हैदराबादः आप फोन का इस्तेमाल किस किस वजह से करतें हैं? मूवीज देखने के लिए, गेम्स खेलने के लिए या हैवी फाइल्स को डॉउनलोड करने के लिए, या फिर पढाई करने के लिए, ऑनलाइन ऑफिस का काम करने के लिए, आदि. जैसे जिसकी जरुरत, वैसा ही फोन लेना चाहिए.
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कंज्यूमर वॉइस ने मार्किट के 15 टॉप स्मार्टफोन्स ब्रांड्स का सर्वे किया और स्मार्टफोन्स खरीदेने के लिये कुछ मापदंडों को तैयार किया है. यह इस प्रकार हैंः-
प्रोसेसर: किसी भी स्मार्टफोन के अच्छे से काम करने में, उसके प्रोसेसर का बहुत बड़ा योगदान होता है. प्रोसेसर, स्मार्टफोन के लिए, दिमाग की तरह काम करता है. यह फोन की स्पीड को बढ़ाता है. जितना अच्छा प्रोसेसर होता है, उतने ज्यादा टास्क आप कर पाते हैं. हर फोन का प्रोसेसर और उसकी प्रोसेसिंग पॉवर अलग-अलग होते हैं. यह इस बात पर निर्भर करता है कि फोन में कौन सा ऑपरेटिंग सिस्टम, यूजर इंटरफेज,ब्लॉटवेयर,आदि मोजूद हैं.
बैटरीः किसी भी स्मार्टफोन में बैटरी की एक अहम भूमिका होती है. आप अपनी जरुरत के हिसाब से बैटरी का चयन करें. अगर आप अपने फोन से इंटरनेट और ऐप का इस्तेमाल, गेम्स खेलना, वीडियो देखना, आदि करते हैं, तो आपको 3500 एमएएच या उससे अधिक बैटरी वाले स्मार्टफोन को लेना चाहिए. वहीं, अगर आप अपने फोन का इस्तेमाल कम करते हैं यानि मैसेज, कॉल, आदि के लिए ही सिर्फ करते हैं, तो 3000 एमएएच की बैटरी से भी आपका फोन लगभग पूरे दिन चल जाएगा.
ऑपरेटिंग सिस्टम: स्मार्टफोन में ओएस यानि ऑपरेटिंग सिस्टम के दो ऑप्शन्स एंड्रॉइड और आईओएस होते हैं. आमतौर पर, आईओएस(आई फोनस) एंड्रॉइड की तुलना में महंगे होते हैं. ऑपरेटिंग सिस्टम, आपके फोन के इस्तेमाल करने के तरीके को आसान बनाता है. ऑपरेटिंग सिस्टम को समझने के लिए, एंड्रॉइड और आईओएस के अंतर को समझना भी बहुत जरुरी है.
- गूगल एंड्रॉइड: एंड्रॉइड पर चलने वाले स्मार्टफोन्स, इस्तेमाल करने में आसान होते हैं. आप गूगल प्ले स्टोर पे उपलब्ध विभिन्न प्रकार के ऐप्स, गेम आदि का प्रयोग कर सकते हैं. अपने बजट के आधार पर, आप एंड्रॉइड फोन को चुन सकते हैं.
- एप्पल आईफोन ओएस (आईओएस): आईओएस का उपयोग करना और सीखना आसान है. इससे यूजर एप्पल ऐप स्टोर का उपयोग कर सकता है. ऐप्स के रिलीज होने से पहले उनकी जांच की जाती हैं, ताकि आप निश्चिंत हो सकते हैं कि यह ऐप्स उपयोग करने के लिए सुरक्षित हैं. हालांकि, एप्पल आईफोन महंगे होते हैं. अगर आप नए नए स्मार्टफोन्स के शौकीन नहीं हैं, तो कम कीमत पर भी आप पुराने हैंडसेट्स ले सकते हैं.
स्टोरेज: आजकल हमारे ज्यादातर काम स्मार्टफोन्स पर होते हैं. डॉक्यूमेंट्स, फाइल्स, फोटोज, ऐप्स को डाउनलोड और अपलोड करने के लिए, हमें स्मार्टफोन्स में स्टोरेज की आवश्यकता होती है. जो यूजर्स गेम्स खेलते हैं या फिल्म्स को स्टोर करते हैं, उन्हें ज्यादा स्टोरेज की जरुरत पड़ती है.अगर स्टोरेज कम हो, तो आपके स्मार्टफोन के हैंग होने की या सही से ना काम करने की संभावना बढ़ जाती है. कंज्यूमर वॉइस का सुझाव मानें तो कम से कम 32जीबी स्टोरेज वाले स्मार्टफोन खरीदना ही सही होगा.
बिल्ड: बिल्ड स्मार्टफोन की ड्यूरेबिलिटी(टिकाउपन) से सीधे जुड़ा हुआ है. बाजार में अगर आप स्मार्टफोन लेने जाएंगे तो आप यह पाएंगे कि इन फोन्स का बिल्ड दो प्रकार के होते हैं; मेटल और प्लास्टिक. आप फोन पर क्या काम करते हैं, किस तरह से इसका इस्तेमाल करते हैं, इस हिसाब से आप अपने स्मार्टफोन का बिल्ड चुन सकते हैं.
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कंज्यूमर वॉयस एक गैर सरकारी संस्थान है, जो लगातार भारतीय उपभोक्ताओं को जागरूक करती रहती है. इतना ही नहीं, अलग-अलग प्रोडक्ट्स जैसे की खाने पीने का सामान, टीवी, एसी, आदि की कंज्यूमर वॉयस निष्पक्ष समीक्षा करता है. इसके बाद, कंज्यूमर वॉयस बाइंग गाइड्स को तैयार कर, ग्राहकों के लिए पेश करता है.