सैन फ्रांसिस्को : जैसे-जैसे आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस (एआई) हमारे जीवन में गहरी पैठ बना रही है, गूगल के पूर्व सीईओ एरिक श्मिट वैज्ञानिक चुनौतियों से निपटने और दवा की खोज से लेकर भौतिक विज्ञान तक संभावित सफलताएं हासिल करने के लिए एक नया संगठन बना रहे हैं.
सेमाफोर की रिपोर्ट के अनुसार श्मिट ने दो प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों- फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट में एप्लाइड बायोटेक्नोलॉजी प्रयोगशाला के संस्थापक सैमुअल रॉड्रिक्स और रसायन विज्ञान में AI के उपयोग में अग्रणी एंड्रयू व्हाइट को काम पर रखा है. रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रयास माइक्रोसॉफ्ट समर्थित OpenAI के समान है, जिसने चैटजीपीटी विकसित किया है.
योजनाओं से परिचित लोगों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में दावा किया गया है, 'फंडिंग ज्यादातर श्मिट की निजी संपत्ति से आएगी, लेकिन परियोजना की महत्वाकांक्षा को देखते हुए बाहरी फंडिंग आवश्यक हो सकती है.' परियोजना अभी शुरुआती चरण में है और योजनाएं बदल सकती हैं. एमआईटी टेक्नोलॉजी रिव्यू में 'इस तरह AI विज्ञान के काम करने के तरीके को बदल देगा' शीर्षक वाले एक हालिया लेख में, श्मिट ने लिखा: 'एआई के आगमन के साथ, विज्ञान बहुत अधिक रोमांचक होने वाला है. इस बदलाव की गूंज प्रयोगशाला के बाहर तक महसूस की जाएगी, वे हम सभी को प्रभावित करेंगे.'
श्मिट ने अपनी पत्नी वेंडी के साथ मिलकर 'श्मिट फ्यूचर्स' की सह-स्थापना की है. जो एक नॉन प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन है. ये उन रिसर्च परियोजनाओं की मदद करता है जो बड़ा बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं. रिपोर्ट के अनुसार, दंपति ने कई अन्य एआई-संबंधित परियोजनाओं को वित्त पोषित किया. इनमें गैर-लाभकारी एआई2050 और एआई इन साइंस पोस्टडॉक्टोरल फेलोशिप प्रोग्राम शामिल हैं.
गौरतलब है कि श्मिट 2001 से 2011 तक Google के सीईओ रहे. 2011 से 2015 तक कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष बने रहे. 2015 से 2017 तक मूल कंपनी अल्फाबेट के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. उन्होंने 2017 से 2020 तक अल्फाबेट में तकनीकी सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएं दी है.
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(आईएएनएस)