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स्पेशल स्टाफ की टीम ने ड्रग रैकेट का किया खुलासा, 5 लोग गिरफ्तार

स्पेशल स्टाफ की टीम ने ड्रग रैकेट का खुलासा करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही 50 लाख रुपये से ज्यादा की कीमत का गांजा भी बरामद किया है.

north delhi special staff team revealed drug racket
नॉर्थ दिल्ली ड्रग रैकेट खुलासा
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Published : Oct 29, 2020, 7:40 PM IST

नई दिल्लीः उत्तरी जिले के स्पेशल स्टाफ की टीम ने ड्रग तस्करी के रैकेट का खुलासा करते हुए एक और बड़े मामले का पर्दाफाश किया है. इस मामले में छत्तीसगढ़ दिल्ली और उत्तर प्रदेश के रहने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने 50 लाख रुपये से ज्यादा की कीमत का 51 किलो गांजा बरामद किया है. साथ ही एक टेंपो ओर एक टैक्सी भी जब्त की गई है.

स्पेशल स्टाफ की टीम ने ड्रग रैकेट का किया खुलासा

उत्तरी जिले के डीसीपी एन्टो अल्फोंस के अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रवि ठाकुर, हरवीर गिरी, सत्येंद्र सिंह, सचिन, सोनू चतुर्वेदी और हैदर शामिल है. पुलिस के अनुसार एसपी ऑपरेशन सेल हरपाल सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर सुनील कुमार शर्मा, सब इंस्पेक्टर विनीत चैतन्य, नरेश, एएसआई हरफूल सिंह, यशपाल, राजकुमार, हेड कॉस्टेबल दीपक त्यागी, अंसार अहमद, मनजीत और अजय की टीम ने इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

मास्टरमाइंड जहाज से और गांजा ट्रक से दिल्ली पहुंचता

पहले रवि ठाकुर की गिरफ्तारी हुई थी. उसके बाद पूछताछ में मिली जानकारी के बाद सत्येंद्र और सचिन को पकड़ा गया. फिर एक-एक करके और भी तीन आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए. इनसे पूछताछ में पता चला कि यह उड़ीसा के छत्तीसगढ़ होते हुए गांजे की बड़ी खेप लाकर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में डिस्पोजल करते थे.

गैंग का मास्टरमाइंड सचिन हवाई जहाज से दिल्ली आता था, जब तक गांजे की खेप दिल्ली पहुंच जाती थी. इससे पहले चार और लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनसे 181 किलो गांजा बरामद किया था. जिसकी कीमत करीब एक करोड़ अस्सी लाख रुपये से ज्यादा थी. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि उस गांजे की खेप भी विशाखापट्टनम से लाई गई थी और उसी मामले में स्पेशल स्टाफ की टीम ने आगे छानबीन शुरू की.

सब इंस्पेक्टर विनीत की टीम विशाखापट्टनम गई और वहां नक्सलाइट इलाके में जाकर पुलिस ने छानबीन शुरू की, वहां से पुलिस को इनपुट मिला कि गांजा उड़ीसा के मलकानगिरी से दिल्ली लाया जाता है. उसी इनपुट पर स्पेशल स्टाफ की टीम ने आगे छानबीन शुरू की. फिर इसे एक और गैंग का पर्दाफाश हुआ, पूछताछ में पता चला कि गैंग का मास्टरमाइंड सचिन पहले यूपी में गिरफ्तार हो चुका है और रायपुर का रहने वाला है.

अब तक 13 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में सबसे पहले स्पेशल स्टाफ की टीम ने गुलाबी बाग इलाके में छापा मारकर लोकल गांजा सप्लाई करने वाले राजीव को पकड़ा था. इस दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग भी की और उसके परिवार वालों ने पत्थर से और मिर्ची पाउडर डालकर पुलिस पर हमला किया, उसके बाद पुलिस टीम ने राजीव की बहन और एक महिला को भी गिरफ्तार किया.

