नई दिल्ली: नांगलोई थाने की साइबर यूनिट ने एटीएम चीटिंग करने वाले इंटरस्टेट गिरोह का खुलासा करते हुए गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. जो अब तक हजारों लोगों के एटीएम से छेड़छाड़ कर उनके अकाउंट से रुपये निकाल चुके हैं.
हिसार के रहने वाले हैं दोनों आरोपी
डीसीपी डॉ.अ.कोन ने बताया कि पिछले कुछ समय से नांगलोई पुलिस स्टेशन में एटीएम फ्रॉड से जुड़े मामले सामने आ रहे थे. जिसके बाद एसएचओ विशुद्धानंद झा के निर्देश पर इंस्पेक्टर विपिन कुमार की टीम ने छानबीन शुरू की और सीक्रेट इंफॉर्मेशन पर किराड़ी फाटक के पास दो बदमाशों को धर दबोचा. इनकी पहचान जॉनी और रोहित के रूप में हु,ई जो हरियाणा के हिसार जिले के रहने वाले हैं.
हजारों अकाउंट से निकाल चुके हैं पैसे
इनकी तलाशी लेने पर बटनदार चाकू, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन और एटीएम क्लोनिंग डिवाइस बरामद किया गई. जिसके बाद इन पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. साइबर सेल ने फोन और स्कीमर डिवाइस की मदद से उन कार्ड की डिटेल निकाली, जिससे यह पैसे निकाल चुके थे.
मदद करने के बहाने ले लेते थे कार्ड की डिटेल
पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि यह दोनों राजवीर नाम के एक व्यक्ति के लिए काम करते थे, जो उन्हें एटीएम कार्ड और एटीएम क्लोनिंग डिवाइस मुहैया कराता था और फिर यह एटीएम में कैश निकालने आए वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं की मदद करने के बहाने उनके कार्ड स्कीमर डिवाइस में स्वाइप कर लेते थे. जिसके बाद राजवीर कार्ड की डिटेल ब्लैंक एटीएम कार्ड में कॉपी किया करता था और फिर यह रात के समय उन एटीएम में जाकर कैश विड्रोल किया करते थे, जहां सिक्योरिटी गार्ड मौजूद ना हो.
अब तक पुलिस ने 8 मामलों का किया खुलासा
वहीं डीसीपी ने बताया कि इनकी गिरफ्तारी से अभी तक रनहोला, नागलोई, प्रेम नगर और सदर बहादुरगढ़ थाने के 8 मामलों का खुलासा हुआ है. इसके साथ ही पुलिस को यह भी पता लगा कि राजवीर के अकाउंट में पिछले 6 महीनों में 7 लाख से अधिक की ट्रांजैक्शन हो चुकी है. अब पुलिस इनके किए गए सभी फ्रॉड की जानकारी जुटाने में जुटी है, ताकि इनके मास्टरमाइंड राजवीर तक पहुंचा जा सकें.