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. जब मनुष्य गए, वे लगभग हमेशा अपने कुत्तों को अपने साथ ले गए.

उन्होंने लिखा कि हम लोगों के आंदोलन और कुत्तों के एक नए प्रकार की शुरूआत के बीच एक स्पष्ट लिंक पर देख सकते हैं,

पढेंः विकास के जांच में सहायक हो सकता है दो-उंगुली वाला डायनासोर

Last Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST
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