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'Aditya L1' ISRO Update : ‘आदित्य एल1’ की पृथ्वी की कक्षा से संबंधित पहली प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न - आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) की ओर से देश के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1’ के बारे में लगातार अपडेट जारी किया जा रहा है. इसी कड़ी में इसरो की ओर से बताया गया है ‘आदित्य एल1’ ने पृथ्वी की कक्षा से संबंधित पहली प्रक्रिया पूरी कर ली है.

Aditya L1
आदित्य एल1
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 3, 2023, 2:02 PM IST

बेंगलुरु : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने रविवार को कहा कि देश के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1’ (Aditya L1) की पृथ्वी की कक्षा से संबंधित पहली प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है. इसरो के मुताबिक, इस प्रक्रिया को यहां स्थित इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (ISTRAC) से अंजाम दिया गया. अंतरिक्ष एजेंसी ने यह भी कहा कि ‘आदित्य एल1’ उपग्रह एकदम ठीक है और यह समान्य ढंग से काम कर रहा है.

  • Aditya-L1 Mission:
    The satellite is healthy and operating nominally.

    The first Earth-bound maneuvre (EBN#1) is performed successfully from ISTRAC, Bengaluru. The new orbit attained is 245km x 22459 km.

    The next maneuvre (EBN#2) is scheduled for September 5, 2023, around 03:00… pic.twitter.com/sYxFzJF5Oq

    — ISRO (@isro) September 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
  • PSLV-C57/Aditya-L1 Mission:
    The 23-hour 40-minute countdown leading to the launch at 11:50 Hrs. IST on September 2, 2023, has commended today at 12:10 Hrs.

    The launch can be watched LIVE
    on ISRO Website https://t.co/osrHMk7MZL
    Facebook https://t.co/zugXQAYy1y
    YouTube…

    — ISRO (@isro) September 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">


इसरो ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में बताया कि कक्षा संबंधी अगली प्रक्रिया पांच सितंबर, 2023 को भारतीय समयानुसार देर रात लगभग तीन बजे के लिए निर्धारित है. इसरो की ओर से कहा, ‘आदित्य-एल1 मिशन : उपग्रह एकदम ठीक है और सामान्य ढंग से काम कर रहा है. पृथ्वी की कक्षा से संबंधित पहली प्रक्रिया (EBN#1) आईएसटीआरएसी, बेंगलुरु से सफलतापूर्वक निष्पादित की गई. प्राप्त की गई नयी कक्षा 245 किलोमीटर x 22,459 किलोमीटर है.’ ‘आदित्य एल1’ को शनिवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया गया था. मिशन का लक्ष्य सूर्य-पृथ्वी ‘एल1’ बिंदु पर भारत की पहली सौर वेधशाला स्थापित कर सूरज के बाहरी वातावरण का अध्ययन करना है.

  • Here is the brochure: https://t.co/5tC1c7MR0u

    and a few quick facts:
    🔸Aditya-L1 will stay approximately 1.5 million km away from Earth, directed towards the Sun, which is about 1% of the Earth-Sun distance.
    🔸The Sun is a giant sphere of gas and Aditya-L1 would study the… pic.twitter.com/N9qhBzZMMW

    — ISRO (@isro) September 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एल1 का मतलब ‘लैग्रेंज प्वाइंट 1’ है, जहां अंतरिक्ष यान को स्थापित किया जाएगा. सौर पैनल के सक्रिय होने के बाद उपग्रह ने विद्युत ईंधन पैदा करना शुरू कर दिया. इसरो के अनुसार, आदित्य-एल1 पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर रहकर सूर्य का अध्ययन करेगा. यह दूरी पृथ्वी और सूर्य की कुल दूरी का लगभग एक प्रतिशत है. अंतरिक्ष एजेंसी ने स्पष्ट किया है कि यान न तो सूर्य पर उतरेगा और न ही सूर्य के और करीब जाएगा.
(पीटीआई-भाषा)

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बेंगलुरु : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने रविवार को कहा कि देश के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1’ (Aditya L1) की पृथ्वी की कक्षा से संबंधित पहली प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है. इसरो के मुताबिक, इस प्रक्रिया को यहां स्थित इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (ISTRAC) से अंजाम दिया गया. अंतरिक्ष एजेंसी ने यह भी कहा कि ‘आदित्य एल1’ उपग्रह एकदम ठीक है और यह समान्य ढंग से काम कर रहा है.

  • Aditya-L1 Mission:
    The satellite is healthy and operating nominally.

    The first Earth-bound maneuvre (EBN#1) is performed successfully from ISTRAC, Bengaluru. The new orbit attained is 245km x 22459 km.

    The next maneuvre (EBN#2) is scheduled for September 5, 2023, around 03:00… pic.twitter.com/sYxFzJF5Oq

    — ISRO (@isro) September 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
  • PSLV-C57/Aditya-L1 Mission:
    The 23-hour 40-minute countdown leading to the launch at 11:50 Hrs. IST on September 2, 2023, has commended today at 12:10 Hrs.

    The launch can be watched LIVE
    on ISRO Website https://t.co/osrHMk7MZL
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    YouTube…

    — ISRO (@isro) September 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">


इसरो ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में बताया कि कक्षा संबंधी अगली प्रक्रिया पांच सितंबर, 2023 को भारतीय समयानुसार देर रात लगभग तीन बजे के लिए निर्धारित है. इसरो की ओर से कहा, ‘आदित्य-एल1 मिशन : उपग्रह एकदम ठीक है और सामान्य ढंग से काम कर रहा है. पृथ्वी की कक्षा से संबंधित पहली प्रक्रिया (EBN#1) आईएसटीआरएसी, बेंगलुरु से सफलतापूर्वक निष्पादित की गई. प्राप्त की गई नयी कक्षा 245 किलोमीटर x 22,459 किलोमीटर है.’ ‘आदित्य एल1’ को शनिवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया गया था. मिशन का लक्ष्य सूर्य-पृथ्वी ‘एल1’ बिंदु पर भारत की पहली सौर वेधशाला स्थापित कर सूरज के बाहरी वातावरण का अध्ययन करना है.

  • Here is the brochure: https://t.co/5tC1c7MR0u

    and a few quick facts:
    🔸Aditya-L1 will stay approximately 1.5 million km away from Earth, directed towards the Sun, which is about 1% of the Earth-Sun distance.
    🔸The Sun is a giant sphere of gas and Aditya-L1 would study the… pic.twitter.com/N9qhBzZMMW

    — ISRO (@isro) September 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एल1 का मतलब ‘लैग्रेंज प्वाइंट 1’ है, जहां अंतरिक्ष यान को स्थापित किया जाएगा. सौर पैनल के सक्रिय होने के बाद उपग्रह ने विद्युत ईंधन पैदा करना शुरू कर दिया. इसरो के अनुसार, आदित्य-एल1 पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर रहकर सूर्य का अध्ययन करेगा. यह दूरी पृथ्वी और सूर्य की कुल दूरी का लगभग एक प्रतिशत है. अंतरिक्ष एजेंसी ने स्पष्ट किया है कि यान न तो सूर्य पर उतरेगा और न ही सूर्य के और करीब जाएगा.
(पीटीआई-भाषा)

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