न्यू साइंटिस्ट, यूके : यदि कुत्तों के मालिक बहिर्मुखी (एक्स्ट्रोवर्ड) और खुले विचारों वाले होते हैं, तो कुत्तों के व्यवहार से जुड़ी कुछ समस्याओं में ट्रेनिंग के दौरान सुधार होने की संभावना अधिक होती है.
अंतर्मुखता (इंट्रोवर्शन) और संकुचित विचार जैसे लक्षण, कुत्ते के व्यवहार में होने वाले कुछ बदलाव से जुड़े होते हैं, जैसे हमला करना और डरना.
यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया स्कूल ऑफ वेटरनरी मेडिसिन की लॉरेन पॉवेल कहती हैं कि इस जानकारी से वेट्स को कुत्ते और मालिक के उस जोड़े की पहचान करने में आसानी होगी, जिन्हें ट्रेनिंग के समय अधिक मदद की आवश्यकता हो सकती है.
छह महीने की अवधि में, पावेल और उनके सहयोगियों ने 131 कुत्तों और उनके मालिकों के साथ ट्रेनिंग की. सभी कुत्तों में अलग-अलग समस्या देखने को मिली, उदाहरण के लिए, लोगों के प्रति आक्रामकता (गुस्सा).
मालिकों का व्यक्तित्व परीक्षण (पर्सनालिटी टेस्ट) किया गया. साथ ही मालिकों ने अपने कुत्तों के बारे में भी जानकारी दी.
पॉवेल बताती है कि ट्रेनिंग की सफलता इस बात पर निर्भर कर रही थी कि कुत्तों का व्यवहार कितना खराब था. इसका मतलब है कि कुत्तों के व्यवहार में इस ट्रेनिंग जो सुधार आता, इससे ही ट्रेनिंग की सफलता निर्धारित की जाती.
हालांकि, इस शोध में यह भी पता चला कि मानव का व्यक्तित्व, कुछ व्यवहारों को सुधारने में अहम भूमिका निभाता है. उदाहरण के लिए, शोध के समय जो कुत्ते ज्यादा डरे हुए थे, मगर उनके मालिक बहिर्मुखी (एक्स्ट्रोवर्ड) थे, उन कुत्तों ने अधिक प्रगति की.
पेरिस के पास कैनाइन व्यवहार अनुसंधान सुविधा, इथोडोग की शार्लोट डुरंट कहती हैं कि जब कुत्तों का किसी अपरिचित इंसान, कुत्ते या वस्तु से सामना होता है, तो वह अपने मालिक की प्रतिक्रिया देखते हैं, ताकि यह पता लगा सके कि उन्हें कैसे व्यवहार करना चाहिए.
(सी) 2021 न्यू साइंटिस्ट लिमिटेड
ट्रिब्यून कंटेंट एजेंसी, एलएलसी द्वारा वितरित