नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के किराड़ी विधानसभा में चोरी की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. चोरों ने गौरी शंकर एन्क्लेव की गली नंबर 7 से रात करीब 2 से 3 के बीच में स्कूटी चुराकर चोर फरार हो गए, जिसकी शिकायत थाना प्रेम नगर में दर्ज करा दी गई है.
वहीं स्थानीय लोगों ने आम आदमी पार्टी पर भी आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार कॉलोनी में सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात करती है, पर गौरी शंकर एन्क्लेव में कैमरे नहीं लगाए गए हैं. अगर कैमरे लग चुके होते, तो शायद चोरी की वारदातों पर लगाम लग सकती थी. वहीं दिल्ली पुलिस भी चोरों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है, पहले भी एक बाइक चोरी हुई थी, दूसरी बार स्कूटी चोरी हुई है, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है.
लगातार हो रही चोरी की वारदातें
पीड़ित रामवती ने बताया मेरी गली के बाहर कुछ अज्ञात लड़के खड़े होते हैं, यह लड़के मेरे पड़ोसी के घर सुबह से शाम आते रहते हैं. रात को भी इन लड़कों का मजमा लगा रहता है, मुझे पूरा शक है कि इन्हीं लड़कों में से किसी ने मेरी स्कूटी चुराई है. जब भी इन लड़कों को मना करती हूं, तो यह लड़ाई झगड़ा करने को उतारू हो जाते हैं. पड़ोस में रहने वाले लड़के के माता-पिता, बीवी बच्चे सब गांव में रहते है. इसी के घर में लड़कों का मजमा लगा रहता है, पहले भी एक मोटर साइकिल चोरी हुई थी. जिसका नंबर,UP.22S.1069 था, दूसरी स्कूटी का नंबर DL11SU7866 है जिसकी शिकायत थाना प्रेमनगर में दर्ज करा दी गई है, अब देखना होगा कि दिल्ली पुलिस इन लड़कों पर और स्कूटी को ढूंढने में कितनी मदद करती है.
कॉलोनी में नहीं लगे सीसीटीवी कैमरे
वहीं स्थानीय ज्ञान प्रकाश ने बताया कि इन लड़कों को कई बार गली के बाहर और गली में आते जाते मना किया, तो इन लोगों ने गाली गलौज किया. पिछली बार भी मोटरसाइकिल चोरी हुई थी, जिसकी शिकायत थाने में की गई थी, पर वह मोटरसाइकिल अब तक नहीं मिल पाई, अब स्कूटी चोरी हुई है, इसकी शिकायत थाना प्रेम नगर में दर्ज करा दी गई है, देखते हैं इस बार स्कूटी का पता चलता है या नहीं. वहीं आम आदमी पार्टी हमेशा सीसीटीवी कैमरे सभी कॉलोनियों में लगा रही है, तो फिर गौरी शंकर एन्क्लेव में सीसीटीवी कैमरे क्यों नहीं लगे, ना सीसीटीवी कैमरे लगे ना लोहे के गेट लगे, चोरी की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं, अगर कैमरे लगे होते तो शायद चोरी पर लगाम लग सकती थी. इसलिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और गेट लगाए जाएं. साथ ही दिल्ली पुलिस झुंड बनाकर जो लड़के बैठते हैं, उन पर शिकंजा कसे. ताकि लोगों के मन में दहशत पैदा न हो.