राजीव के एक और साथी अजय को भी गिरफ्तार किया गया. उनसे पूछताछ के बाद पुलिस टीम ने आंध्रप्रदेश से गांजे की खेप लाने वाले मामले का खुलासा करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया था. इनसे मिले इनपुट के आधार पर पुलिस ने अब 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. अभी तक इस मामले में 13 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और आगे छानबीन की जा रही है.

नई दिल्लीः उत्तरी जिले के स्पेशल स्टाफ की टीम ने ड्रग तस्करी के रैकेट का खुलासा करते हुए एक और बड़े मामले का पर्दाफाश किया है. इस मामले में छत्तीसगढ़ दिल्ली और उत्तर प्रदेश के रहने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने 50 लाख रुपये से ज्यादा की कीमत का 51 किलो गांजा बरामद किया है. साथ ही एक टेंपो ओर एक टैक्सी भी जब्त की गई है.

स्पेशल स्टाफ की टीम ने ड्रग रैकेट का किया खुलासा

उत्तरी जिले के डीसीपी एन्टो अल्फोंस के अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रवि ठाकुर, हरवीर गिरी, सत्येंद्र सिंह, सचिन, सोनू चतुर्वेदी और हैदर शामिल है. पुलिस के अनुसार एसपी ऑपरेशन सेल हरपाल सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर सुनील कुमार शर्मा, सब इंस्पेक्टर विनीत चैतन्य, नरेश, एएसआई हरफूल सिंह, यशपाल, राजकुमार, हेड कॉस्टेबल दीपक त्यागी, अंसार अहमद, मनजीत और अजय की टीम ने इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

मास्टरमाइंड जहाज से और गांजा ट्रक से दिल्ली पहुंचता

पहले रवि ठाकुर की गिरफ्तारी हुई थी. उसके बाद पूछताछ में मिली जानकारी के बाद सत्येंद्र और सचिन को पकड़ा गया. फिर एक-एक करके और भी तीन आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए. इनसे पूछताछ में पता चला कि यह उड़ीसा के छत्तीसगढ़ होते हुए गांजे की बड़ी खेप लाकर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में डिस्पोजल करते थे.

गैंग का मास्टरमाइंड सचिन हवाई जहाज से दिल्ली आता था, जब तक गांजे की खेप दिल्ली पहुंच जाती थी. इससे पहले चार और लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनसे 181 किलो गांजा बरामद किया था. जिसकी कीमत करीब एक करोड़ अस्सी लाख रुपये से ज्यादा थी. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि उस गांजे की खेप भी विशाखापट्टनम से लाई गई थी और उसी मामले में स्पेशल स्टाफ की टीम ने आगे छानबीन शुरू की.

सब इंस्पेक्टर विनीत की टीम विशाखापट्टनम गई और वहां नक्सलाइट इलाके में जाकर पुलिस ने छानबीन शुरू की, वहां से पुलिस को इनपुट मिला कि गांजा उड़ीसा के मलकानगिरी से दिल्ली लाया जाता है. उसी इनपुट पर स्पेशल स्टाफ की टीम ने आगे छानबीन शुरू की. फिर इसे एक और गैंग का पर्दाफाश हुआ, पूछताछ में पता चला कि गैंग का मास्टरमाइंड सचिन पहले यूपी में गिरफ्तार हो चुका है और रायपुर का रहने वाला है.

अब तक 13 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में सबसे पहले स्पेशल स्टाफ की टीम ने गुलाबी बाग इलाके में छापा मारकर लोकल गांजा सप्लाई करने वाले राजीव को पकड़ा था. इस दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग भी की और उसके परिवार वालों ने पत्थर से और मिर्ची पाउडर डालकर पुलिस पर हमला किया, उसके बाद पुलिस टीम ने राजीव की बहन और एक महिला को भी गिरफ्तार किया.

राजीव के एक और साथी अजय को भी गिरफ्तार किया गया. उनसे पूछताछ के बाद पुलिस टीम ने आंध्रप्रदेश से गांजे की खेप लाने वाले मामले का खुलासा करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया था. इनसे मिले इनपुट के आधार पर पुलिस ने अब 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. अभी तक इस मामले में 13 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और आगे छानबीन की जा रही है.

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